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Sunday, September 8, 2024

रेल बजट-2024-25 : भारतीय रेलवे के लिए यात्री सुविधाओं एवं सेफ्टी पर पूरा फोकस

नई दिल्ली/ खुशबू पाण्डेय : भारतीय रेलवे (Indian Railways) के लिए वर्ष 2024-25 के आम बजट में सकल राजस्व व्यय दो लाख 78 हजार 500 करोड़ रुपए होने का अनुमान व्यक्त किया गया है, जिसमें दो लाख 62 हजार 200 करोड़ रुपए का पूंजीगत परिव्यय शामिल है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने लोकसभा में पेश आम बजट में ये प्रस्ताव किये हैं। बजट में का बड़ा हिस्सा सेफ्टी के लिए रखा गया है। सेफ्टी के लिए 108000 करोड़ रुपये निर्धारित किए गए हैं। इसमें पुराने ट्रैक्स को बदलना एवं उनका मेंटीनेंस करना, सिग्नलिंग व्यवस्था में आधुनिकीकरण और सुधार, रेल एक्सीडेंट रोकने के लिए सुरक्षा कवच का जाल बिछाने का प्रावधान किया गया है। इसके अलावा रेल के पुल बनाने पर भी बजट निर्धारित किया गया है। इधर बीच लगातार हो रहे रेल हादसों को देखते हुए सरकार और रेलवे का पूरा फोकस यात्री सुरक्षा एवं रेल संरक्षा पर रखा गया है। खास बात यह है कि रेलवे को रिकॉर्ड एलोकेशन किया गया है। इस बार 262200 करोड़ कैपेक्स का है।

—सुरक्षा और बुनियादी ढांचे में वृद्धि पर सरकार का जोर
—भारतीय रेलवे के लिए 2,62,200 करोड़ रुपये की राशि आवंटित की गई
—बजट का बड़ा हिस्सा 108000 करोड़ सेफ्टी के लिए आवंटित
—पुराने ट्रैक्स का मेंटीनेंस एवं नया बदलना, सिग्नलिंग प्रणाली में आधुनिकीकरण होगा
—रेल हादसों को रोकने के लिए कवच का नेटवर्क बिछेगा, कवच 4.0 का अप्रूवल

जबकि 2014 के समय 35000 करोड़ होता था। सुरक्षा संबंधी गतिविधियों के लिए पुरानी पटरियों को नए से बदलना, सिग्नल प्रणाली में सुधार और फ्लाईओवर तथा अंडरपास का निर्माण, और कवच लगाना इसपर पूरा जोर रहेगा।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने लोकसभा में पेश आम बजट में अनुदान मांगों के दस्तावेज के अनुसार चालू वित्त वर्ष के लिए रेलवे का शुद्ध राजस्व व्यय 2,78,500 करोड़ रुपये रखा गया है, जबकि वर्ष 2023-24 के पुनरीक्षित अनुमान यह दो लाख 58 हजार 600 करोड़ रुपये था। इस प्रकार से सकल राजस्व व्यय 19 हजार 900 करोड़ रुपए अधिक है। बजट अनुमान 2024-25 में रणनीतिक लाइनों के संचालन पर घाटे की प्रतिपूर्ति 2648 करोड़ रुपये रखी गई है, जबकि पुनरीक्षित अनुमान 2023-24 में यह राशि 2491.84 करोड़ रुपये थी।

रेल बजट-2024-25 : भारतीय रेलवे के लिए यात्री सुविधाओं एवं सेफ्टी पर पूरा फोकस

राष्ट्रीय परियोजनाओं के लिए बाजार की ऋण सेवा के लिए बजट 2024-25 में 745 करोड़ की राशि आवंटित की गई है।बजट प्रस्तावों में पूंजीगत व्यय के प्रावधान परिसंपत्तियों, अधिग्रहण, निर्माण और प्रतिस्थापन के लिए हैं जिन्हें सकल बजटीय सहायता (रेलवे सुरक्षा निधि और राष्ट्रीय रेल संरक्षा कोष सहित) और रेलवे के आंतरिक संसाधनों के रूप में सामान्य राजस्व से प्राप्त धनराशि से पूरा किये जाने का प्रस्ताव है।

निर्भया फंड में 200 करोड़ रुपए का प्रावधान

आम बजट 2024-25 में पूंजीगत व्यय के लिए प्रदान किए गए दो लाख 65 हजार 200 करोड़ रुपए के कुल परिव्यय में सामान्य राजस्व से दो लाख 52 हजार करोड़ रुपए, निर्भया कोष से दो सौ करोड़ रुपए, आंतरिक संसाधन से तीन हजार करोड़ और अतिरिक्त बजटीय संसाधनों से दस हजार करोड़ रुपए शामिल हैं। वर्ष 2024-25 में पूंजीगत व्यय दो लाख 40 हजार करोड़ रुपए था। बजट अनुमान 2024-25 में यात्री, माल, अन्य कोचिंग, विविध अन्य मदों और रेलवे भर्ती बोर्ड आदि से राजस्व सहित रेलवे की कुल प्राप्तियां दो लाख 78 हजार 500 करोड़ रुपये रखी गई हैं, जबकि पुनरीक्षित अनुमान 2023-24 में यह दो लाख 58 हजार 600 करोड़ रुपये थी।

ट्रैक बिछाने की गति 14.54 किमी प्रति दिन हो गई

बजट के बाद रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि पिछले 10 वर्षों में, रेलवे ने 31,180 ट्रैक किलोमीटर चालू किए। ट्रैक बिछाने की गति 2014-15 में 4 किमी प्रति दिन से बढ़कर 2023-24 में 14.54 किमी प्रति दिन हो गई। 2014-2024 के दौरान, रेलवे ने 41,000 रूट किलोमीटर (आरकेएम) का विद्युतीकरण किया है, जबकि 2014 तक केवल 21,413 रूट किलोमीटर का विद्युतीकरण किया गया था। इसके अलावा क्षमता वृद्धि, उच्च घनत्व नेटवर्क की भीड़ कम करना, देश में लॉजिस्टिक लागत में कमी लाना, यात्री अनुभव और उनकी सुरक्षा को बढ़ाना सरकार के लिए प्राथमिकता वाले क्षेत्र हैं।

बजट से भारतीय रेलवे को बूस्ट मिला : अश्विनी वैष्णव

रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि आज के बजट से भारतीय रेलवे को बूस्ट मिला है। रेलवे लो इनकम मिडिल क्लास की सवारी है। अभी जनरल ट्रेवल की डिमांड बढ़ी है। 700 करोड़ लोगों ने रेल से यात्रा किया है। इस चालू वित्त वर्ष में 2500 जनरल कोच के निर्माण का फैसला लिया गया। रेलमंत्री के मुताबिक बाद में 10000 कोच का निर्णय लिया गया है। आज बजट में इसका सैंक्शन हुआ। इसके अलावा रेल दुर्घटनाओं को रोकने के लिए कवच 4. 0 का भी अप्रूवल हुआ है। अब इसे तेजी से रेलगाड़ियों में लगाया जाएगा।यूपीए सरकार के दौरान 411000 रेलवे नौकरियां दी गई, जबकि मोदी सरकार ने 20 प्रतिशत ज़्यादा नौकरियां दी है। सिर्फ 500000 नौकरियां रेल में दी गई हैं। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के मुताबिक रेलवे में जॉब का एनुअल कैलेंडर बना है। इस वर्ष करीब 39000 रेलवे में नौकरी दी जाएगी।

बजट प्रधानमंत्री मोदी के पिछले 10 वर्षों के शासन की कड़ी मेहनत

रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव (Railway Minister Ashwini Vaishnav) ने कहा कि कवच के घटकों में शामिल ऑप्टिकल फाइबर केबल 4,275 किलोमीटर से अधिक दूरी पर बिछाई गई है और अन्य घटक- जैसे दूरसंचार टावर, ट्रैक आरएफआईडी उपकरण, स्टेशन कवच और लोको कवच भी तेजी से लगाए जा रहे हैं। संप्रग शासन के दौरान रेलवे के लिए बजटीय आवंटन की तुलना करते हुए उन्होंने कहा कि 2014 के आसपास रेलवे के लिए बजटीय आवंटन केवल लगभग 35,000 करोड़ रुपये हुआ करता था और आज यह 2.62 लाख करोड़ रुपये के नए स्तर पर पहुंच गया है। उन्होंने कहा कि यह बजट प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के पिछले 10 वर्षों के शासन की कड़ी मेहनत और लक्ष्य केंद्रित नजरिये को आगे बढ़ाता है।
—आज के बजट से रेलवे को बूस्ट मिला है
—रेलवे लो इनकम मिडिल क्लास की सवारी है
—अभी जनरल ट्रेवल की डिमांड बढ़ी है
—700 करोड़ लोगों ने रेल से यात्रा किया है
—चालू वित्त वर्ष में 2500 जनरल कोच के निर्माण का फैसला
—बाद में 10000 कोच का निर्णय लिया गया
—कवच 4. 0 का भी अप्रूवल हुआ।
—यूपीए सरकार के दौरान 411000 रेलवे नौकरियां दी गई
—मोदी सरकार ने 20 प्रतिशत ज़्यादा 500000 नौकरियां रेल में दी
—भारतीय रेलवे में जॉब का एनुअल कैलेंडर बना
—इस वर्ष करीब 39000 रेलवे में नौकरी दी जाएगी

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