गाजियाबाद /भूपेंद्र तालान । उत्तर प्रदेश में आबकारी की नई नीति के तहत ई-लॉटरी से आवंटित की गई शराब की दुकानों के लिए अब लाइसेंसधारकों को आगामी 12 मार्च बुधवार तक लाइसेंस शुल्क जमा कराना होगा। जिला आबकारी विभाग (District Excise Department) ने लाइसेंस शुल्क जमा करने के लिए अब तैयारी शुरू कर दी है। खास बात यह है कि ई-लॉटरी से शराब की दुकानों का आवंटन होने के बाद धरोहर राशि के रूप में आबकारी विभाग के कोष में करोड़ों रुपए जमा हुआ है। यह धनराशि लगभग 96 करोड़ 63 लाख 35 हजार रुपए का राजस्व धरोहर राशि के रूप में प्राप्त हुआ हैं। ई-लॉटरी में भाग लेने के लिए अंग्रेजी शराब,मॉडल शॉप,देशी शराब व भांग की दुकानों के लिए जो आवेदन जमा किए गए। उनकी धनराशि पहले से ही निर्धारित की गई थी।
-ई-लॉटरी से जिले की 463 शराब और भांग की दुकानों में 167 दुकानें महिलाओं के नाम से लाइसेंस
—आवंटित शराब दुकानों के लाइसेंस धारक, 2 दिन में जमा कराएं शुल्क
-ई-लॉटरी से जिले की 463 शराब दुकानों में धरोहर राशि 96.63 लाख हुआ जमा
-अप्रैल से नए लाइसेंस धारकों के हवाले होंगी दुकानें, होली पर होगी ज्यादा बिक्री
दरअसल, जिले में कुल 463 शराब की दुकानों के लिए बीते 6 मार्च को नेहरू नगर स्थित पंडित दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम में ई-लॉटरी निकाली गई थी। ई-लॉटरी में अंग्रेजी शराब की कंपोजिट शॉप,मॉडल शॉप,देशी शराब व भांग की दुकानें शामिल थीं। इन दुकानों का ई-लॉटरी से आवंटन किया गया। जनपद गाजियाबाद श्रेणी-1 में होने के चलते शराब की दुकानों की चाहत रखने वाले शराब किंग्स ने बड़ी संख्या में आवेदन फार्म जमा किए थे। ई-लॉटरी में शामिल होने के लिए आबकारी विभाग ने धरोहर राशि निर्धारित की थी। इसके तहत मॉडल शॉप के लिए 1 लाख रुपए,कंपोजिट शॉप-90 हजार रुपए,देशी शराब दुकान के लिए 65 हजार रुपए और भांग की दुकान-25 हजार रुपए जमा कराए गए। लाटरी प्रक्रिया में शामिल हुए कुल 12,037 आवेदन प्राप्त हुए थे। इनमें देशी शराब की 214 दुकानों के लिए 5,014 आवेदन,कंपोजिट शॉप की 192 दुकानों के लिए 5900 आवेदन और मॉडल शॉप-43 दुकानों के लिए 1083 और भांग की दुकानों के लिए 45 आवेदन जमा हुए थे। इन सभी दुकानों से धरोहर राशि के रूप में आबकारी विभाग को 96 करोड़,63 लाख 35 हजार रुपए का राजस्व प्राप्त हुआ। खास बात यह है कि इस बार ई-लॉटरी से आवंटित की गई 463 शराब और भांग की दुकानों में 167 दुकानें महिलाओं के नाम से लाइसेंस आवंटित हुए हैं।
शराब दुकानों की लाइसेंस फीस
जनपद में ई-लॉटरी से आवंटित की गई शराब की दुकानों के लिए लाइसेंस फीस पहले से निर्धारित है। इसमें धरोहर राशि के अलावा लाइसेंस फीस निम्न प्रकार से है। देशी शराब-65 हजार रुपए धरोहर राशि,कंपोजिट शॉप-90 हजार रुपए और मॉडल शॉप-1 लाख रुपए और भांग की दुकानों की 25 हजार रुपए धरोहर राशि है।
मॉडल शॉप-51,23,15000 रुपए,देशी शराब-53,82,31 हजार रुपए,कंपोजिट शॉप-52,79,60,000 रुपए और भांग की दुकान-21 लाख रुपए है। कुल मिलाकर 158.06 करोड़ रुपए यह फीस हैं।
शराब की दुकानों की नीलामी से भरा खजाना
शराब की दुकानें के लिए प्राप्त आवेदन व जमा धनराशि जनपद में शराब की दुकानों के लिए प्राप्त हुए आवेदन और जमा हुई धनराशि इस प्रकार से रही है। देशी शराब-214 दुकानें,आवेदन प्राप्त-5014,जमा हुई धनराशि-53.10 करोड़ रुपए। कंपोजिट शॉप-192,आवेदन प्राप्त-5900,जमा हुई धनराशि-32 करोड़ 59 लाख 10 हजार रुपए।मॉडल शॉप-43,आवेदन प्राप्त-1083,जमा हुई धनराशि- 10 करोड़ 83 लाख रुपए।भांग-14 दुकानें,आवेदन प्राप्त-45,जमा हुई धनराशि-11 लाख 25 हजार रुपए है। कुल मिलाकर 463 दुकानों के लिए 12,037 आवेदन प्राप्त हुए। जबकि 96 करोड़ 63 लाख 25 हजार रुपए धरोहर राशि के रूप में आबकारी विभाग को राजस्व प्राप्त हुआ।
463 दुकानों का ई-लॉटरी से आवंटन :संजय कुमार
गाजियाबाद के जिला आबकारी अधिकारी संजय कुमार सिंह के मुताबिक जनपद में मॉडल शॉप,कंपोजिट शॉप,देशी शराब व भांग की दुकानों समेत कुल 463 दुकानों का ई-लॉटरी से आवंटन हो चुका है। अगर पिछले वर्षों की बात करें तो इस बार राजस्व में चार गुना तक की वृद्धि हुई हैं। आवंटित की गई शराब की दुकानों के लिए लाइसेंसधारकों से अब 12 मार्च तक लाइसेंस शुल्क जमा कराना होगा। लाइसेंस धारकों को इसके लिए पहले ही अवगत करा दिया गया है। आबकारी विभाग द्वारा लाइसेंस धारकों से 12 मार्च तक लाइसेंस शुल्क जमा कराने के लिए सभी तैयारी कर ली गई है।