(अदिती सिंह)
नई दिल्ली / टीम डिजिटल : कोरोना वायरस से अब तक दुनिया भर में 24 लाख से ज्यादा लोग संक्रमित हो चुके हैं और इनमें मरने वालों की संख्या एक लाख के पार जा चुकी है। इसका असर शेयर मार्केट में साफ नजर आ रहा है। इन सबके बीच अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार सुबह ट्वीट करके आप्रवासियों के अमेरिका में बसने पर फिलहाल रोक लगाने की बात कही है।
क्या कहा ट्वीट में
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार सुबह ट्वीट कर लिखा कि वह अमेरिका आकर बसने वाले लोगों पर पाबंदी लगाने के फैसले पर हस्ताक्षर करेंगे। हालांकि यह पाबंदी टेंपरेरी तौर पर ही होगी। उन्होंने अपने ट्वीट में आगे लिखा यह कदम अमेरिका वासियों के हित के लिए उठाया जा रहा है।
In light of the attack from the Invisible Enemy, as well as the need to protect the jobs of our GREAT American Citizens, I will be signing an Executive Order to temporarily suspend immigration into the United States!
— Donald J. Trump (@realDonaldTrump) April 21, 2020
क्या कहते हैं विशेषज्ञ
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा लिए गए इस फैसले को लेकर विशेषज्ञों का मानना है कि यह कदम पूर्णतह राजनीतिक है। अमेरिका पहले भी इस तरह के फैसले लेता आयाहै फिलहाल अभी सभी देशों में उड़ाने बंद हैं।
क्या पड़ सकता है भारत पर असर
जब से ट्रंप का कार्यकाल शुरू हुआ है अमेरिका में भारतीय इमीग्रेंट की संख्या में भारी गिरावट देखी गई है। अमेरिका में विश्व बहुत ही मुश्किल से मिलता है अगर कोई अपने परिवार को ले जाकर वहां पर रहना चाहता है तो उसे काफी चुनौतियों का सामना करना पड़ता है।
भारतीय छात्र पर भी पड़ सकता है असर
ट्रंप काल में भारतीय छात्रों को भी काफी बड़ी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। पहले ट्रंप ने h1b visa को टारगेट किया जिसका छात्रों ने कड़ा विरोध किया था। जिसके चलते भारत ने छात्रों के हित के लिए अपना पक्ष रखा। अगर गौर से देखा जाए तो ट्रंप के इस फैसले का असर सीधे तौर पर अंतरराष्ट्रीय छात्रों के होने वाले ट्रेनिंग प्रोग्राम और वीजा के लिए आए आवेदनों पर पड़ सकता है।
क्या है h1b विजा
दरअसल h1b visa साइंस और और टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में पढ़ाई कर रहे विद्यार्थियों के लिए होता है। इस वीजा से उन्हें पढ़ाई पूरी करने के बाद कम से कम 36 महीनों की ट्रेनिंग के लिए वहां रुकने की इजाज़त मिलती है। इसका असर भारतीय पर इसलिए पड़ सकता है क्योंकि भारतीय सबसे ज्यादा h1b वीज़ा पाने वाले होते हैं।
सेंसेक्स में आई गिरावट
मुंबई के शेयर बाजार में सेंसेक्स लगभग 3000 नीचे गिर गया जो अब तक की सबसे बड़ी गिरावट दर्ज की गई थी। कोरोना के कारण अब तक निवेशकों ने 10 लाख करोड़ करोड़ गांव आए हैं।