नई दिल्ली/सुनील पाण्डेय : लोकसभा चुनाव के मदृदेजर भाजपा ने तैयारी तेज कर दी है। इसको लेकर शनिवार को विभिन्न राज्यों के प्रभारी बनाए गए पार्टी नेताओं की बैठक बुलाई गई। बैठक की अध्यक्षता खुद पार्टी के अध्यक्ष जे.पी. नड्डा ने की। इस दौरान लोकसभा चुनाव के साथ चुनावी अभियान तथा जन संपर्क कार्यक्रमों की समीक्षा की। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा भाजपा के लिए 370 सीटें जीतने का लक्ष्य निर्धारित करने के बीच सूत्रों ने कहा कि पार्टी नेतृत्व ने समाज के विभिन्न वर्गों तक पहुंचने और बूथ स्तर पर मतदाताओं से जुड़ने के लिए एक जमीनी अभियान की आवश्यकता पर जोर दिया। बाद में नड्डा और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Home Minister Amit Shah) ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित भाजपा की उत्तर प्रदेश इकाई के नेताओं के साथ एक अलग बैठक में भाग लिया। बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के अलावा यूपी के दोनों उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य एवं ब्रजेश पाठक, प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी और प्रदेश संगठन महासचिव धर्मपाल सहित कई अन्य नेता मौजूद रहे।
—भाजपा जल्द उतारेगी प्रत्याशी, 100 सीटों पर होगा ऐलान : सूत्र
—पहले चरण में यूपी की हारी हुई सीटों पर उतारे जाएंगे कंडीडेट
—अमित शाह—नडडा ने योगी आदित्यनाथ के साथ की यूपी की बैठक
—नड्डा ने पार्टी के चुनाव प्रभारियों के साथ बैठक की, ली समीक्षा
सूत्रों के मुताबिक भाजपा देश के सबसे बड़े राज्य में अपनी सीटें बढ़ाने की कोशिश कर रही है और उसने उन सीटों को लक्ष्य बनाया है, जहां 2019 में सपा और बसपा के हाथ मिलाने पर उसे हार मिली थी। पिछले आम चुनाव में भाजपा ने उत्तर प्रदेश की 80 में से 62 सीटें जीती थीं। यह बैठकें इस संभावना के बीच हो रही हैं कि भाजपा जल्द ही अपनी केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक आयोजित करेगी। इसमें 100 से अधिक नामों की घोषणा होगी। सूत्रों की माने तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित कुछ दिग्गज नामों का ऐलान भी पहली लिस्ट में हो जाएगा। इसके अलावा बैठक में खासतौर पर मैनपुरी और रायबरेली सहित उत्तर प्रदेश में हारी हुई 14 लोकसभा सीटों पर चर्चा की गई। दरअसल, बीजेपी पिछले लंबे समय से देशभर में लोकसभा की 160 सीटों को अपने लिए कमजोर मानकर उस पर विशेष तैयारी कर रही है। अब पार्टी ने इन हारी हुई सीटों पर राज्यवार चर्चा करनी शुरू कर दी है और इसी के तहत अमित शाह और जेपी नड्डा ने उत्तर प्रदेश के बीजेपी नेताओं के साथ बैठक की। बता दें कि सूबे में 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने 62 सीटें और उसके सहयोगी अपना दल (एस) ने 2 सीटें जीती थीं। बाद में बीजेपी ने उपचुनाव में सपा से आजमगढ़ और रामपुर लोकसभा सीट छीन ली थी।
बता दें कि उत्तर प्रदेश की 14 लोकसभा सीटें अभी भी विपक्षी दलों के कब्जे में हैं और शनिवार की बैठक में इन्हीं 14 सीटों पर विशेष चर्चा की गई। बताया जा रहा है कि इस बैठक में उत्तर प्रदेश में होने जा रहे एमएलसी चुनाव को लेकर भी चर्चा की गई। भारतीय जनता पार्टी ने पिछले 2 लोकसभा चुनावों में यूपी में शानदार प्रदर्शन किया है और पार्टी नेताओं को उम्मीद है कि इस बार भगवा दल सूबे में अपने सभी पुराने रिकॉर्ड तोड़ेगा।
सूत्रों के मुताबिक लोकसभा चुनाव 2024 के लिए बीजेपी की पहली सूची में ज्यादातर वह सीटें होंगी, जिनमें भाजपा 2014 और 2019 लोकसभा चुनाव में पार्टी को हार मिली थी। लिस्ट में उत्तर प्रदेश की 14 लोकसभा सीटे भी शामिल हैं। इसके अलावा तमिलनाडु, केरल, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, कर्नाटक, पश्चिम बंगाल, पंजाब, जम्मू कश्मीर, ओडिशा और महाराष्ट्र की हारी हुई सीटों पर बीजेपी पहले उम्मीदवार उतार सकती है। बीजेपी ने इस तरह की करीब 160 सीटें पहले से ही चयनित कर ली हैं, जिनमें या तो बीजेपी जीत नहीं पाई थी या फिर बहुत कम अंतर से चुनाव जीती थी। बीजेपी करीब 1 साल पहले ही कलस्टर प्रभारी तैनात कर इन सीटों पर काम कर रही है। ऐसी 160 सीटों में से करीब 100 सीटों पर उम्मीदवारों के चयन का काम हो चुका है। बीजेपी किसी भी दिन इन उम्मीदवारों के नाम की घोषणा कर सकती है।