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Friday, November 22, 2024

DSGMC पर किसका होगा राजतिलक, सिरसा की बचेगी सत्ता या सरना संभालेंगे कुर्सी

–दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी चुनाव की मतगणना आज
-दिल्ली में 5 मतगणना केंद्र बनाए गए, सुबह 8 बजे शुरू होगी गिनती
-5 राउण्ड में मतगणना पूरी करने की तैयारी, होगी वोडियोग्राफी
-आईटीआई तिलक नगर, आईटीआई खिचड़ीपुर, आईटीआई पूसा
– आर्यभटट पालिटेक्निक, महिला आईटीआई विवेक विहार में होगी गिनती
– 6 धार्मिक दलों को मिलाकर 312 कंडीडेट की खुलेगी किस्मत

नई दिल्ली /टीम डिजिटल : दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के आम चुनावों का रिजल्ट बुधवार 25 अगस्त को निकलेगा। इसके लिए दिल्ली में पांच स्थानों पर मतगणना केंद्र बनाए गए हैं। आईटीआई तिलक नगर, आईटीआई खिचड़ीपुर, आईटीआई पूसा, आर्यभटट पालिटेक्निक, महिला आईटीआई विवेक विहार में वोटों की गिनती सुबह 8 बजे से शुरू होगी। मतगणना के लिए गुरुद्वारा चुनाव निदेशालय ने पूरी तैयारी कर ली है। सभी काउंटरों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। साथ ही मतगणना की वीडियोग्राफी की जाएगी। चुनाव निदेशक के अनुसार मतगणना की प्रक्रिया को पूरी पारदर्शिता से किया जाएगा। मतगणना को फिलहाल पांच राउंड में पूरी करने की योजना है। ऐसे में बुधवार दोपहर करीब 2 से तीन बजे के बीच परिणाम आ सकते हैं। गुरुद्वारा चुनाव निदेशालय के मुताबिक बुधवार सुबह 8 बजे से वोटों की गिनती शुरू होगी। शुरूआती रूझान सुबह 10 बजे के बाद आने लगेंगे।

DSGMC पर किसका होगा राजतिलक, सिरसा की बचेगी सत्ता या सरना संभालेंगे कुर्सी
बता दें कि चुनाव के लिए वोटिंग 22 अगस्त को हुई थी। चुनाव में 6 धार्मिक दलों के 180 प्रत्याशी मैदान में उतरे हैं, जबकि 132 प्रत्याशी निर्दलीय आजाद उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ रहे हैं।
राजधानी के 46 वार्डो पर हुए मतदान में वोटिंग प्रतिशत बहुत कम रहा। रक्षाबंधन त्यौहार होने के चलते मतदाता घरों से निकले ही नहीं। नतीजन 1,27,472 कुल वोट ही पड़े। मतदान 37.27 प्रतिशत रहा। पिछले 2017 के आम चुनाव से इस बार करीब 8 फीसदी से कम मतदान हुआ। पिछली बार 45.61 फीसदी वोटिंग हुई थी। इस बार कुल 3,42, 065 वोट बने थे, जिसमें से 1,27, 472 वोट पड़े हैं। इसमें से 68,194 पुरूष मतादाता एवं 59,278 महिला मतदाताओं ने वोट है।
गुरुद्वारा कमेटी में पिछले 8 साल से शिरोमणि अकाली दल (बादल) का कब्जा है। इसमें 2013 से 6 साल तक मंजीत सिंह जीके अध्यक्ष रहे। जबकि 2018 से उसी पार्टी के मनजिंदर सिंह सिरसा सत्ता संभाल रहे हैं। इस बार मंजीत सिंह जीके अपनी अलग जागो पार्टी बनाकर चुनाव लड़ रहे हैं, जबकि सिरसा अकाली दल के बैनर तले मैदान में 2साल बेमिसाल का नारा देकर चुनाव में उतरे हैं। इसके अलावा प्रमुख विपक्षी दल शिरोमणि अकाली दल (दिल्ली) ने श्री अकाल तख्त साहिब के पूर्व जत्थेदार भाई रंजीत सिंह की पार्टी के साथ मिलकर चुनाव लड़ रहे हैं। पार्टी के महासचिव हरविंदर सिंह सरना कमेटी अध्यक्ष मनजिंदर ङ्क्षसह सिरसा के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं। पंजाबी बाग सीट सबसे हॉट और वीआईपी मानी जा रही है। यहीं सबसे ज्यादा मतदान भी हुआ है। इसी एक सीट के जीत हार से कमेटी की सत्ता की बुनियाद लिखी जाएगी। दोनों पार्टियों के नेताओं ने चुनाव में पूरी ताकत झोंक दी थी। अब बुधवार को दोपहर बैलेक्स बाक्स बताएगा कि किसकी किस्मत चमकती है।

 

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