लखनऊ/ धनन्जय शुक्ला: योगी सरकार प्रदेश के गौ पालकों की आय बढ़ाने, आत्मनिर्भर बनाने एवं स्वदेशी नस्ल की गायों के प्रति उनका रुझान बढ़ाने के लिए नन्द बाबा दुग्ध मिशन (Baba Milk Mission). के तहत स्वदेशी गौ संवर्धन योजना लेकर आयी है। इसके तहत गौ पालक द्वारा दूसरे स्टेट से साहिवाल, थारपारकर और गिर गाय खरीदने पर उन्हे ट्रांसर्पोटेशन, ट्रांजिट इंश्यारेंस एवं पशु इंश्यारेंस समेत अन्य मदों पर खर्च होने वाली धनराशि पर सब्सिडी दी जाएगी। यह सब्सिडी गौ पालकों को अधिकतम दो स्वदेशी नस्ल की गायों की खरीद पर दी जाएगी। इसी तरह योगी सरकार स्वदेशी नस्ल गौ पालकों को मुख्यमंत्री प्रगतिशील पशुपालक प्राेत्साहन योजना ( Mukhyamantri Pragatisheel Pashupalak Protsahan Yojan) के तहत प्रोत्साहन राशि देगी। यह प्रोत्साहन धनराशि भी अधिकतम दो स्वेदशी नस्ल की गायों पर दी जाएगी। मालूम हो कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खुद गौ सेवक हैं और वह विभिन्न मंचों से ग्रामीणों क्षेत्रों की अर्थव्यवस्था को गाै पालन बता चुके हैं। दुग्ध आयुक्त एवं मिशन निदेशक शशि भूषण लाल सुशील ने बताया कि नन्द बाबा मिशन के तहत प्रदेश में दुग्ध उत्पादन में तेजी लाने के लिए दूसरे राज्यों पंजाब से साहिवाल, राजस्थान से थारपारक और गुजरात से गिर जैसी देशी नस्ल की गाय खरीदने पर ट्रांसर्पोटेशन से संबधित विभिन्न मदों के लिए कुल व्यय का 40 प्रतिशत अधिकतम 40 हजार रुपये प्रति गाय अनुदान दिया जाएगा। यह धनराशि गौ पालक को गायों को दूसरे राज्य से प्रदेश में लाने पर पड़ने वाली परिवहन लागत, ट्रांजिस्ट इंश्योरेंस और 3 साल के लिए पशु के इंश्योरेंस पर दी जाएगी। उन्होंने बताया कि प्रदेश के डेयरी किसान या गौ पालक को अनुदान धनराशि अधिकतम दो देशी नस्ल की गायों की खरीद पर दी जाएगी।
देशी नस्ल की गाय के पालन पर मिलेंगे पंद्रह हजार रुपये प्रति गाय
इसी तरह प्रदेश के डेयरी किसानों को उन्नत नस्ल एवं उच्च उत्पादकता वाली देशी गायों के पालन पर योगी सरकार मुख्यमंत्री प्रगतिशील पशुपालक प्रोत्साहन योजना के लिए दस से पंद्रह हजार रुपये प्रोत्साहन राशि दे रही है। इसके तहत डेयरी किसानों को देशी नस्ल वाली साहिवाल, गिर, हरियाणा, गंगातीरी और थारपारक गाय पर दस से पंद्रह हजार रुपये प्रोत्साहन धनराशि के रूप में देगी। यह राशि योगी सरकार डेयरी किसान को अधिकतम दो गायों पर देगी। इस धनराशि को दो भागों में बांटा गया है। इसमें साहिवाल, गिर और थारपारक गाय द्वारा आठ से बारह किलो प्रति दिन दूध देने पर दस हजार रुपये और बारह किलो से ज्यादा प्रतिदिन दूध देने पर पंद्रह हजार रुपये प्रोत्साहन राशि के रूप में दिये जाएंगे। वहीं हरियाणा गाय द्वारा प्रति दिन छह से दस किलो दूध देने पर दस हजार और दस किलो से ज्यादा दूध देने पर पंद्रह हजार रुपये दिये जाएंगे। इसके अलावा गंगातीरी गाय के 6 से 8 किलो प्रति दिन दूध देने पर दस हजार और आठ किलो से ज्यादा दूध देने पर पंद्रह हजार रुपये दिये जाएंगे।