—नवरात्रि के दिन 17 अक्टूबर से शुरू होगा मिशन शक्ति अभियान
—यूपी में महिलाओं के साथ हो रही घटनाओं के प्रति सरकार सतर्क
—सभी मण्डलायुक्तों, जिलाधिकारियों, विभागों के बीच समन्वय की एक कमेटी बनी
लखनऊ/ टीम डिजिटल: उत्तर प्रदेश प्रदेश में महिलाओं एवं बालिकाओं की सुरक्षा सम्मान व स्वालम्बलन के लिए मिशन शक्ति के नाम से आगामी 17 अक्टूबर से एक अभियान चलाया जा रहा है। यह अभियान 180 दिनों का होगा। सभी मण्डलायुक्तों, जिलाधिकारियों, अधिकारियों व महिला एवं बाल कल्याण से जुड़े सभी विभागों के अधिकारियों के समन्वय की एक समिति बनायी गयी है, जो जनपदों में महिलाओं के सुरक्षा एवं सम्मान के लिए कार्य करेगी। इसके माध्यम से जनपदों में विभिन्न जागरूकता एवं राज्य सरकार की योजनाओं से लाभान्वित किये जाने के विभिन्न कार्यक्रम आयोजित जायेंगे। राज्य सरकार महिलाओं व बालिकाओं की सुरक्षा व सम्मान के लिए प्रतिबद्ध हैं। इस अभियान की समीक्षा खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ करेंगे।
बता दें कि पिछले कुछ दिनों से उत्तर प्रदेश के विभिन्न शहरों एवं ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं के साथ यौन हिंसा जैसे अपराध बढ रहे हैं। इसके अलावा महिलाओं एवं बालिकाओं के साथ बलात्कार की घटनाओं ने भी प्रदेश में ज्यादा हो रही हैं, इसी को देखते हुए सरकार ने प्रदेश की छवि को बदलने एवं महिलाओं एवं लडकियों में आत्मसम्मान जगाने के लिए यह अभियान शुरू करने जा रही है।
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उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव सूचना नवनीत सहगल ने बताया कि इस अभियान को समूचे राज्यों में चलाया जाएगा। इसके अलावा पुलिस थानों में जाने और अपनी शिकायत दर्ज कराने के लिए अब महिलाओं को संकोच नहीं करना होगा। महिलाएं थाने में अपनी बात खुल कर कह सकेंगी। इसके लिए हर थाने में बाकायदा एक महिला हेल्प डेस्क होगी। महिलाओं की सुरक्षा को लेकर लगातार कदम उठा रही योगी सरकार ने गुरुवार को ये फैसला किया है। पुलिस थानों में महिलाओं के जाने में हिचकने और अपनी बात कह पाने में संकोच करने को देखते हुए राज्य सरकार ने इस फैसले को तत्काल लागू करने के निर्देश जारी किए हैं।
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17 अक्टूबर से यूपी में महिलाओं के लिए मिशन शक्ति अभियान का ऐलान कर चुके मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के इस कदम को महिला सुरक्षा की मुहिम से जोड़ कर देखा जा रहा है। थानों में बनाई जाने वाली हेल्प डेस्क पर महिला पुलिस कर्मियों की तैनाती की जाएगी। हेल्प डेस्क पर तैनात महिला पुलिस कर्मी शिकायतों को सुनने के साथ ही किसी भी वक्त महिलाओं की मदद के लिए भी तैयार रहेंगी। गौरतलब है कि योगी सरकार इससे पहले राजधानी के अलग अलग चौराहों पर महिलाओं के लिए पिंक बूथ भी बनाए हैं। कार्य स्थल से देर रात लौटने वाली महिलाओं को घर तक पहुंचाने की व्यवस्था भी योगी सरकार ने की है। महिला सुरक्षा पर योगी सरकार की गंभारता का नतीजा है कि राजधानी समेत यूपी के बड़े शहरों के चौराहों पर भी महिला पुलिस कर्मियों की तैनाती अनिवार्य रूप से की जा रही है।