नई दिल्ली, अदिति सिंह राजपूत: पश्चिम बंगाल में भारतीय जनता पार्टी को बड़ा झटका लगा है। राज्य की सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस में वापसी की अटकलों के बीच भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मुकुल रॉय (Mukul Roy) ने आज शुक्रवार को tmc में घर वापसी की। पूरे जोर-शोर के साथ टीएमसी को छोड़ भाजपा में शामिल हुए मुकुल रॉय इस तरह से वापस दीदी की पार्टी में शामिल होंगे इस पर किसी ने कभी सोचा ही नहीं था ऐसे ही पर सवाल भी उठता है कि आखिर भाजपा में ऐसा क्या हुआ कि मुकुल रॉय को इसे छोड़ना पड़ा।
इस वजह से मुकुल रॉय भाजपा में हुए थे शामिल
साल 2017 में तृणमूल कांग्रेस में दूसरे नंबर की हैसियत रखने वाले मुकुल रॉय नवंबर साल 2017 में भाजपा में शामिल हो गए थे पिछले कुछ दिनों से उन्होंने भाजपा से दूरी बनाई हुई है। बताया जा रहा है कि शुभेंदु अधिकारी के कारण मुकुल रॉय भाजपा से अलग हुए हैं। और साथ ही मुकुल रॉय ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) को कई बार फोन भी किया था विधानसभा चुनाव के बाद शुभेंदु अधिकारी (Shubendu Adhikari) के बढ़ते कद से रॉय ने भाजपा से दूरी बना ली वही ऐसा कहा जा रहा है कि मुकुल रॉय के बेटे शुभ्रांशु भी भाजपा से अलग होंगे और टीएमसी में जल्द शामिल होंगे
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भाजपा में नही मिली तवज्जो
कुछ मीडिया रिपोर्ट की अगर मानें तो मुकुल रॉय ने तृणमूल कांग्रेस (Trinamool Congress) के दिग्गज नेता अभिषेक बैनर्जी तो ममता बनर्जी के भतीजे भी हैं उनके साथ मतभेदों के कारण टीएमसी का साथ छोड़ा था लेकिन पश्चिम बंगाल चुनाव में भाजपा ने मुकुल राय को वह तवज्जो नहीं मिली जिसकी उन्हें आशा थी। तो वहीं भारतीय जनता पार्टी में भी उनके साथ कुछ ऐसा ही हुआ विधानसभा चुनाव में मुकुल रॉय चुनाव प्रचार के दौरान तीसरे नंबर पर पहुंच गए पहले नंबर पर शुभेंदु अधिकारी ही रहे। और फिर ठीक है इसके कुछ समय के बाद उन्होंने भाजपा के प्रचार में जाना ही बंद कर दिया था।
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घर वापसी की ये है वजह
सूत्रों की माने तो यहां तक कहा जा रहा है कि मुकुल रॉय बंगाल विधानसभा 2021 के चुनाव से पहले ही टीएमसी में लौटना चाहते थे लेकिन दिलीप घोष से उनकी नहीं पड़ती थी हालांकि बंगाल भाजपा के प्रभारी कैलाश विजय वर्गीय से उनकी अच्छी बनी थी लेकिन चुनाव के समय ही कैलाश को ही इग्नोर कर दिया गया जिससे मुकुल को अपना भविष्य सुरक्षित नहीं दिख रहा था शायद घर वापसी की एक यह भी वजह हो सकती है