नई दिल्ली/ साधना मिश्रा: ताऊते चक्रवात (Taoute Cyclone) के बाद भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक ही भारत के पूर्वी तटीय क्षेत्रों में ‘यास’ (Yaas) चक्रवात का प्रभाव दिखाई देना शुरु हो गया है। बीते सोमवार की रात से ही भुवनेश्वर में भारी बारिश हो रही है। बताया जा रहा कि अगले 24 घंटो में ये तूफान बंगाल और ओडिशा के तटो से टकरा सकता है। इसी बीच ओडिशा और बंगाल के तटीय क्षेत्रों से लोगों को निकाल कर सुरक्षित स्थान पर ले जाने का काम शुरु कर दिया गया है।
भुवनेश्वर समेत कई इलाको में भारी बारिश के साथ तेज हवाएं
मौसम विभाग के मुताबिक ‘यास’ साइक्लोन 26-27 मई को आने वाला था। लेकिन ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर समेत कई इलाकों में बीती सोमवार रात से ही इसका असर दिखाई देना शुरु हो गया है। यहां बारिश के साथ-साथ तेज हवाएं भी चल रही है। 26 मई तक ओडिशा और पश्चिम बंगाल (West Bengal) के तटो से चक्रवात के टकराने की संभावना जताई जा रही है। फिलहाल तटीय इलाको से लोगों को सुरक्षित स्थान पर ले जाने का काम जारी है।
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यास साइक्लोन को लेकर पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने कहा कि, जिले के जिन 20 राज्यों को तूफान प्रभावित कर सकता है उससे निपटने के लिए हमने सभी जरुरी इंतजाम कर लिए है। उन्होंने आगे कहा कि राज्य किसी भी नुकसान से बचाने के लिए कम से कम 10 लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित करने का बना रहा है।
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आपको बता दें कि बीते दिनों महाराष्ट्र, गोवा, गुजरात, केरल सहित कई राज्यों में चक्रवाती तूफान ताऊते ने भीषण तबाही मचाई थी। तूफान के चलते कोरोना काल में बड़ी संख्या में जानमाल का नुकसान हुआ था। ताऊते साइक्लोन के कारण 22 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है।