– कोरोना के चलते बंद हुई ज्यादातर ट्रेनें फिर से पटरी पर उतरेंगी
– सभी राज्य सरकारों से बात कर ट्रेनों को जल्दी चलाया जाएगा : रेलवे बोर्ड
नई दिल्ली, टीम डिजिटल: देशभक्ति लाखों रेल यात्रियों के लिए एक बड़ी खुशखबरी है। भारतीय रेलवे (Indian Railways) ने कोविड महामारी की दूसरी लहर के बाद अब तेजी से यात्री सेवाओं की बहाली करना शुरू कर दिया है । राज्यों से हरी झंडी मिलने के बाद एक सप्ताह में विशेष मेल एक्सप्रेस गाड़ियों का परिचालन शुरू हो जाएंगी। रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुनीत शर्मा (Sunit Sharma) ने यहां संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि रेलवे ने कोविड की दूसरी लहर के बाद तेजी से सामान्य हो रही स्थिति के बीच एक जून के बाद से करीब 88 विशेष मेल एक्सप्रेस गाड़ियों का परिचालन शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा, हमारा ध्येय जल्द से जल्द यात्री सेवाएं शुरू करना है। कोविड की दूसरी लहर के पहले धीरे धीरे करके रेलवे ने करीब 1500 यात्री मेल एक्सप्रेस गाड़ियों का परिचालन शुरू कर दिया था। लेकिन महामारी की दूसरी लहर के बाद स्थिति बदल गयी थी।
479 पैसेंजर गाड़ियां चलाई जाएंगी
शर्मा ने कहा कि इस समय 889 यात्री मेल एक्सप्रेस गाड़ियां चल रही हैं। 479 पैसेंजर गाड़ियां चलायीं जा रहीं हैं। अगले पांच छह दिनों में राज्यों से बात करके हम जल्द से जल्द यात्री सेवाओं की बहाली कर देंगे। बीते दिनों मांग के आधार पर 500 विशेष गाड़ियां मुंबई एवं दिल्ली क्षेत्र से पूर्वी उत्तर प्रदेश एवं बिहार के गंतव्यों के लिए चलायीं गयीं हैं। पिछले माह में यात्रियों की संख्या पांच लाख तक पहुंच गयी है लेकिन जून में यह संख्या 13 लाख तक आ गयी है। उन्होंने कहा कि हालांकि यह महामारी का दौर है और कई राज्यों ने यात्रियों के लिए आरटीपीसीआर अथवा एंटीजन परीक्षण की शर्त लगा रखी है। इन सब बातों पर राज्यों से बात हो रही है। कई राज्यों ने शर्तों को आसान किया है।
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एलएचबी कोचों का किया जा रहा निर्माण
उन्होंने बताया कि रेलवे ने कोविड महामारी के बीच मालवहन क्षमता में खासी वृद्धि का रुझान है। मई में रेलवे ने 114.82 टन माल ढुलाई की जो वर्ष 2019 में मई माह की तुलना में लगभग 104 टन अधिक है। कोविड महामारी के बीच रेलवे ने देश के विभिन्न भागों में ऑक्सीजन की आपूर्ति (oxygen supply) की मुहिम जारी रखी है। उन्होंने कहा कि मंगलवार सुबह तक 698 ऑक्सीजन एक्सप्रेस गाड़ियों का संचालन हो चुका था और 1587 टैंकरों की मदद से 27269 टन तरल मेडिकल ऑक्सीजन का परिवहन हो चुका है।
शर्मा ने यह भी बताया कि रेलवे ने आईसीएफ कोचों का निर्माण पूरी तरह से बंद कर दिया है और पूरी तरह से एलएचबी कोचों का निर्माण किया जा रहा है। हाल के दिनों में आईसीएफ कोचों के 731 रैक को एलएचबी रैक से बदला गया है। उन्होंने कहा कि रेलवे ने हाल में वातानुकूलित तृतीय (एसी-3) के इकॉनोमी कोच बनाये हैं जिनमें 72 की बजाय 83 शायिकाएं हैं। ये कोच जल्द ही गाड़ियों में दिखायीं देंगे।
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60 प्रतिशत रेलकर्मियों का हो चुका टीकाकरण
रेलवे कर्मियों के कोविड के प्रभावित होने के बारे में एक सवाल पर उन्होंने कहा कि करीब 2600 रेलकर्मियों की जान इस महामारी में गयी है। रेलवे बोर्ड उन कर्मचारियों के परिवारों के कल्याण के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। उन्होंने यह भी बताया कि इस समय तक करीब साढ़े छह लाख यानी 60 प्रतिशत रेलकर्मियों काे टीका लगाया जा चुका है। एक अन्य सवाल के जवाब में शर्मा ने कहा कि मार्च 2024 तक दिल्ली से मुंबई मार्ग की गतिसीमा 160 किलोमीटर प्रतिघंटा हो जाएगी। उन्होंने एक प्रश्न के उत्तर में कहा कि रेलवे के सभी प्रमुख अस्पतालों में ऑक्सीजन संयंत्रों की स्थापना की जाएगी।