प्रयागराज/ विनोद मिश्रा। कुंभ मेला—2025 को लेकर भारतीय रेलवे (Indian Railways) ने तैयारियां तेज कर दी है। इसके लिए प्रयागराज (Prayagraj) के 9 स्टेशनों पर सुविधाएं बढ़ाई जाएंगी। अक्टूबर 2024 से पहले सभी कार्य पूरे कर लिए जाएंगे। खास बात यह है कि इस बार महाकुंभ के मौके पर रेलवे 1200 स्पेशल ट्रेनें चलाएगा। कुम्भ 2025 के दृष्टिगत लगभग 837 करोड़ की लागत से विभिन्न आधारभूत संरचना एवं यात्री सुविधाओं के कार्यों को किया जा रहा है, जिसमें प्रयागराज क्षेत्र में विभिन्न स्थानों पर आरओबी और आरयूबी का निर्माण कराया जा रहा है। जिससे की प्रयागराज क्षेत्र में आने वाले श्रद्धालुओं की यात्रा सुगम हो सकेगी। इसके साथ ही उन्होंने यह भी बताया की इन सभी कार्यों के लिए जिला प्रशासन एवं सेना के अधिकारियों के साथ संयुक्त रूप से विचार विमर्श कर निर्णय लिए जा रहे हैं, जिससे कार्य को तेजी के साथ किये जाने में सहायता मिल रही है और रेलवे की कोशिश है कि अक्टूबर 2024 तक कुम्भ 2025 से जुड़े सभी कार्य पूर्ण कर लिया जाए।
—प्रयागराज के 9 स्टेशनों पर सुविधाएं बढ़ाई जाएंगी
— अक्टूबर 2024 से पहले पूरे होंगे कार्य
—प्रयागराज जंक्शन पर लगाए जाएंगे 245 CCTV कैमरे
—कुंभ के लिए विशेष पर्यटक ट्रेनों का भी होगा संचालन
—2019 के कुंभ में चलाई गई थीं 800 स्पेशल ट्रेनें,ट्रेनों की क्षमता दोगुनी
इस अवसर पर उन्होंने यह भी बताया की उपरोक्त तैयारियों के अतिरिक्त रेलवे एवं जिला प्रशासन द्वारा प्रयागराज क्षेत्र के सभी 9 स्टेशनों की गैप एनालिसिस हेतु प्रत्येक स्टेशन हेतु सन्युक्त टीमों का गठन किया गया है। टीमों द्वारा सभी स्टेशनों का सन्युक्त रूप से निरीक्षण कर लिया गया है। टीमों द्वारा सौपी जाने वाली रिपोर्ट के आधार पर कुम्भ मेला 2025 हेतु आवश्यकतानुसार अतिरिक्त संसाधनों की व्यवस्था की जायेगी।
प्रयागराज मंडल के डीआरएम हिमांशु बडोनी (Himanshu Badoni) ने कहा कि यात्री सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए हम इंफ्रास्ट्रक्चर का डेवलपमेंट कर रहे हैं जिससे कि कुंभ 2025 में हम अधिक ट्रेनें यात्रियों के लिए चला सके।
प्रयागराज जंक्शन (Prayagraj Junction) रेलवे स्टेशन के रीडेवलपमेंट के कार्य को तीन भागों में किया जा रहा है, जिसमें सिविल लाइंस साइड का कार्य, सिटी साइड का कार्य और कानकोर्स का कार्य किया जाना है, जिसमें सिविल लाइन साइड कार्य शुरू हो चुका है इसका फंक्शनल पोर्शन अक्टूबर 2024 तक पूर्ण कर लिया जाएगा। शेष कार्य को कुंभ 2025 के पश्चात किया जाएगा, जिससे कि यात्रियों को कुंभ में आने जाने में किसी दिक्कत का सामना ना करना पड़े। डीआरएम के मुताबिक वर्तमान में किये जा रहे आधारभूत संरचना के विकास के सभी कार्यों के फलस्वरूप रेल प्रशासन हमारी संचालन क्षमता में वृद्धि होगी जिसके परिणामस्वरूप हम अधिक से अधिक ट्रेनों का संचालन कर पायेंगे और यात्रियों को अधिक बेहतर सुविधा उपलब्ध करा सकेंगे।
उन्होंने यह भी बताया की प्रयागराज मण्डल में 15 स्टेशनों को अमृत भारत स्टेशन के रूप में विकसिट किया जा रहा है|इस अवसर पर अपर मण्डल रेल प्रबंधक संजय सिंह ने पॉवर पॉइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से कुम्भ 2025 के लिए की जा रही तैयारियों के बारे में भविष्य के विश्वस्तरीय स्टेशन की एक झलक दिखाई। इस अवसर पर विरष्ठ मण्डल वाणिज्य प्रबंधक, प्रयागराज मण्डल शशिभूषण, वरिष्ठ मण्डल परिचालन प्रबंधक श्री कृष्ण शुक्ला, मण्डल इंजीनियर/ संपदा सहित निर्माण विभाग के अधिकारीगण उपस्थित रहे|
10,000 तीर्थयात्रियों की क्षमता वाले चार यात्री आश्रयों का निर्माण
डीआरएम बडोनी ने बताया कि कुम्भ 2019 की तैयारियों के दौरान तीर्थयात्रियों की सुविधाओं हेतु रेलवे द्वारा लगभग 700 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाले 41 कार्य किए गए । छह आरयूबी का चौड़ीकरण, प्रयागराज और उसके आसपास आठ नए आरओबी रिकॉर्ड समय में पूरे किए गए, प्रयागराज जंक्शन पर लगभग 10,000 तीर्थयात्रियों की क्षमता वाले चार यात्री आश्रयों का निर्माण| इन आश्रयों में वेंडिंग स्टॉल, वॉटर बूथ, टिकट काउंटर, एलसीडी टीवी, पीए सिस्टम, सीसीटीवी और महिलाओं और पुरुषों के लिए अलग-अलग शौचालय हैं, वॉशेबल एप्रोन से सुसज्जित नये प्लेटफार्म नंबर 6 का निर्माण, प्रयागराज जंक्शन सभी प्लेटफार्म को जोड़ने वाले मुख्य एफओबी को 6 मीटर चौड़ा किया गया, तीर्थयात्रियों की आवाजाही और सड़क वाहनों की आसान निकासी की सुविधा के लिए वाराणसी-प्रयागराज मार्ग पर 3 लेवल क्रॉसिंग और प्रयाग-लखनऊ खंड पर 2 लेवल क्रॉसिंग का चौड़ीकरणजैसे आधारभूत संरचना के कार्यों को किया गया| कुम्भ 2019 क३ दौरान छह मुख्य स्नान दिवसों (डी-1 से डी+3) पर 800 विशेष मेला ट्रेनों का संचालन किया गया था।