बनासकांठा (गुजरात) /अदिति सिंह : केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने रविवार को गुजरात में बनासकांठा जिले के नडाबेट में सीमा दर्शन के लिए नवनिर्मित पर्यटन सुविधाओं का लोकार्पण किया। अमित शाह ने नडाबेट बॉर्डर आउटपोस्ट सैनिक सम्मेलन को संबोधित किया और जवानों के साथ बड़ा खाना व संवाद भी किया। इस अवसर पर गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल और सीमा सुरक्षा बल (BSF) के महानिदेशक सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि कोई भी सीमा सुरक्षा बल हो, विशेषकर बीएसएफ़, उसका काम बहुत कठिन होता है। रेतीली आंधियां, चिलचिलाती गर्मी, हाड़ कंपा देने वाली ठंड, इन सबके बीच एकाग्रता के साथ जीवनपर्यंत कर्तव्य के मंत्र को साकार करते हुए बीएसएफ़ के जवान देश की 6385 किलोमीटर लंबी सीमा की सुरक्षा कर रहे हैं।
गुजरात के नडाबेट में सीमा दर्शन पर्यटन सुविधाओं का लोकार्पण
—अमित शाह ने BSF जवानों के साथ बड़ा खाना व संवाद किया
—BSF के जवान सीमा पर सुदर्शन चक्र लिए हुए खड़े हैं
— सीमाओं की सुरक्षा के चलते सीमाओं पर विकास संभव
— देश की 6385 KM लंबी सीमा की सुरक्षा कर रहे हैं BSF जवान
—रेतीली आंधियां, चिलचिलाती गर्मी, हाड़ कंपा देने वाली ठंड में डटे हैं जवान
—1965 में 25 बटालियनों के साथ शुरू हुआ था BSF संगठन
—193 बटालियन और 60 आर्टिलरी रेजीमेंट की 2,65,000 जवानों की नफ़री
—गुजरात पर्यटन के लिए एक गैलरी, नडाबेट और बनासकांठा के लिए भी गैलरी बनाई
जबसे नरेन्द्र मोदी देश के प्रधानमंत्री बने तबसे देश को दुनिया में हर क्षेत्र में सर्वोच्च स्थान पर पहुंचाने का आयोजनबद्ध तरीक़े से प्रयास हो रहा है। ये प्रयास इसीलिए सफल होगा क्योंकि हमारे सीमा सुरक्षा बल के जवान सीमा पर अभेद्य सुरक्षा का सुदर्शन चक्र लिए हुए खड़े हैं, आप सीमाओं की सुरक्षा करते हो इसीलिए सीमाओं पर विकास संभव हो रहा है। उन्होंने कहा कि ये तो वो सीमा है जहां बीएसएफ़ और सेना के जवानों ने उत्कृष्ट पराक्रम दिखाया है।
लढ़ाई में लगभग 1000 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र को पाकिस्तान से छीनकर विजय पताका फहराने का काम बॉर्डर सिक्योरिटी फ़ोर्स ने किया। बहुत लंबे समय तक, जब तक समझौता नहीं हुआ, बीएसएफ़ एडमिनिस्ट्रेशन में भी लगी रही और 1965 में 25 बटालियनों के साथ शुरू हुआ ये संगठन, आज 193 बटालियन और 60 आर्टिलरी रेजीमेंट की 2,65,000 जवानों की नफ़री के साथ है। पूरा देश और देश का हर नागरिक मानता है कि ये संगठन और 2,65,000 की ये नफ़री भारत की सुरक्षा की गारंटी है।
केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि कश्मीर घाटी में घुसपैठ रोकनी हो, नॉर्थ-ईस्ट में और कुछ वामपंथी उग्रवाद वाले क्षेत्रों में आंतरिक सुरक्षा को संभालना हो, भारत-बांग्लादेश अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर दोनों देशों के रिश्तों में सौहार्द बनाए रखते हुए देश के सभी हिस्सों की सुरक्षा करनी हो, क्रीक के कठिन क्षेत्र में भी घुटनों तक दलदल में घंटों तक चलकर वहां सजग रहना हो, विश्व में इतनी कठिन परिस्थितियों में काम करने वाला बीएसएफ़ के सिवा कोई और सीमा सुरक्षा बल नहीं होगा।
जान की बाजी लगाकर देश की सुरक्षा करते हैं BSF के जवान
केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि भारत की कठिन से कठिन सीमाओं की सुरक्षा करने वाले सीमा सुरक्षा बल(BSF) के हमारे जवान जो -40 डिग्री टेंपरेचर से लेकर 45 डिग्री टेंपरेचर वाली सीमाओं पर जान की बाजी लगाकर देश की सुरक्षा करते हैं, बीएसएफ के कई जवानों ने अपनी जान गवाई है उन सभी को आज यादकर पूरे देश की ओर से उन्हें श्रद्धांजलि देना चाहता हूं।
गुजरात की ये ऐतिहासिक सीमा BSF के उत्कृष्ट पराक्रम की साक्षी रही है।
कश्मीर में घुसपैठ रोकनी हो, नार्थ ईस्ट में आंतरिक सुरक्षा हो, क्रीक के दलदल में सजगता दिखानी हो विश्व में इतनी कठिन परिस्थितियों में काम करने वाला शायद ही दूसरा कोई बल होगा।
BSF देश की सुरक्षा की गारंटी है। pic.twitter.com/rdL3pQFyTF
— Amit Shah (@AmitShah) April 10, 2022
उन्होने कहा कि मैं आजपूरे देश की जनता की ओर से जीवनपर्यंत कर्तव्य के नारे को चरितार्थ करने वाले बीएसएफ के छोटे से छोटेजवान से लेकर डीजी तक सभी का बहुत-बहुत धन्यवाद करना चाहता हूं और आपकी वीरता को सैल्यूट भी करना चाहता हूं। शाह ने कहा कि जब जब देश पर संकट आया, बीएसएफ ने वीरता दिखाने में कोई कमी नहीं की। एक महावीर चक्र, चार कीर्ति चक्र, तेरह वीर चक्र, तेरह शौर्य चक्र और अनेक बलिदानों की गाथा बीएसएफ अपने साथ लेकर चलती है और यह वीरता का जो अनूठा संगम बीएसएफ में हुआ है इस पर पूरा देश गर्व करता है।
पर्यटकों के लिए सभी सुविधाएं उपलब्ध
केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यहां पर पर्यटकों के लिए फर्नीचर और इंटीरियर वर्क के साथ तीन आगमन प्लाजा बनाए हैं, विश्राम स्थल बनाए हैं, 500 लोगों की क्षमता वाला ऑडिटोरियम बनाया है, चेंजिंग रूम बनाया है, 22 दुकानें और रेस्टोरेंट बनाए हैं, डेकोरेटिवलाइटिंग होने वाली है और यहां की 30% बिजली सोलर आधारित है, इस प्रकार यहाँ पर आधुनिक से आधुनिक सेक्टर बनाने का काम किया है। बच्चों को खेलने की सुविधाएं और आसमान को छूता 100 फुटऊंचा तिरंगा ये सभी यहां आकर्षक के केंद्र बनेंगे। यहां पर 6 गैलरियाँ बनी है जो हमें देश की सभी सीमाओं का परिचय कराएँगी। गुजरात के पर्यटन के लिए एक गैलरी व नडाबेट और बनासकांठा के लिए भी एक गैलरी बनाई गई है। यहां पर बीएसएफ की तीनों विंग समुद्री, वायु और आर्टिलरी का परिचय देने वाली एक गैलरी भी होगी।
सीमा दर्शन पर 125 करोड़ रूपए गुजरात सरकार ने ख़र्च किया
गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि नडाबेट में सीमा दर्शन कार्यक्रम पर 125 करोड़ रूपए का ख़र्च गुजरात सरकार ने किया है। यहां बीएसएफ़ की वीरगाथाओं को देखकर छोटे-छोटे बच्चे हमारे बॉर्डर गार्डिंग फ़ोर्स के प्रति सम्मान की भावना को संस्कार के रूप में आत्मसात करें, वे भी निश्चय करें कि देश की सुरक्षा के क्षेत्र में मुझे भी कुछ करना चाहिए, देश की सुरक्षा करने वाले प्रहरी के प्रति उसका सम्मान और संवेदना हमेशा के लिए जागृत हो जाएगी। गुजरात सरकार अब ये भी आयोजन करने वाली है कि पांचवी से आठवीं कक्षा तक के हर छात्र के स्कूल के पर्यटन का सेंटर अब ये नडाबेट बनने जा रहा है। इससे बीएसएफ़ के त्याग, समर्पण, बलिदान और वीरता सबको अपने साथ लेकर वो सिविल सोसायटी में जाएगाऔर जब वह नागरिक बनेगा तब उसके जीवन के अंतिम साल तक यहसम्मान बना रहेगा। गुजरात सरकार आसपास के क्षेत्र में रहने की सुविधा के लिए भी अच्छी प्लानिंग करने जा रही है औरकम से कम 2 दिन बनासकांठा की सरहद पर गुजरात का हरनागरिक बिताए तभी वो सरहद की कठिनाइयों के साथ जुड़ेगा और सरहद को जानने का काम कर पाएगा।