नई दिल्ली/ खुशबू पाण्डेय : भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने उत्तर प्रदेश में हो रहे विधानसभा चुनाव में पहले चरण के मतदान के मद्देनजर प्रत्याशियों के नामों पर मंथन और कवायद शुरू कर दी है। इसको लेकर भाजपा के वरिष्ठ नेताओं की मंगलवार को भाजपा के राष्ट्रीय मुख्यालय में एक महत्वपूर्ण बैठक हुई। इसमें केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी शामिल हुए। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष कोरोना पॉजिटिव होने के चलते बैठक में उपस्थित नहीं हुए, लेकिन वह डिजिटल माध्यम से बैठक में हिस्सा लिया। इसके अलावा उत्तर प्रदेश में भाजपा के चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान, भाजपा के संगठन महामंत्री बीएल संतोष शामिल हुए। जबकि यूपी की ओर से उत्तर प्रदेश के दोनों उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य एवं दिनेश शर्मा, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष स्वतंत्र देव ङ्क्षसह, उत्तर प्रदेश के संगठन महामंत्री सुनील बंसल सहित अन्य प्रमुख नेता बैठक में शामिल हुए। पहले चरण के लिए मतदान 10 फरवरी को होगा। इसके लिए 14 जनवरी को अधिसूचना जारी हो जाएगी।
-अमित शाह की मौजूदगी में भाजपा मुख्यालय में पहली बैठक, हर मुद्दों पर चर्चा
– पहले और दूसरे चरण के चुनाव के प्रत्याशियों के एक-एक सीटों हुआ मंथन
–प्रधानमंत्री मोदी की मौजूदगी में केंद्रीय चुनाव समिति करेगी अंतिम फैसला
-योगी आदित्यनाथ, दोनों उपमुख्यमंत्री, प्रदेश अध्यक्ष बैठक में रहे शामिल
सूत्रों के मुताबिक पहले और दूसरे चरणों के लिए उम्मीदवारों के नामों को अंतिम रूप देने के लिए मशक्कत तेज हो गई है। हालांकि, प्रत्याशियों की लिस्ट को अंतिम रूप भाजपा की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में दिया जाएगा। इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी मौजूद रहेंगे। राजनीतिक रूप से अहम उत्तर प्रदेश में इस बार सात चरणों में चुनाव होगा। सूत्रों के मुताबिक भाजपा की उत्तर प्रदेश इकाई के कोर समूह ने चुनावों के लिए संभावित उम्मीदवारों की एक सूची तैयार की है। इसे अंतिम रूप देने के लिए दो दिन पहले लखनऊ में राज्य चुनाव समिति के नेताओं की बैठक हुई थी। सूत्रों के मुताबिक बैठक में पहले और दूसरे चरण के कुछ सीटों पर प्रत्याशी बदलने पर भी चर्चा हुई है। पार्टी ने काम न करने वाले एवं उम्मीदों पर खरे न उतरने वाले कुछ विधायकों के टिकट भी काटने की तैयारी में है। इन सीटों पर नये चेहरों को उतारा जाएगा, ऐसा संकेत मिल रहे हैँ। पार्टी चुनाव जीतने वाले कंडीडेट पर विशेष वरीयता दे रही है। सूत्रों के दावों की माने तो भारतीय जनता पार्टी अपने 40 से अधिक वर्तमान विधायकों का टिकट काट सकती है।
इसके अलावा विधान परिषद के सदस्य से मुख्यमंत्री बने योगी आदित्यनाथ, उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या एवं दिनेश शर्मा इस बार विधानसभा चुनाव लड़ेंगे या नहीं, इसपर भी चर्चा होने की खबर है। साथ ही अगर ये नेता चुनाव लड़ते हैं तो तीनों के लिए सीट खाली कराई जाएगी। तीन सीटिंग विधायकों के टिकट काटे जा सकते हैँ।
सूत्रों की माने तो चुनावी रणनीति से जुड़े विभिन्न पहलुओं के अलावा 15 जनवरी तक रैलियों, रोड शो और अन्य कार्यक्रमों पर प्रतिबंध लगाए जाने और डिजिटल रैली करने संबंधी निर्वाचन आयोग के आदेश के मद्देनजर चुनाव प्रचार के भावी कार्यक्रमों की रूपरेखा को लेकर भी बैठक में चर्चा हुई।
10 फरवरी को होगा चुनाव की शुरुआत
बता दें कि उत्तर प्रदेश में इस बार सात चरणों में चुनाव होगा और इसकी शुरुआत 10 फरवरी को राज्य के पश्चिमी हिस्से के 11 जिलों की 58 सीटों पर मतदान के साथ होगी। पहले चरण में दिल्ली से सटे गाजियाबाद, नोयडा भी शामिल हैं, जहां मतदान होगा। इसके बाद 14 फरवरी को दूसरे चरण में 55 सीटों पर, 20 फरवरी को तीसरे चरण में 59 सीटों पर, 23 फरवरी को चौथे चरण में 60 सीटों पर, 27 फरवरी को पांचवें चरण में 60 सीटों पर, तीन मार्च को छठे चरण में 57 सीटों पर और सात मार्च को सातवें तथा अंतिम चरण में 54 सीटों पर मतदान होगा। भाजपा जल्द ही पहले व दूसरे चरण के लिए अपने उम्मीदवारों के नामों का ऐलान कर सकती है।