नयी दिल्ली /अदिति सिंह : दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने बताया कि मंगलवार को कोविड-19 के करीब 5,500 नए मामले सामने आए और संक्रमण दर 8.5 प्रतिशत दर्ज की गई, साथ ही कहा कि कोविड-19 के बढ़ते मामलों के मद्देनजर सप्ताहांत कफ्र्यू लगाया गया है, लेकिन लॉकडाउन नहीं लगाया गया है। जैन् ने संवाददाताओं से बातचीत करते हुए दावा किया कि कोरोना वायरस की स्थिति नियंत्रण में है और लोगों से कहाकि संक्रमण को फैलने से रोकने में मदद करें और कोविड-19 अनुकूल व्यवहार का अनुपालन करें। ओमीक्रोन की स्थिति के बारे में पूछे जाने पर जैन ने कहा कि विशेषज्ञों का मानना है कि दिल्ली में कोविड-19 के बढ़ते मामलों के लिए मुख्य तौर पर कोरोना वायरस का नया स्वरूप ओमीक्रोन जिम्मेदार हैं। उन्होंने कहा कि पहले बिना किसी आधार पर नमूने लिए जाते थे लेकिन अब केवल अस्पतालों से ही नमूने लिए जा रहे हैं। जैन ने बताया कि सोमवार को दिल्ली में कोविड-19 के 4,099 नए मामले सामने आए थे और संक्रमण दर 6.46 प्रतिशत थी।
—दिल्ली में तेजी के साथ बढ रहे हैं कोविड के मरीज, मुख्यमंत्री भी पाजिटिव
—इमरजेंसी सेवाओं को छोड सभी सरकारी कर्मचारी घर से करेंगे काम
—निजी क्षेत्र के कार्यालय 50 प्रतिशत की क्षमता से काम करेंगे
वहीं, एक मरीज की मौत भी हुई थी। उन्होंने बताया कि मामले बढ़ गए हैं और मंगलवार को कोविड-19 के करीब 5,500 नए मामले सामने आए और संक्रमण दर 8.5 प्रतिशत दर्ज की गई। नयी पाबंदियों के संबंध में किए सवाल पर उन्होंने कहा कि कोविड-19 के बढ़ते मामलों के मद्देनजर सप्ताहांत (शनिवार और रविवार को)में कफ्र्यू लगाया गया है। उन्होंने कहा कि दिल्ली में लॉकडाउन लागू नहीं किया गया है और निर्माण गतिविधियां पहले की तरह जारी रहेंगी। जैन ने कहा कि मीडया बेवजह लॉकडाउन की वजह से अफरा-तफरी का माहौल पैदा नहीं करे, स्थिति नियंत्रण में है और लोगों को कोविड-19 अनुकूल व्यवहार करना चाहिए। मंत्री ने कहा कि सप्ताहांत कफ्र्यू लगाया गया है क्योंकि इन दो दिनों अधिक गतिविधियां नहीं है और भयभीत होने की जरूरत नहीं है। जैन ने एक सवाल के जवाब में कहा कि मजदूरों की स्थिति के प्रति पूरी संवेदनशीलता बरतते हुए कोविड-19 संबंधी पाबंदियां लगाई जा रही हैं। दिल्ली में मंगलवार को कोविड-19 के 5,481 नए मामले आए, जो पिछले साल 16 मई को 24 घंटे के दौरान आए मामलों के बाद सबसे अधिक है जबकि संक्रमण दर भी बढ़कर 8.37 प्रतिशत हो गई है। दिल्ली के स्वास्थ्य विभाग द्वारा साझा किए गए आंकड़ों के मुताबिक इस अवधि में तीन लोगों की संक्रमण से मौत हुई है। इससे पहले 16 मई को भारत की राष्ट्रीय राजधानी में 10.4 प्रतिशत संक्रमण दर के साथ 6,456 नए मामले आए थे और कुल 262 मरीजों की जान गई थी। उल्लेखनीय है कि कोविड-19 के मामलों में वृद्धि के मद्देनजर दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) ने मंगलवार को कुछ पाबंदी लगाने की घोषणा की थी जिनमें सप्ताहांत में कफ्र्यू का फैसला शामिल है। डीडीएमए के फैसलों के बारे में बात करते हुए जैन ने कहा कि सप्ताह के कार्यदिवसों में आवश्यक सेवाओं जैसे पानी, बिजली और स्वास्थ्य विभाग को छोड़कर सभी सरकारी कर्मचारी घर से निजी क्षेत्र के कार्यालय 50 प्रतिशत की क्षमता से काम करेंगे। उन्होंने कहा, हालांकि बस और मेट्रो ट्रेन का परिचालन पूरे सप्ताह शत प्रतिशत सीट क्षमता के साथ होगा। सरकार को डर था कि दोनों परिवहन साधनों को 50 प्रतिशत क्षमता से चलाने के फैसले की वजह से बस अड्डे और मेट्रो स्टेशन संक्रमण के केंद्र हो सकते हैं क्योंकि वहां यात्रियों की लंबी-लंबी लाइन लग रही थी, इसलिए नियमों में संशोधन किया गया। संक्रमण दर बढऩे पर एम्बर अलर्ट के तहत पांबदी के बारे में पूछे जाने पर जैन ने कहा कि केवल संक्रमण दर मानक नहीं है, अस्पतालों में भरे बिस्तर और संक्रमण की गंभीरता भी आधार हैं।