नई दिल्ली /खुशबू पाण्डेय : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने अपने हर फैसलों की तरह इस बार कैबिनेट विस्तार एवं मंत्रालयों के बंटवारें में भी सभी के चौका दिया। टॉप के मंत्रालयों को लेकर चल रही मारामारी के बीच मोदी ने बडे ही आराम से सभी का बंटवारा कर देशभर के राजनीतिक पंडितों को हैरान कर दिया। निरंतरता का संकेत देते हुये सोमवार को अपनी नयी सरकार में चार हाई-प्रोफ़ाइल मंत्रालयों – गृह, रक्षा, वित्त और विदेश – का प्रभार क्रमशः अमित शाह, राजनाथ सिंह, निर्मला सीतारमण और एस जयशंकर के पास बरकरार रखा। इन विभागों के प्रभारी चार मंत्री मंत्रिमंडल की सुरक्षा मामलों की समिति (सीसीएस) के सदस्य होते हैं, जिसके अध्यक्ष प्रधानमंत्री होते हैं। केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल नए चेहरों में मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को कृषि और ग्रामीण विकास मंत्रालय मिला है, जबकि भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा स्वास्थ्य मंत्रालय में लौट आए हैं।
—अमित शाह, राजनाथ सिंह, निर्मला सीतारमण और एस जयशंकर के पास बरकरार रखा
—जयशंकर विदेश मंत्री, शिवराज को कृषि और मनोहर लाल खट्टर को ऊर्जा विभाग मिला
—भाजपा ने टॉप टेन के सभी बडे मंत्रालय अपने पास रखे
यह विभाग उन्होंने मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में भी संभाला था। हालांकि बाद में उन्होंने 2019 में पहले कार्यकारी अध्यक्ष के रूप में और फिर 2020 में अध्यक्ष के रूप में सत्तारूढ़ भाजपा की कमान संभाली। देश भर में राजमार्ग नेटवर्क को बढ़ावा देने का श्रेय पाने वाले नितिन गडकरी ने सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय का प्रभार बरकरार रखा है। हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को आवास एवं शहरी मामले तथा ऊर्जा मंत्रालय आवंटित किए गए हैं। सरकार में उभरते सितारे अश्विनी वैष्णव के पास पिछली बार महत्वपूर्ण रेलवे और इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालयों का प्रभार था। उन्हें इस बार इन विभागों के साथ महत्वपूर्ण सूचना और प्रसारण मंत्रालय की जिम्मेदारी भी दी गयी है। धर्मेन्द्र प्रधान और पीयूष गोयल क्रमशः शिक्षा और वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय का प्रभार संभालते रहेंगे। हरदीप सिंह पुरी ने पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय अपने पास बरकरार रखा है, लेकिन उनसे आवास और शहरी मामलों का मंत्रालय वापस ले लिया गया है। एक आधिकारिक बयान के अनुसार, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने मोदी की सलाह के अनुसार प्रधानमंत्री सहित केंद्रीय मंत्रिपरिषद के 72 सदस्यों को विभागों का आवंटन करने का निर्देश दिया। किरेन रीजीजू को पृथ्वी विज्ञान की जगह संसदीय कार्य मंत्रालय की जिम्मेदारी दी गयी है, जबकि अर्जुन राम मेघवाल कानून मंत्री बने रहेंगे और सर्बानंद सोनोवाल ने पोत-परिवहन विभाग बरकरार रखा है। भूपेंद्र यादव के पास पर्यावरण मंत्रालय की जिम्मेदारी होगी।
एच.डी. कुमारस्वामी को भारी उद्योग और इस्पात मंत्रालय
केंद्रीय मंत्रिमंडल में भाजपा के सहयोगी दलों के पांच सदस्यों में से जनता दल (सेक्युलर) के एच.डी. कुमारस्वामी को भारी उद्योग और इस्पात मंत्रालय का जिम्मा मिला है जबकि जीतन राम मांझी (हम-सेक्युलर) सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय, ललन सिंह (जनता दल-यूनाइटेड) के पास पंचायती राज, मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय की जिम्मेदारी संभालेंगे। तेलुगु देशम पार्टी के के. राममोहन नायडू को नागर विमानन मंत्रालय और लोजपा (रामविलास) नेता चिराग पासवान को खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय आवंटित किया गया है। भाजपा नेता सी.आर. पाटिल को जल शक्ति मंत्रालय मिला है, जबकि पिछली सरकार में यह मंत्रालय संभालने वाले पार्टी के एक अन्य नेता गजेंद्र सिंह शेखावत संस्कृति और पर्यटन मंत्री होंगे।
सहकारिता मंत्रालय अमित शाह के पास
अमित शाह ने सहकारिता मंत्रालय भी अपने पास रखा है, जबकि सीतारमण कॉरपोरेट मामलों का मंत्रालय संभालती रहेंगी। वीरेंद्र कुमार ने सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय अपने पास बरकरार रखा है, जबकि जुएल ओराम जनजातीय मामलों के नए मंत्री हैं। पिछली सरकार में कोयला एवं खान तथा संसदीय कार्य मंत्रालय संभाल रहे प्रहलाद जोशी को उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण तथा नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय का प्रभारी बनाया गया है। जी. किशन रेड्डी को कोयला एवं खान मंत्रालय का कार्यभार सौंपा गया है। गिरिराज सिंह को ग्रामीण विकास और पंचायती राज मंत्रालय से हटाकर कपड़ा मंत्रालय में भेजा गया है।
सिंधिया को अब संचार और पूर्वोत्तर क्षेत्र
पूर्व विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को अब संचार और पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्रालय का प्रभार दिया गया है। अन्नपूर्णा देवी नयी महिला एवं बाल विकास मंत्री होंगी। स्वतंत्र प्रभार वाले राज्य मंत्रियों में भाजपा सहयोगी और रालोद नेता जयंत चौधरी को कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय तथा शिवसेना नेता जाधव प्रतापराव गणपतराव को आयुष मंत्रालय सौंपा गया है। इससे पहले, मोदी ने रविवार को अपनी सरकार के शपथ ग्रहण के बाद पहली कैबिनेट बैठक की और अपने मंत्रिमंडल सहयोगियों से कहा कि उनमें से अधिकांश अपनी मौजूदा जिम्मेदारियां संभालना जारी रखेंगे। विभागों के आवंटन से प्रधानमंत्री का अपने सहयोगियों, विशेषकर उन अग्रणी मंत्रालयों को संभालने वालों पर विश्वास उजागर हुआ, जो सरकार की नीतियों और कार्यक्रमों को आकार देते हैं और आगे बढ़ाते हैं।