–दिल्ली पहुंचे सिख, प्रधानमंत्री व गृहमंत्री से लगाई गुहार
–भाजपा मुख्यालय में राष्ट्रीय सचिव से की मुलाकात, सौंपा ज्ञापन
–आतंकवादी संगठनों से सुरक्षा के लिए प्रधानमंत्री, गृहमंत्री व मुख्यमंत्री से मिलेंगे
(खुशबू पाण्डेय)
नई दिल्ली, 24 जुलाई : पूर्वोत्तर राज्य के शिलांग में बसे 300 सिख परिवारों को फिर एक बार शहर छोडऩे की धमकी मिली है। प्रतिबंधित संगठन एचएनसीसी ने पत्र भेजकर धमकी दी है कि वह पंजाबी कालोनी, बड़ा बाजार को खाली कर दें। प्रतिबंधित संगठनों की धमकी के बाद सिख परिवार डर गए हैं। वह दिल्ली आकर भाजपा एवं गृहमंत्री अमित शाह से जानमाल की रक्षा की गुहार लगाई है। शिलांग में भाजपा गठबंधन की सरकार भी है। शिलांग के पंजाबी कालोनी में स्थित ऐतिहासिक गुरुद्वारा साहिब के अध्यक्ष गुरजीत सिंह ने बुधवार को सुबह भाजपा मुख्यालय में आकर राष्ट्रीय मंत्री तरूण चुघ से मुलाकात की। चुघ ने सिख संगठनों एवं पीडि़त परिवारों को भरोसा दिया है कि वह इस मसले को हाईकमान के समक्ष उठाएंगे। सिखों ने इस मौके पर भाजपा के राष्ट्रीय मंत्री को एक ज्ञापन भी सौंपा, जिसमें जान माल की सुरक्षा मांगी है।

चुघ ने शिलांग से आये प्रतिधिमण्डल को सिख समाज की समस्या से केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को अवगत करवाने का आश्वासन दिया। साथ ही कहा की शिलांग में 200 साल से अधिक समय से सिख समाज से जुड़े लोग वहां स्थापित हैं। साथ ही देश की एकता व अखण्डता को मजबूत करने एवं मेघालय के सर्वागींण विकास में अपना महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं। लिहाजा, सिख परिवारों के उत्पीडऩ को रोका जायेगा और उनकी जान माल की रक्षा करने के सभी सम्भव प्रयास किये जायेंगे।
बता दें कि 1951 के पहले चुनाव से लगातार हर चुनाव में सिख परिवारों का वोटर लिस्ट से नाम व ‘हरिजन कलोनीÓ के पते पर पंजाबी मुल्हन के रूप में रजिस्टर हंै। साथ ही हाईकोर्ट ने उनके हक में फैसला भी किया है। बताते हैं कि 200 साल पहले यहां के एक राजा ने लाहौर से इन दलित सिख परिवारों को साफ-सफाई के लिए शिलांग ले गए थे। उसी वक्त सिखों को जमीन, दुकान अलाट हुए थे। आजादी के बाद इन परिवारों में से कई परिवारों को राज्य सरकार में नौकरियां भी मिली हैं। लेकिन अब मीलीशिया व आंतकवादी संगठन दलित सिख परिवारों को तबाह करने पर अमादा है।
सुरक्षा को यकीनी बनाने के लिये शीघ्र प्रभावी कदम उठाएंगे
इस मौके पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए भाजपा के राष्ट्रीय मंत्री तरूण चुघ ने कहा की 300 से अधिक सिख परिवार शिलांग में रह रहे स्थानीय लोगों से घुलमिल कर अपनी रोजी रोटी कमा रहे हैं। पहले इन्हें शहर के बाहर बसाया गया था, लेकिन अब यह इलाका शहर के भीतर आ गया है। लिहाजा, मीलीशिया नामक संगठन के लोग कुछ समय से उनको धमकियां देकर जगह खाली करने को दबाव बना रहे हैँ।
चुघ ने कहा कि इस सम्बन्ध में उन्होंने मेघालय के मुख्यमन्त्री कोमार्ड संगमा से व्यक्तिगत रूप से मिलकर सिख परिवारों की सुरक्षा को यकीनी बनाने के लिये शीघ्र प्रभावी कदम उठाएंगे। चुघ ने कहा की प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सरकार एक भारत श्रेष्ठ भारत के सिद्वान्त पर चलते हुये सबका साथ सबका विकास व सबका विश्वास के मूलमन्त्र दिया है।