नई दिल्ली /खुशबू पाण्डेय : देश की राजनैतिक व वाणिज्यिक राजधानियों को जोडऩे वाली 12952 नई दिल्ली-मुंबई राजधानी एक्सप्रेस ने अपनी गौरवपूर्ण यात्रा के 50 वर्ष पूरे कर लिए हैं। मुंबई राजधानी एक्सप्रेस का शुभारंभ 17 मई 1972 को तब के बॉम्बे सेंट्रल स्टेशन से तथा 18 मई 1972 को नई दिल्ली से शुरू हुई थी। इसको मनाने के लिए, भारतीय डाक विभाग की ओर से एक विशेष कवर जारी किया गया जिसको नई दिल्ली से मुंबई 12952 राजधानी एक्सप्रेस द्वारा प्रेषित किया गया। 12952 नई दिल्ली-मुंबई सेंट्रल राजधानी एक्सप्रेस की स्वर्ण जयंती के उपलक्ष्य में नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर दिल्ली मंडल के अपर मंडल रेल प्रबंधक अनिरुद्ध कुमार ने बुधवार को विशेष कवर जारी किया।
-ट्रेन के शानदार यात्रा पर डाक विभाग ने जारी किया विशेष कवर
-18 मई 1972 को नई दिल्ली से मुबंई के लिए पहली बार हुई थी शुरू
-दिल्ली एवं मुबंई में मनाया गया जश्न, पहली ट्रेन वाला यात्री भी चढ़ा
-यह देश के लिए दूसरी राजधानी एक्सप्रेस थी, अब बदला स्वरूप
कार्यक्रम में रेलवे और डाक विभाग के अधिकारियों ने भाग लिया। बता दें कि 17 मई को इस उपलक्ष्य में ट्रेन के प्रस्थान से पहले मुंबई सेंट्रल स्टेशन पर जश्न मनाया गया। यह देश के लिए दूसरी राजधानी एक्सप्रेस थी। पहली हावड़ा और दिल्ली के बीच थी जो 1969 में शुरू हुई थी। मुंबई-दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस सात राज्यों से गुजरते हुए 1,383 किलोमीटर की दूरी को 15 घंटे 32 मिनट में तय करती है। मुंबई-दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस के 17 मई, 1972 को उद्घाटन के समय चार कुर्सीयान, एक एसी प्रथम श्रेणी कोच और दो एसी स्लीपर कोच थे और यह सप्ताह में दो बार संचालित होती थी। वर्ष 1975 में इसकी आवृत्ति सप्ताह में बढ़ाकर तीन दिन कर दी गई और कोच की संख्या बढ़ाकर 18 कर दी गई। दो अक्टूबर 1981 से इसमें दो इंजन लगाए गए जिससे इसे डबल हेडेड राजधानी कहा जाने लगा।
नवंबर, 1981 से सप्ताह में चार दिन, 1985 से सप्ताह में पांच दिन, 1989 से सप्ताह में छह दिन तक आवृत्ति बढ़ाई गई और यह 2 अक्टूबर, 2000 से सप्ताह में सभी दिन संचालित की जाने लगी। यह पहली ट्रेन है जिसमें सभी शयनयान कोच नए तेजस श्रेणी के हैं, जबकि पहले एलएचबी कोच दिसंबर, 2002 से सेवा में थे।
ट्रेन की 50वीं वर्षगांठ के अवसर पर दिल्ली के अलावा पश्चिम रेलवे ने प्रधान मुख्य आयुक्त, मुंबई सीजीएसटी अशोक कुमार मेहता और मुख्य पोस्टमास्टर जनरल, महाराष्ट्र सर्कल वीना आर श्रीनिवास की उपस्थिति में एक विशेष पोस्टल कवर और एक वीआईपी एल्बम जारी किया गया था। पश्चिम रेलवे ने इस अवसर पर यात्रियों को स्मृति टिकट और स्मृति चिन्ह भी प्रदान किए। उद्घाटन वाले दिन यात्रा करने वाले नब्बे वर्षीय कमरुज्जमां सारंग भी 50 साल पूरे होने पर ट्रेन में सवार हुए।