रायपुर /नेशनल ब्यूरो । आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party) के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने छत्तीसगढ़ की जनता से बेहतर शिक्षा, मुफ्त बिजली, मुफ्त स्वास्थ्य सुविधाएं और बेरोजगारों के लिए तीन हजार रूपये मासिक भत्ता देने समेत 10 वादे किए और पार्टी को राज्य में एक बार मौका देने का अनुरोध किया। रायपुर के जैनम मानस भवन में शनिवार को आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता सम्मेलन में केजरीवाल और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान (Bhagwant Mann) ने राज्य की जनता के लिए गारंटी कार्ड जारी किया। ‘आप’ कार्यकर्ताओं के सम्मेलन को संबोधित करते हुए दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कहा, दिल्ली और पंजाब में उनकी पार्टी की सरकार ने लोगों को दी गई गारंटी को पूरा किया है। यदि पार्टी छत्तीसगढ़ में सत्ता में आती है तो वही काम करेगी। केजरीवाल ने कार्यक्रम में नौ वादों का ‘गारंटी कार्ड’ जारी किया और कहा कि दसवीं गारंटी किसानों और आदिवासियों के बारे में है लेकिन वह अपनी अगली यात्रा के दौरान इसका खुलासा करेंगे। ‘आप’ ने राज्य में 2018 में हुए विधानसभा चुनाव में पहली बार अपनी किस्मत आजमाया था।
—बेहतर शिक्षा, मुफ्त स्वास्थ्य सुविधाएं और बेरोजगारों के लिए तीन हजार रूपये मासिक भत्ता
—दसवीं गारंटी किसानों और आदिवासियों के बारे में है : केजरीवाल
पार्टी ने कुल 90 सीटों में से 85 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे, लेकिन सफलता नहीं मिली थी। पार्टी को एक फीसदी से भी कम वोट मिले थे और कोई भी उम्मीदवार जमानत बचाने में सफल नहीं हुआ था। राजनीतिक जानकारों के मुताबिक दिल्ली के बाद पंजाब में सफलता से उत्साहित ‘आप’ छत्तीसगढ़ जैसे छोटे राज्य में जीत के लिए पूरा प्रयास करेगी। यही कारण है कि आज पार्टी ने लोकलुभावन गारंटी जनता के सामने रखा है। गारंटी कार्ड जारी करने के दौरान केजरीवाल ने कहा, मैंने स्वतंत्र भारत के 76 वर्षों में कभी कोई राजनीतिक दल नहीं देखा जिसने अच्छे स्कूल और अस्पताल बनाने का वादा करके लोगों से वोट मांगा हो। ‘आप’ ही एकमात्र ऐसी पार्टी है जो इन मुद्दों पर बात करती है। केजरीवाल ने कहा कि छत्तीसगढ़ में आम आदमी पार्टी की सरकार बनने पर हर बेरोजगार को रोजगार मुहैया करवाया जाएगा तथा जब तक नौकरी नहीं मिलती तब तक हर बेरोजगार को तीन हजार रुपए महीना बेरोजगारी भत्ता दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि लगभग 10 लाख बेरोजगारों को सरकारी नौकरी में भर्ती किए जाएंगे तथा नौकरियों में सिफारिश और भ्रष्टाचार खत्म कर पारदर्शिता लाई जाएगी। उन्होंने राज्य की जनता को मुफ्त बिजली देने की गारंटी दी और कहा, दिल्ली और पंजाब की तरह छत्तीसगढ़ में भी हर महीने हर घर को तीन सौ यूनिट बिजली मुफ्त दी जाएगी। छत्तीसगढ़ के सभी गांव और शहरों में बिना कट लगे 24 घंटे बिजली दी जाएगी। छत्तीसगढ़ में आम आदमी पार्टी की सरकार बनने पर सारे पुराने बकाया घरेलू बिल माफ किए जाएंगे। केजरीवाल ने महिलाओं के लिए गारंटी दी और कहा, 18 वर्ष से अधिक आयु की सभी महिलाओं को हर महीने एक हजार रुपए स्त्री सम्मान राशि दी जाएगी। उन्होंने राज्य की जनता को बच्चों के लिए मुफ्त शिक्षा की गारंटी दी और कहा, छत्तीसगढ़ के हर बच्चे को अच्छी और फ्री शिक्षा दी जाएगी। दिल्ली की तरह सभी सरकारी स्कूलों को शानदार बनाया जाएगा और दिल्ली की तरह छत्तीसगढ़ में भी प्राइवेट स्कूलों को नाजायज फीस नहीं बढ़ने देंगे। सभी संविदा शिक्षकों को पक्का किया जाएगा। शिक्षकों के सभी खाली पद भरे जाएंगे। शिक्षकों को शिक्षण के अलावा और कोई भी अन्य कार्य नहीं दिया जाएगा। आम आदमी पार्टी के मुखिया ने स्वास्थ्य गारंटी को लेकर कहा, दिल्ली की तरह छत्तीसगढ़ के हर नागरिक के लिए मुफ्त और अच्छे इलाज का इंतजाम किया जाएगा। दिल्ली की तरह सभी दवाइयां, टेस्ट और ऑपरेशन मुफ्त किए जाएंगे। दिल्ली की तरह हर गांव में और वार्ड में मोहल्ला क्लीनिक खोला जाएगा। छत्तीसगढ़ के सभी मौजूदा सरकारी अस्पतालों को शानदार बनाया जाएगा और नई सरकारी अस्पताल खोले जाएंगे। सभी रोड एक्सीडेंट मरीजों को पूरे छत्तीसगढ़ में मुफ्त इलाज की सुविधा दी जाएगी। उन्होंने राज्य के वरिष्ठ नागरिकों के लिए तीर्थ यात्रा की गारंटी दी और कहा कि दिल्ली की तरह राज्य के सभी बुजुर्गों को उनके पसंद के किसी भी पवित्र तीर्थ स्थान पर मुक्त यात्रा करवाई जाएगी तथा वहां आना-जाना रहना, खाना सब मुफ्त होगा। केजरीवाल ने भ्रष्टाचार मुक्त छत्तीसगढ़ की भी गारंटी दी और कहा कि दिल्ली की तरह छत्तीसगढ़ में भी भ्रष्टाचार को पूरी तरह खत्म किया जाएगा। उन्होंने कहा, किसी भी सरकारी दफ्तर में काम करवाने के लिए आपको वहां नहीं जाना पड़ेगा दिल्ली की तरह एक फोन नंबर जारी करेंगे आप उस फोन पर कॉल करके काम बताओ, कोई सरकारी कर्मचारी आपके घर आकर काम करके जाएगा आपको किसी को रिश्वत देने की जरूरत नहीं होगी। उन्होंने शहीद सम्मान राशि की गारंटी दी और कहा, भारतीय सेना (Indian Army) और छत्तीसगढ़ पुलिस (chhattisgarh police) के जवान यदि सेवा के दौरान शहीद होता है तो उनके परिवार को एक करोड़ रूपए की सम्मान राशि दी जाएगी। केजरीवाल ने कर्मचारी वर्ग के लिए गारंटी दी और कहा कि राज्य में सभी विभागों के संविदा, प्लेसमेंट, ठेका और अनियमित कर्मचारियों को नियमित करेंगे तथा संविदा और ठेका प्रथा बंद करेंगे। दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कहा, पहले चुनाव होता था पार्टी के नेता घोषणापत्र जारी करते थे। उन्हें पता नहीं होता था कि इसमें क्या लिखा है। हम गारंटी दे रहे हैं। गारंटी का मतलब हम मर जाएंगे लेकिन जो लिखा उसे पूरा करके देंगे। हमको देखकर अब वह भी गारंटी देते है, लेकिन झूठ बोलते हैं, केजरीवाल की गारंटी अलग है, बाकी पार्टियों की गारंटी अलग है। उन्होंने कहा, हमसे कहा जाता है कि यह मुफ्त देने का वादा करते हैं, पैसा कहां से आएगा। उसका पैसा यहीं से आएगा। पैसे की कमी नहीं है नियत की कमी है। भ्रष्टाचार खत्म करेंगे तो पैसा आएगा। उन्होंने छत्तीसगढ़ की जनता से अनुरोध किया और कहा, आप लोगों से गुज़ारिश है, हमें राजनीति करने नहीं आती, हमें काम करना आता है। एक बार राजनीति छोड़कर काम करवाने के लिए वोट देकर देखें छत्तीसगढ़ में अन्य पार्टियों को भूल जाएंगे। केजरीवाल ने पिछले महीने बिलासपुर में एक रैली को संबोधित किया था। इससे पहले मार्च में उन्होंने रायपुर में कार्यकर्ता सम्मेलन में भाग लिया था। 2018 के विधानसभा चुनावों में ‘आप’ ने आदिवासी नेता कोमल हुपेंडी को मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में पेश किया था। हुपेंडी बस्तर क्षेत्र के कांकेर जिले के रहने वाले हैं। वह पार्टी की राज्य इकाई के अध्यक्ष हैं। पार्टी सूत्रों के मुताबिक पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव (संगठन) संदीप पाठक, जो पंजाब से राज्यसभा सांसद हैं, आगामी विधानसभा चुनाव में हुपेंडी के साथ पार्टी के मुख्यमंत्री चेहरे के लिए एक प्रमुख उम्मीदवार हो सकते हैं। पाठक छत्तीसगढ़ के मुंगेली जिले के रहने वाले हैं। राज्यसभा सांसद बनने से पहले कम लोगों को ही पता था कि पाठक छत्तीसगढ़ से हैं। सांसद चुने जाने के बाद पाठक ने छत्तीसगढ़ का दौरा किया और बिलासपुर में एक सभा को संबोधित किया था। सूत्रों के मुताबिक पाठक और हुपेंडी बिलासपुर और बस्तर संभाग से हैं और पार्टी आगामी चुनाव के लिए इन दोनों क्षेत्रों की सीटों पर ध्यान केंद्रित कर रही है। छत्तीसगढ़ के पांच संभागों में बिलासपुर संभाग में सबसे अधिक 24 विधानसभा क्षेत्र हैं जबकि बस्तर संभाग में 12 विधानसभा क्षेत्र हैं। हालांकि, छत्तीसगढ़ में हमेशा से ही कांग्रेस और भाजपा के बीच मुख्य मुकाबला होता आया है।