नई दिल्ली/ अदिति सिंह : तालिबान के कब्जे में आए अफगानिस्तान में से 104 अफगानिस्तानियों और श्री गुरु ग्रंथ साहिब के दो स्वरूप, एक पोथी और एक श्री भगवत् गीता के स्वरूप को लेकर विशेष फ्लाइट आज यहां अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंची। यहां भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नडडा, केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी और सिख नेता मनजिन्दर सिंह सिरसा ने अफगानिस्तानी निवासियों और सरूपों का भव्य स्वागत किया। अफगानिस्तान से वापस लौटे भारतीय नागरिकों और अफगान भाइयों में अफगान हिंदू-सिख समुदाय के सदस्य भी शामिल हैं। भाजपा अध्यक्ष ने खुद एयरपोर्ट पर स्वागत किया और गुरु ग्रंथ साहिब की प्रति को श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए अपने सिर पर रखकर एयरपोर्ट से बाहर लेकर आए। जेपी नडडा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारत सरकार की ओर से मुझे हमारे भारतीय नागरिकों और हमारे अफगान भाइयों, जिनमें अफगान हिंदू सिख समुदाय के सदस्य भी शामिल हैं, का भारत में स्वागत करते हुए अपार खुशी हो रही है। गुरु ग्रंथ साहिब के दो सरूप और प्राचीन हिंदू शास्त्रों और पांडुलिपियों की प्रतियाँ प्राप्त करना बहुत ही गौरव और सम्मान की बात है।
– श्री गुरु ग्रंथ साहिब के दो स्वरूप, एक पोथी, एक श्री भगवत् गीता के स्वरूप भी आए
-जत्थे में भारत आने वाले 104 सदस्य हैं, जिनमें 10 भारतीय नागरिक शामिल
– हवाई अड्डे पर जे.पी. नड्डा, हरदीप पुरी और मनजिन्दर सिरसा ने किया स्वागत
-नड्डा ने गुरु ग्रंथ साहिब की प्रति को सिर पर रखकर एयरपोर्ट से बाहर लेकर आए
-अफगानिस्तान में फंसे सिखों और हिंदुओं को निकालने का वादा सरकार ने पूरा किया : सिरसा
इस जत्थे में भारत आने वाले कुल 104 सदस्य हैं, जिनमें 10 भारतीय नागरिक हैं। यह बेहद गर्व की बात है कि अफगानिस्तान के ऐतिहासिक गुरुद्वारों में रखे श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी की प्रतियों के साथ साथ काबुल के असमाया मंदिर से श्रीमद्भागवत गीता, श्री रामचरित मानस और अन्य हिंदू पवित्र ग्रंथों और दुर्लभ पांडुलिपियों की प्रतियां भी आज एक विशेष उड़ान से सिख संगत और हिंदू भक्तों द्वारा वापस भारत लाई गई हैं। इससे पूर्व अगस्त माह में अफगान मूल के हिंदू और सिख समुदाय के नागरिक भारत पहुंचे थे और इन नागरिकों के साथ ही अफगानिस्तान के तीन अलग-अलग गुरुद्वारों में रखी गुरु ग्रंथ साहिब की प्रतियां भी उसी जहाज से भारत पहुंची थीं।
इस मौके भाजपा के सिख नेता सरदार मनजिन्दर सिंह सिरसा ने बताया कि तालिबान के कब्जे में आने के बाद दुनियां की किसी भी ताकत ने वहां फंसे सिख और हिंदू भाईचारे लोगों की जानों की रक्षा के लिए कोई कदम नहीं उठाया जबकि भारत ने पहले भी सिख और हिंदू भाईचारों के लोगों को वहां से निकाला और अब बाकी रहतों को भी निकाला जा रहा है। सरदार सिरसा ने बताया कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने यह वादा किया था कि अफगानिस्तान में रहते किसी भी सिख और हिंदू को कोई नुकसान नहीं पहुंचने दिया जाएगा और भाजपा ने अपना वादा निभाया है और इन लोगों को सुरक्षित वहां से निकाल लिया है और बाकियों को भी जल्दी ही निकाला जाएगा। उन्होंने बताया कि आज फ्लाइट में श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी के दो स्वरूप और 350 साल पुरानी पोथी भी भारत लाई गई है। इसके अलावा श्री भगवत गीता का भी एक स्वरूप लाया गया है। उन्होंने कहा कि अब यह दुनियां देख रही है कि सिखों का हाथ कौन पकड़ रहा है और सिख भाईचारे को भी इस पर गौर करना चाहिए कि 1984 के सिख हत्याकांड के मसले हल करने वाली भाजपा अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी सिखों के साथ डट कर खड़ी है।