नई दिल्ली /खुशबू पाण्डेय। छत्तीसगढ़ में महिला शक्तिकरण (women empowerment) को बढ़ावा देते हुए, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने आज महतारी वंदना योजना शुरू की और योजना के तहत पहली किश्त का वितरण किया। यह योजना राज्य की पात्र विवाहित महिलाओं को मासिक मासिक प्रत्यक्ष लाभ अंतरण (डीबीटी) के रूप में 1000 रुपये प्रति माह की वित्तीय सहायता प्रदान करने के लिए छत्तीसगढ़ में शुरू की गई है। महिलाओं का आर्थिक सशक्तिकरण सुनिश्चित करने, उन्हें वित्तीय सुरक्षा प्रदान करने, स्त्री-पुरुष समानता को बढ़ावा देने और परिवार में महिलाओं की निर्णायक भूमिका को सुदृढ़ करने के लिए इसकी परिकल्पना की गई है।
—महिलाओं का आर्थिक सशक्तिकरण सुनिश्चित करने के लिए सरकार की बडी पहल
—प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किया शुरू, विवाहित महिलाओं को हर मिलेगी 1000 रुपये
—विधवा, तलाकशुदा और परित्यक्त महिलाएं भी इस योजना के लिए पात्र होंगी
यह योजना राज्य की सभी पात्र विवाहित महिलाओं को लाभ प्रदान करेगी जिनकी आयु 1 जनवरी 2024 तक 21 वर्ष से अधिक है। विधवा, तलाकशुदा और परित्यक्त महिलाएं भी इस योजना के लिए पात्र होंगी। योजना से लगभग 70 लाख महिलाएं लाभान्वित होंगी। इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने देवी मां दंतेश्वरी, मां बम्लेश्वरी और मां महामाया को प्रणाम किया। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने राज्य की अपनी हाल की यात्रा का स्मरण किया, जब उन्होंने 35,000 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया था। उन्होंने कहा कि आज सरकार ने महतारी वंदना योजना की पहली किश्त कुल 655 करोड़ रुपये का वितरण कर अपना वादा पूरा किया है। प्रधानमंत्री ने विभिन्न स्थानों से वर्चुअल रूप से जुड़ी नारी शक्ति के प्रति आभार व्यक्त किया और वहां उपस्थित न हो पाने के लिए क्षमा मांगी। उन्होंने नागरिकों के कल्याण के लिए अपनी प्रार्थना भी व्यक्त की, जो उन्होंने कल रात काशी विश्वनाथ धाम में की थी। उन्होंने कहा, ये 1000 रुपये तुम्हें हर महीने मिलेंगे। यह मोदी की गारंटी है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि जब माताएं और बहनें सुदृढ़ होती हैं तो परिवार सुदृढ़ होता है और माताओं और बहनों का कल्याण हमारी सरकार की प्राथमिकता है। महिलाओं को उनके नाम पर पक्के मकान और उज्ज्वला गैस सिलेंडर मिल रहे हैं। 50 प्रतिशत जन-धन खाते महिलाओं के नाम पर हैं। 65 प्रतिशत मुद्रा ऋण महिलाओं को दिया गया है, 10 करोड़ से अधिक स्वयं सहायता समूह (एसएचजी) की महिलाएं लाभान्वित हुई हैं और 1 करोड़ से अधिक महिलाएं लखपति दीदी बन गई हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि हम 3 करोड़ बहनों को लखपति दीदी बनाने का लक्ष्य पूरा करके रहेंगे। प्रधानमंत्री ने कहा कि नमो दीदी कार्यक्रम जीवन बदल रहा है और कल वह इस संबंध में एक बड़ा आयोजन करेंगे।
प्रधानमंत्री ने परिवार की भलाई के महत्व पर प्रकाश डाला और इस बात पर बल दिया कि महिलाओं की भलाई से ही एक स्वस्थ परिवार का निर्माण होता है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा,हमारी सरकार हर परिवार की समग्र भलाई सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है और इसकी शुरुआत महिलाओं के स्वास्थ्य और सम्मान से होती है। उन्होंने मातृ एवं शिशु मृत्यु दर सहित गर्भवती महिलाओं के सामने आने वाली चुनौतियों का समाधान करने की आवश्यकता पर बल दिया।
इन चुनौतियों को देखते हुए, प्रधानमंत्री ने कई प्रमुख उपायों की घोषणा की, जिनमें गर्भवती महिलाओं के लिए मुफ्त टीकाकरण और गर्भवती माताओं की सहायता के लिए गर्भावस्था के दौरान 5,000 रुपये की वित्तीय सहायता शामिल है। उन्होंने आशा और आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं जैसे अग्रणी स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के लिए 5 लाख रुपये तक की मुफ्त स्वास्थ्य सेवाओं के प्रावधान पर भी जोर दिया।
उचित स्वच्छता सुविधाओं की कमी के कारण पूर्व में महिलाओं को होने वाली कठिनाइयों पर विचार करते हुए, प्रधानमंत्री ने टिप्पणी की,वे दिन गए जब हमारी बहनों और बेटियों को अपने घरों में शौचालयों की कमी के कारण दर्द और अपमान सहना पड़ता था। उन्होंने हर घर में शौचालय उपलब्ध कराकर महिलाओं की गरिमा सुनिश्चित करने के सरकार के प्रयासों पर प्रकाश डाला।
प्रधानमंत्री ने चुनाव के दौरान किए गए वादों को पूरा करने के लिए अपनी सरकार की प्रतिबद्धता दोहराते हुए कहा, सरकार अपनी प्रतिबद्धताओं पर अडिग है और उनकी पूर्ति सुनिश्चित करती है। उन्होंने छत्तीसगढ़ की जनता को दिए गए आश्वासनों को पूरा करते हुए महतारी वंदना योजना के सफल क्रियान्वयन पर बल दिया।
उन्होंने कहा, इसी तरह 18 लाख पक्के मकानों की गारंटी पर भी पूरी प्रतिबद्धता से काम किया जा रहा है। प्रधानमंत्री ने समावेशी विकास के एजेंडे को आगे बढ़ाने में सभी हितधारकों, विशेषकर महिलाओं के सहयोगात्मक प्रयासों पर विश्वास व्यक्त किया। उन्होंने छत्तीसगढ़ के लोगों को भारतीय जनता पार्टी की सरकार की ओर से निरंतर समर्पण, सेवा, अपने वादों को पूरा करने और सभी के लिए प्रगति सुनिश्चित करने का आश्वासन दिया। इस अवसर पर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय, अन्य मंत्री और जन प्रतिनिधि उपस्थित थे।