-मंडप में सात फेरे लेने के पहले दुल्हन की मौत, दूल्हे की हुई शादी
-छोटी बहन से कराई शादी, विदाई के बाद हुआ अंतिम संस्कार
लखनऊ /सुजीत चौरसिया : फिल्मों में तो अक्सर आपने देखा होगा कि शादी के वक्त अक्सर एैन वक्त पर अनहोनी हो जाती है और दूल्हा या दुल्हन की मौत हो जाती है। लेकिन फिर भी शादी हो जाती है। जी हां, उत्तर प्रदेश के इटावा में हकीकत में फिल्म जैसी सीन शादी के मंडप में बनी, जहां दुल्हन की मांग में सिंदूर डालने के बाद दुल्हन की मौत हो गई। पलक झपकते ही खुशी का माहौल गम में तब्दील हो गया। लेकिन, आखिर में दूल्हे की शादी हुई।
उत्तर प्रदेश के इटावा जिले में एक अकल्पनीय घटना हुई। यहां आयोजित एक शादी समारोह में सात फेरे से ठीक पहले हार्ट अटैक से दुल्हन की मौत हो गई। दुख की इस घड़ी में वर और वधू पक्ष के लोगों ने थोड़े विचार-विमर्श के बाद दुल्हन की छोटी बहन से दूल्हे की शादी करा दी। शादी होने तक पहले वाली दुल्हन का शव घर में ही रखा रहा। यह मामला इटावा के भर्थना इलाके के समसपुर का है।
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समसपुर में नवाली के रहने वाले मंजेश कुमार की शादी सुरभि नाम की लड़की से हो रही थी। बारातियों का स्वागत और जयमाल कार्यक्रम पूरे हो चुके थे। मंडप में हिंदू रीति-रिवाज से शादी की रस्में पूरी की जा रही थीं। रात तकरीबन दो बजे दुल्हन की मांग में सिन्दूर भी भरी जा चुकी थी। इसके बाद सात फेरों से ठीक पहले मंडप में ही दुल्हन की तबीयत अचानक बिगड़ी और वह बेहोश हो गई। उसकी बिगड़ी हालत देख उसे तुरंत गांव के ही एक चिकित्सक को दिखलाया गया। जहां चिकित्सक ने सुरभि को डेड घोषित कर दिया। चिकित्सक के मुताबिक, सुरभि की मौत हार्ट अटैक से हुई थी।
दुल्हन की मौत के बाद वर-वधू पक्ष के बीच मातम पसर गया।
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इस मौके पर मौजूद हर शख्स दुख में डूबा था। जहां थोड़ी देर पहले खुशी के ठहाके गूंज रहे थे, वहां अचानक माहौल गमगीन हो गया। सुरभि के भाई सौरभ जाटव ने बताया कि इस गम के माहौल में घरवालों और लड़केवालों के बीच बातचीत हुई। फिर तय हुआ कि छोटी बहन निशा से लड़के की शादी करा दी जाए। सबकी सहमति के बाद आनन-फानन में मृत दुल्हन की छोटी बहन निशा की शादी दूल्हे से करा दी गई। इस बीच मृत दुल्हन सुरभि का शव घर में ही रखा रहा। निशा की विदाई के बाद सुरभि का अंतिम संस्कार किया गया। यह वाक्या क्षेत्र में चर्चा का विषय बन गया है।