रायबरेली /नेशनल ब्यूरो । कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने रविवार को सांप्रदायिकता और जातिवाद की राजनीति पर करारा हमला बोला। उत्तर प्रदेश की कांग्रेस प्रभारी ने नारी शक्ति की एकजुटता का आह्वान करते हुए महिलाओं को उनकी ताकत का अहसास कराया और उनसे अपने मतदान की ताकत से सूबे की सत्ता और सियासत में बदलाव लाने की अपील की। प्रियंका ने कहा कि यदि महिलाएं एकजुट हो जाएं तो उत्तर प्रदेश क्या पूरे देश की सियासत को बदल सकती हैं। इसके साथ ही कांग्रेस महासचिव ने केंद्र और यूपी की भाजपा सरकारों पर भी जमकर हमला बोला।
प्रियंका गांधी ने रविवार को कांग्रेस के महिला सशक्तीकरण महाअभियान के अंतरगत रायबरेली के रिफार्म्स क्लब में ‘शक्ति संवाद’ कार्यक्रम में भाग लिया। प्रियंका ने कहा कि महिलाएं बहुत जुल्म, अत्याचार सह चुकी हैं। अब और सहन नहीं करेंगी। देश की राजनीति को बदलने के लिए आधी आबादी को एकजुट होने की जरूरत है। दो साल पहले मुझे उत्तर प्रदेश का प्रभारी बनाया गया। डेढ़ साल पूर्व उन्नाव में एक बेटी से दुष्कर्म हुआ, उसकी हत्या कर दी गई। उसके परिवारवालों को प्रताडि़त किया गया।
—प्रियंका गांधी वाड्रा ने रायबरेली में नारी शक्ति की एकजुटता का किया आह्वान
—रायबरेली के रिफार्म्स क्लब में ‘शक्ति संवाद’ कार्यक्रम
—कांग्रेस की सरकार बनी तो 40 फीसद रोजगार महिलाओं को दिया जाएगा
कांग्रेस महासचिव ने आगे कहा कि इसी तरह हाथरस में एक लड़की से दुष्कर्म कर हत्या कर दी गई। पुलिस-प्रशासन के अधिकारियों ने उसके घरवालों को चेहरा तक नहीं देखने दिया, शव को रात में ही जला दिया। ललितपुर में दो किसानों ने आत्महत्या कर ली। उनके परिवार की जिम्मेदारी महिलाओं पर आ गई। इन्हीं घटनाओं से मेरे मन में विचार आया कि महिलाओं के लिए कुछ करना चाहिए। उन्होंने सवाल किया कि क्या महिलाएं एकजुट नहीं हो सकतीं। उन्होंने कहा कि महिलाएं जब मतदान करने जाएं तो उन्हें वोट करें जो उनको सशक्त बनाने के लिए काम करते हों।
प्रियंका गांधी ने कहा कि नारी शक्ति यदि संगठित हो जाए तो देश की सियासत सुधरने में देर नहीं लगेगी। कांग्रेस की प्रदेश प्रभारी ने कहा कि लड़की हूं, लड़ सकती हूं का नारा अब असर करने लगा है। आशा बहुओं का मानदेय बढ़ाया गया है। इसका ही असर है कि अब प्रधानमंत्री एक बैठक करने जा रहे हैं जिसमें सिर्फ महिलाओं को ही बुलाया जा रहा है। उन्होंने अमेठी की रमाकांती का जिक्र करते हुए कहा कि घरवालों के विरोध के बावजूद उन्होंने बेटी को स्नातक तक की शिक्षा दिलाई। इसके साथ ही प्रियंका ने वादा किया कि यदि सूबे में कांग्रेस की सरकार बनी तो 40 फीसद रोजगार सिर्फ महिलाओं को दिया जाएगा।