बाहरी सुरक्षा से ज्यादा आंतरिक सुरक्षा जरुरी
—सिक्योरिटी गार्ड्स संगठन कैपसी के सुरक्षा समिट-2019
—पूरा देश आज चौकीदार की भूमिका में आ गया : श्याम जाजू
(खुशबू पाण्डेय)
नई दिल्ली। देश के सिक्योरिटी गार्ड्स संगठन कैपसी के सुरक्षा समिट-2019 में भाजपा राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्याम जाजू ने आज आंतरिक सुरक्षा की चौकीदारी जरुरी बताते हुए कहा है कि बाहरी सुरक्षा से ज्यादा जरुरी आंतरिक सुरक्षा है। बाहरी सुरक्षा के मोर्चे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बखूबी अपने कर्तव्यो का निर्वहन कर रहे है। जरुरी तो आंतरिक सुरक्षा को नुकसान पहुँचाने वालो पर नज़र रखनें की, इसलिए कैफसी जो देश भर के सिक्योरिटी गार्ड्स अर्थात चौकीदार के संगठनों के जरिये मातृभूमि के एक एक इंच भूमि की हिफाजत करने के संकल्प को एक नई दिशा तो दे ही रही है तो यह ज़रूरी है तो आंतरिक सुरक्षा की चोवकीदारी ज़रूरी है,साथ में प्रधानमंत्री मोदी ने जो चौकीदार के जरिये राष्ट्रवाद का जज्बा पैदा किया उसे साकार करती कैप्सी नजर आ रही है।
ऐसे में आंतरिक सुरक्षा की जिम्मेवारी लाजमी बनती है। देशभर से जुटे तमाम सिक्योरिटी गार्ड एजेंसी के प्रमुखों बीच में जाजू ने उनकी भूमिका और कर्तव्यो को लेकर ये कहना उचित समझा की आप आज देश के लिए ऐसे पर्याय बन चुके है जिस नाम के संबोधन मात्र से एक प्रखर राष्ट्रवाद की अनुभूति होती है। प्रधानमंत्री मोदी के दिए इस नाम को अख्तियार करके स्वयं से मैंने गौरवान्वित महसूस किया, पूरा देश आज चौकीदार की भूमिका में आ गया।
देश भर के क़रीब 2500 से ज़्यादा सिक्यरिटी गार्ड एजेन्सी जिनके साथ लगभग एक करोड़ सिक्यरिटी गार्ड काम करते है उनका राष्ट्रीय स्तर का का संगठन कैप्सी है जो हर साल अपने वार्षिक कार्यक्रम में अपने नीति निर्धारण करने काम करती है उस कार्यकम इस साल तय गया है कि मातृभूमि के एक एक इंच की सुरक्षा के अभियान को चलाना है।
सुरक्षा एजेंसियों को प्रदूषण निगरानी करने की सलाह
केंद्रीय भूतल परिवहन राज्य मंत्री जनरल वीके सिंह ने सलाह दी है कि देश में बढ़ती प्रदूषण की समस्या और ट्रैफिक मैनेजमेंट के लिए निजी सुरक्षा एजेंसियों का उपयोग किए जाने की संभावना पर विचार करना चाहिए। उन्होंने कहा कि निजी सुरक्षा एजेंसियों को नवीनतम तकनीक अपनाते हुए अपने कार्यक्षेत्र के विस्तार को लेकर कार्य करना चाहिए। उन्होंने सेंट्रल एसोसियेशन आफ प्राइवेट सिक्यूरिटी इंडस्ट्री, कापसी, की ओर से आयोजित सिक्यूरिटी लीडरशिप सम्मिट को संबोधित करते हुए कहा कि प्रदूषण, यातायात प्रबंधन, सीसीटीवी आपॅरेशन ऐसे क्षेत्र है जहां पर निजी सुरक्षा एजेंसियों के उपयोग को लेकर बड़े स्तर पर कार्य किया जा सकता है। इसके साथ ही इन समस्याओं की निगरानी के लिए ड्रोन तकनीक के उपयोग में भी निजी सुरक्षा एजेंसियों का उपयोग हो सकता है। जहां पर निजी सुरक्षा एजेंसियां बड़ी भूमिका निभा सकती है।
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निजी सुरक्षा एजेंसी को यातायात संचालन, भीड़ नियंत्रण का दें दायित्व
जनरल वीके सिंह ने कहा कि सरकार के पास इतने संसाधन नहीं है कि वह पुलिस को अंतरराष्ट्रीय मानक के अनुरूप रख पाए। इसकी वजह यह है कि हमारी आबादी अन्य देशों के मुकाबले बहुत अधिक है। ऐसे में निजी सुरक्षा एजेेंसियों का महत्व बढ़ जाता है। लेकिन सरकार इन्हें निजी सुरक्षा, यातायात संचालन, प्रदूषण निगरानी, भीड़ नियंत्रण के लिए दायित्व दे या फिर निजी सुरक्षा एजेंसियों को इसकी जिम्मेदारी दे तो इससे पहले निजी सुरक्षा एजेंसियों को भी चाहिए कि वे नवीनतम तकनीक को अपनाने में दक्षता हासिल करे। जिससे सरकार का उन पर विश्वास बढ़े।
निजी सुरक्षा एजेंसी को ट्रेनिंग सिस्टम डिजाइन करने की जरूरत
जनरल वीके सिंह ने कहा कि निजी सुरक्षा एजेंसियों के लिए इस समय विदेशी बाजार में अपनी उपयोगिता साबित करते हुए वहां पर कारोबार बढ़ाने के भी अवसर हैं। खासकर यूरोप और खाड़ी देशों में जहां पेशेवर लोगों की कमी है, वहां पर अधिक अवसर मौजूद हैं। उन्होंने कहा कि विदेशों में दक्ष सुरक्षा पेशेवरों की कमी है। जहां पर बड़ा बाजार मौजूद है। लेकिन इसके लिए निजी सुरक्षा एजेंसियों को अपने कामगारों की दक्षता बढ़ानी होगी। गुणवत्ता और विशिष्टता बढ़ाए बिना विदेशी बाजार में अपना दबदबा कायम करना मुश्किल है। सुरक्षा इंडस्ट्री को चाहिए कि वह अधिक तकनीकी दक्ष लोगों को अपने साथ जोड़ें। दुनिया के बदलते सुरक्षा परिदृश्य को देखते हुए निजी सुरक्षा एजेंसी को अपना पूरा ट्रेनिंग सिस्टम फिर से डिजाइन करने की जरूरत है।
ट्रेनिंग में भी बदलाव कर रहे हैं : कुंवर
कापसी के चेयरमेन कुंवर विक्रम सिंह ने कहा कि निजी सुरक्षा एजेंसियां सरकार को उन कार्यो में मदद के लिए तैयार है, जहां पर निजी सुरक्षा एजेंसियों को साथ लाकर सरकार आम लोगों के जीवन को आसान बना सकती है। उन्होंने कहा कि हम विदेशों में बढ़ते सुरक्षा बाजार को लेकर अवगत हैं और इसके लिए अपनी तैयारी भी कर रहे हैं। विदेश राज्य मंत्री वीके सिंह की सलाह मुताबिक हम अपने ट्रेनिंग में भी बदलाव कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि विदेशों में करीब डेढ़ करोड़ सुरक्षा गार्ड या पेशेवर की तात्कालिक जरूरत है। हम इस बाजार में अपनी उपस्थिति के लिए कार्य कर रहे हैं।
सिंह ने मोदी सरकार को पसारा, प्राइवेट सिक्यूरिटी एजेंसी रेगुलेशन एक्ट में समयबद्ध बदलाव के लिए धन्यवाद देते हुए कहा कि यह समय की सबसे बड़ी जरूरत थी। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार में निजी सुरक्षा एजेंसियों की बेहतरी से संबंधित कई नीतियों का क्रियान्वयन सही से हो रहा है। हमारी इंडस्ट्री 50 प्रतिशत की दर से बढ़ रही है। इस समय 90 लाख निजी सुरक्षा गार्ड—पेशेवर अलग जगहों पर रोजगाररत हैं। हमें उम्मीद है कि जल्द ही यह संख्या 2 करोड़ के आसपास हो जाएगी।