नई दिल्ली/साधना मिश्रा: बॉलीवुड की कंट्रोवर्सी क्वीन कंगना रनौत (Kangana Ranaut)अक्सर अपने विवादित ट्वीट को लेकर चर्चा में बनी रहती है। लेकिन आज यानी मंगलवार को एक्ट्रेस का ट्वीटर (Twitter) अकाउंट स्थाई रुप से बंद कर दिया गया है। जिसकी वजह हाल ही में पश्चिम बंगाल में हुए विधानसभा चुनावों के परिणाम की घोषणा के बाद हुई हिंसा पर बंगाल की CM ममता बनर्जी (Mamata Banerjee)के लिए अपशब्दो का इस्तेमाल बताया जा रहा है। अकाउंट सस्पेंड होने के बाद अब कंगना ने प्रतिक्रिया देते हुए अपने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो शेयर किया है, जिसमें वो रोती हुई नजर आ रही है। आपको बता दें कि सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहने वाली कंगना रनौत आए दिन अपने विवादित ट्वीट (Tweet) को लेकर चर्चा में बनी रहती थी। कंगना पर की गई कार्रवाई की वजह ट्विटर (Twitter) के नियमों का लगातार उल्लंघन, खासकर आचरण नीति और अपमानजनक व्यवहार नीति को तोड़ना बताया गया है।
Twitter अमेरिकन हैं: कंगना रनौत
ANI के मुताबिक कंगना रनौत (Kangana Ranaut) ने अपने बयान में कहा है कि, ट्विटर (Twitter) ने केवल मेरी बात को साबित किया है कि वे अमेरिकन हैं और जन्म से, एक गोरा आदमी एक भूरे रंग के व्यक्ति को अपना गुलाम बना सकता है, वे आपको ये बताना चाहते हैं कि आपको क्या सोचना, बोलना और करना है। मैं अपनी आवाज कई और मंच के जरिए उठाती रहूंगी, जिसमें सिनेमा के रूप में मेरी अपनी कला भी शामिल है।
इंस्टाग्राम अकाउंट पर कियी वीडियो अपलोड
साथ ही कंगना (Kangana) ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर एक वीडियो शेयर किया है जिसमें वह फूट-फूट कर रोती नजर आ रही है। वीडियो में कंगना (Kangana) कहती है, ‘दोस्तों हम सब लोग देख रहे हैं कि बंगाल से किस तरह की खतरनाक वीडियो और फोटो आ रही हैं। लोगों के खुलेआम मर्डर और गैंगरेप हो रहे हैं। लोगों के घरों को जलाया जा रहा है और कोई भी लिबरल कुछ भी नहीं कह रहा है। कोई अंतरराष्ट्रीय मीडिया इसे कवर नहीं कर रही है। मुझे समझ नहीं आ रहा कि इनका भारत के खिलाफ क्या षड़यंत्र है।’
क्यों हमारी सरकार देशद्रोहियों से इतना डर गई है: कंगना
वीडियो में कंगना (Kangana)आगे कहती है कि ‘क्या हिंदुओं का खून इतना सस्ता है। हम बहुत बड़े षड़यंत्र का शिकार हो रहे हैं क्योंकि ये बहुत ही ज्यादा अप्राकृतिक है। मैं इस सरकार की सपोर्टर हूं पर इस वक्त बहुत ज्यादा निराश हूं।’ बंगाल में जो खून की नदियां बह रही हैं हम सब इसकी कड़ी निंदा करना चाहते हैं। क्यों हमारी सरकार देशद्रोहियों से इतना डर गई है। क्या देशद्रोही ये देश चलाएंगे। इस वक्त में जब राष्ट्रपति शासन की जरूरत है। जवाहरलाल नेहरू 12 या आठ बार राष्ट्रपति शासन लगा चुके हैं, इंदिरा गांधी ने 50 बार राष्ट्रपति शासन लगाया था। मनमोहन सिंह ने 10-12 बार लगाया था।