नई दिल्ली/ खुशबू पाण्डेय : पूर्वोत्तर के राज्यों त्रिपुरा, नगालैंड और मेघालय विधानसभा चुनाव में पार्टी के प्रदर्शन और दो राज्यों में स्पष्ट बहुमत से भाजपा गदगद है। दिल्ली से लेकर पूर्वोत्तर तक जश्न का माहौल है। पार्टी की ऐतिहासिक जीत के जश्न में खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भाजपा मुख्यालय पहुंचे और कार्यकर्ताओं का अभिवादन किया। साथ ही आगे की सियासी यात्रा के लिए जोश भरा। इस मौके प्रधानमंत्री मोदी ने विपक्षी दलों पर जमकर निशाना भी साधा, और कहा- हमारी जीत से घबराए कुछ कट्टर विरोधी कहते हैं मर जा मोदी, लेकिन मेरे देशवासी कहते हैं मत जा मोदी। विपक्षी जहां हमारी कब्र खोदने की ख्वाहिश करते हैं, वहां कमल खिलता जा रहा है।
इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि चुनाव परिणाम देश और दुनिया के सामने भारत के लोकतंत्र तथा लोकतांत्रिक संस्थाओं में लोगों की आस्था को प्रदर्शित करते हैं। उन्होंने कहा कि पूर्वोत्तर के तीन राज्यों के चुनाव परिणामों ने पूरी तरह साफ कर दिया है कि यह क्षेत्र न तो दिल्ली से और ना ही दिल से दूर है।
-विपक्षी कब्र खोदने की ख्वाहिश करते हैं, वहां कमल खिलता जा रहा
-पूर्वोत्तर के राज्यों में भाजपा के ऐतिहासिक प्रदर्शन पर पीएम ने विपक्ष को घेरा
-भाजपा को बदनाम करने वालों को जनता ने पर्दाफाश कर रही
-त्रिवेणी में छिपा है भाजपा के विजय अभियान का रहस्य : मोदी
-आज पूरा देश भाजपा के साथ खड़ा है, अल्पसंख्यक भी भाजपा के साथ
-भाजपा कठिन चीजों पर काम करती है, ईमानदारी से प्रयास करती है
उन्होंने कहा कि विपक्ष भाजपा को बदनाम करने में लगा है, लेकिन जनता उसके झूठ का पर्दाफाश कर रही है। पूर्वोत्तर के तीन राज्यों त्रिपुरा, मेघालय और नागालैंड में पार्टी के प्रदर्शन को भाजपा कार्यकर्ताओं की मेहनत का परिणाम करार दिया। साथ ही कहा कि आज के चुनाव और इन चुनाव परिणामों में देश के लिए, दुनिया के लिए बहुत सारे संदेश है। मोदी ने देश में भाजपा के लगातार उठते राजनीतिक ग्राफ के संदर्भ में कहा कि पार्टी विजय अभियान का रहस्य छिपा है त्रिवेणी में। इसकी पहली शक्ति हैं- भाजपा सरकारों के कार्य, दूसरी शक्ति है- भाजपा सरकारों की कार्य संस्कृति और तीसरी शक्ति है- भाजपा कार्यकर्ताओं का सेवा-भाव। उन्होंने कहा है कि भाजपा ने मिथक तोड़े हैं । आज पूरा देश पार्टी के साथ है। अल्पसंख्यक भी आज भाजपा के समर्थन में हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने छोटे राज्यों का अपमान किया जबकि भाजपा कठिन चीजों पर काम करती है, ईमानदारी से प्रयास करती है।
उन्होंने कहा, आज के नतीजों के बाद कांग्रेस ने छोटे राज्यों के प्रति अपनी नफरत को फिर से जगजाहिर कर दिया। कांग्रेस कह रही है कि ये तो छोटे राज्य हैं, इनके नतीजे उतना मायने नहीं रखते। जब दिल में ही भारत को जोडऩे की भावना ना हो, तो ऐसे ही बोल निकलते हैं। उन्होंने कहा, पहले त्रिपुरा में ये हाल था कि एक पार्टी के अलावा दूसरी पार्टी का एक झंडा तक नहीं लगाया जा सकता था। अगर किसी ने लगाने की कोशिश की तो उसे लहूलुहान कर दिया जाता था। इस बार इन चुनावों में हमने कितना बड़ा परिवर्तन देखा है। अब हम नई दिशा पर चल पड़ा पूर्वोत्तर देख रहे हैं। इस मौके पर प्रधानमंत्री ने पूर्वोत्तर के चुनाव नतीजों पर त्रिपुरा, नगालैंड और मेघालय के लोगों को विनम्रतापूर्वक धन्यवाद दिया। साथ ही कहा कि पूर्वोत्तर के तीन राज्यों के लोगों ने भाजपा और उसके सहयोगियों को आशीर्वाद दिया है।
इस मौके पर प्रधानमंत्री ने भाषण के शुरू में उपस्थित जनसमूह से मोबाइल फोन की फ्लैश लाइट जला कर तीनों राज्यों की जनता का आभार जताने को कहा, जिसका लोगों ने अनुपालन किया। इस पर मोदी ने कहा, आपने जो मोबाइल फोन के माध्यम से प्रकाश फैलाया है, ये पूर्वोत्तर के नागरिकों का सम्मान है, पूर्वोत्तर की देशभक्ति का सम्मान है, प्रगति के रास्ते पर जाने का सम्मान है। ये प्रकाश उनके सम्मान में है, उनके गौरव में है।
नॉर्थ-ईस्ट न दिल्ली से दूर है न दिल से
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि एक नई दिशा पर चल पड़ा नॉर्थ-ईस्ट देख रहे हैं। यह दिलों की दूरियां समाप्त होने का ही नहीं, बल्कि नई सोच का प्रतीक है। अब नॉर्थ-ईस्ट न दिल्ली से दूर है न दिल से दूर है। यह इतिहास रचे जाने का समय है। मैं नॉर्थ-ईस्ट की समृद्धि और विकास का समय देख रहा हूं। उन्होंने कहा कि कुछ दिन पहले जब वहां गया तो किसी ने कहा कि मोदी जी आपको अपनी हाफ सेंचुरी के लिए बहुत-बहुत बधाई। मैंने पूछा कि कैसी हाफ सेंचुरी तब उन्होंने बताया कि आप जब से प्रधानमंत्री बने हैं तब से 50 बार से अधिक बार नॉर्थ-ईस्ट की विजिट कर चुके हैं।
नॉर्थ-ईस्ट के गांवों में बिजली नहीं थी, हमने नल से जल पहुंचाया
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि अन्य राज्यों में काम करना उतना कठिन नहीं है, जितना नॉर्थ ईस्ट में है इसलिए वहां के कार्यकर्ता विशेष अभिनंदन के हकदार हैं। केंद्र की राजनीति में नॉर्थ-ईस्ट को महत्व मिलता है तो हमारे कुछ विशेष शुभचिंतकों के पेट में दर्द होता है। पहले जो दूर दृष्टा होते थे वो आने वाली पीढिय़ों के बारे में सोचते थे और अब पॉलिटीशियन सोचते हैं उनकी तस्वीर छपेगी या नहीं। हम सबसे कठिन चीजों को हल करने के लिए कठिन से कठिन मेहनत करते हैं। समाधान के जो भी रास्ते मिलें उन पर चलते हैं। आजादी के दशकों बाद भी नॉर्थ-ईस्ट के हजारों गांवों में बिजली भी नहीं पहुंची थी। अब बिजली, नल से जल और गैस उपलब्ध है। नगालैंड में पहली बार महिला उम्मीदवार चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंची है। यह हम सबके लिए गौरव की बात है।