– मंत्री राजेंद्र पाल गौतम ने अनियमितता पाए जाने पर दी कार्रवाई की चेतावनी
—महिला एवं बाल विकास मंत्री ने घर-घर जाकर गुणवत्ता और मात्रा की जांच की
नई दिल्ली /टीम डिजिटल । दिल्ली सरकार के महिला एवं बाल विकास मंत्री राजेंद्र पाल गौतम ने समेकित बाल विकास योजना (आईसीडीएस) के तहत दिए जाने वाले पोषण आहार की गुणवत्ता और मात्रा की जांचने के लिए विश्वास नगर की युधिष्ठिर गली और त्रिलोकपुरी के ब्लॉक 10 और 11 में घर-घर जाकर निरीक्षण किया। मंत्री राजेंद्र पाल गौतम लॉकडाउन के दौरान पहले भी पोषण आहार की जांच के लिए कई इलाकों का औचक निरीक्षण कर चुके हैं। स्थानीय विधायक रोहित मेहरोलिया के साथ औचक निरीक्षण करने पहुंचे कैबिनेट मंत्री राजेंद्र पाल गौतम ने इन इलाकों में घर-घर जाकर आईसीडीएस के तहत मिल रहे पोषण आहार की मात्रा और गुणवत्ता की जांच पड़ताल की।
इन इलाकों में रह रहे लाभार्थियों से बात की और पूछा कि इस योजना के तहत उन्हें क्या-क्या मिल रहा है और उसकी गुणवत्ता कैसी है? श्री गौतम ने कहा कि यदि उन्हें तय मानक के अनुसार आहार नही दिया जा रहा है या गुणवत्ता से समझौता किया जा रहा है, तो लापरवाही बरतने वाले संबंधित अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। इस योजना के तहत, गर्भवती और स्तनपान करा रही महिलाओं और बच्चों को आईसीडीएस के तहत राशन मिलता हैं। योजना के तहत, 1300 ग्राम दलिया, 260 ग्राम काले चने (कच्चे), 130 ग्राम गुड़ और 130 ग्राम भुने काले चने की मात्रा बच्चों को 13 दिनों के लिए वितरित किया जाता है। स्तनपान करा रही और गर्भवती महिलाओं के लिए 1690 ग्राम दलिया, 260 ग्राम काले चने (कच्चे), 130 ग्राम गुड़ और 130 ग्राम भुने काले चने का वितरण किया जाता है। मंत्री श्री राजेंद्र पाल गौतम ने बताया कि पिछले वर्ष उन्होंने विभिन्न इलाकों में पोषण आहार की गुणवत्ता की जांच करने गए थे और तब काफी अनियमितताएं पाई गई थी। उन्होंने कहा कि इस तरह के औचक निरीक्षण के जरिए अफसरों के दावों और जमीनी हकीकत के बीच का अंतर पता चल जाता है। मंत्री राजेंद्र पाल गौतम ने बताया कि इस योजना के तहत मिलने वाले पोषण आहार की गुणवत्ता और मानकों की जांच पड़ताल के लिए समय-समय पर अधिकारियों को निर्देशित किया जाता है। निरीक्षण के बाद राजेंद्र पाल गौतम ने बताया कि इस योजना के तहत इन इलाके के सभी पंजीकृत लाभार्थियों को सही मात्रा में तय मानकों के हिसाब से पोषण आहार मिल रहा है। श्री गौतम ने कहा कि सभी लाभार्थियों को तय मानकों के अनुसार पोषण आहार दिया जाए। पिछले वर्ष की तरह किसी प्रकार की अनियमितता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। श्री गौतम ने बताया कि पिछले वर्ष की सभी अनियमितताओं और गड़बड़ियों को पूरी तरह दुरुस्त कर लिया गया है और पोषण आहार वितरण व्यवस्था अब काफी व्यवस्थित और सुचारू है।