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Friday, November 22, 2024

हाईप्रोफाइल 14 महिलाओं से शादी रचाई, अब निकला फर्जी डाक्टर

नई दिल्ली /अदिति सिंह : हाईप्रोफाइल वर्ग से जुडी महिलाओं, कॉलेज शिक्षिका, पुलिस अधिकारी, और सुप्रीम कोर्ट की महिला वकील से लेकर कई पेशेवर महिलाओं को अपने प्रेम जाल में फंसाने वाला 66 वर्षीय रमेश चंद्र फर्जी डाक्टर निकला । उसने अधेड़ उम्र की महिलाओं को भी फांसा और एक के बाद एक 7 राज्यों की कुल 14 महिलाओं से शादियां रचाईं। ओडिशा के डॉन जुआन नाम से कुख्यात यह व्यक्ति सोमवार को पुलिस के हत्थे चढ़ गया। 38 सालों से शादियां रचाने में व्यस्त इस शख्स का असल नाम रमेश चंद्र स्वैन है। 66 वर्षीय रमेश ओडिशा के केंद्रपाड़ा जिले के एक तटवर्ती गांव का निवासी है, जिसे न्यायिक हिरासत में भेजा गया है। पुलिस के मुताबिक रमेश ने खुद को स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय में कार्यरत उपमहानिदेशक के रूप में पेश किया। पुलिस के मुताबिक रमेश ने अपनी पत्नियों से लाखों रुपयों की ठगी भी की जिनमें से तीन दिल्ली में, दो ओडिशा में, दो-दो मध्य प्रदेश, पंजाब और असम में तथा एक-एक झारखंड और उत्तराखंड में रहती हैं। भुवनेश्वर पुलिस के उपायुक्त यूएस दास ने सोमवार को कहा, हमने उसकी 14 में से नौ पत्नियों को ढूंढ़ लिया है और अन्य से भी आगे आने की अपील करते हैं। हमे संदेह है कि उसके द्वारा ठगी गई कई महिलाएं सामाजिक बंधन के कारण सामने नहीं आ रही हैं। हम उनसे ओडिशा पुलिस से संपर्क करने की अपील करते हैं।

—38 सालों से 7 राज्यों में शादियां रचाता रहा है रमेश चंद्र
—पुलिस अधिकारी, सुप्रीम कोर्ट की वकील, प्रोफेसर बनीं पत्नियां
—अपनी पत्नियों से लाखों रुपयों की ठगी भी करता रहा
—तीन दिल्ली में, दो ओडिशा में, दो-दो मध्य प्रदेश में रहती हैं पत्नियां
—पंजाब और असम में तथा एक-एक झारखंड और उत्तराखंड में रहती है पत्नी
—14 में से नौ पत्नियों को पुलिस ने अब तक ढूंढ़ लिया है
—मध्यम आयु वर्ग की अकेली तलाकशुदा महिलाओं को बनाता था निशाना
—पहली पत्नी से उसके तीनों बच्चे चिकित्सक हैं और विदेश में रहते हैं

स्थानीय अदालत ने रमेश को न्यायिक हिरासत में भेज दिया है लेकिन आगे की पूछताछ के लिए पुलिस उसे अपनी हिरासत में लेने के लिए प्रयासरत है। रमेश ने पहली शादी 1982 में की और अंतिम शादी 38 साल बाद 2020 में की। उसने अपनी अंतिम शादी एक शिक्षिका से दिल्ली स्थित आर्य समाज मंदिर में की। हालांकि रमेश ने आरोपों से इनकार करते हुए कहा, मैंने इन सभी महिलाओं से शादी नहीं की और मुझे एक चिकित्सक की जरूरत थी। डॉ. बिभु प्रकाश स्वैन, डॉ. रमानी रंजन स्वैन जैसे अलग-अलग नाम रखने वाला रमेश भले ही एक चिकित्सक ना हो, लेकिन पहली पत्नी से उसके तीनों बच्चे चिकित्सक हैं और विदेश में रहते हैं। रमेश की दूसरी पत्नी चिकित्सक हैं और प्रयागराज में रहती हैं। एसीपी संजीव सतपथी ने कहा कि उसने दोस्ती की चाहत रखने वाली महिलओं को ठगा। उन्होंने बताया कि जिन महिलओं को उसने अपने जल में फंसाया उनमें आईटीबीपी की एक कमांडेंट, शिक्षिकाएं और दिल्ली उच्च न्यायालय की वकील तक शामिल हैं। रमेश वैवाहिक वेबसाइटों के जरिये महिलाओं से दोस्ती करता था। भुवनेश्वर स्थित किराये के मकान में दिल्ली की शिक्षिका पत्नी के साथ रहते समय रमेश की किस्मत खराब हो गई। महिला को उसकी पहली शादी की भनक लग गई और पांच जुलाई 2021 को उसने भुवनेश्वर के ही महिला थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई। केंद्रपाड़ा में रहने वाली पहली पत्नी के बारे में पूछने के बाद वह भुवनेश्वर से भाग गया। वह छह महीने तक अपनी दूसरी पत्नियों के साथ असम में रहा, इस दौरान शिकायतकर्ता महिला दिल्ली लौट आई।

11 एटीएम कार्ड, चार आधार कार्ड और अन्य दस्तावेज जब्त

सतपथी ने कहा कि रमेश मध्यम आयु वर्ग की अकेली खासकर तलाकशुदा महिलाओं को निशाना बनाता था, जो वैवाहिक वेबसाइटों पर साथी की तलाश करती थीं। पुलिस ने 11 एटीएम कार्ड, चार आधार कार्ड और बिहार स्कूल प्रमाण पत्र सहित अन्य दस्तावेज जब्त किए हैं। पुलिस ने कहा कि उसे वर्ष 2010 में हैदराबाद और वर्ष 2006 में एर्नाकुलम में बेरोजगार युवाओं को धोखा देने के आरोप में दो बार गिरफ्तार किया गया था। पुलिस का कहना है कि रमेश की शैक्षणिक योग्यता की जांच की जरूरत है, क्योंकि वह निश्चित रूप से एमबीबीएस चिकित्सक नहीं हैं।

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