नई दिल्ली/ खुशबू पाण्डेय : केंद्र सरकार ने भारतीय रेलवे (Indian Railways) की कमान इतिहास में पहली बार आज महिला को सौंपी है। 1988 बैच की भारतीय रेलवे यातायात सेवा की वरिष्ठ अधिकारी जया वर्मा सिन्हा (Jaya Verma Sinha) रेलवे बोर्ड की नई CEO एवं अध्यक्ष नियुक्त की गई हैं। रेलवे स्थापना के 166वें वर्ष के बाद से भारतीय रेलवे के इतिहास में पहली महिला अध्यक्ष बनाया गया है। वह अनिल कुमार लाहोटी की जगह लेंगी। कैबिनेट की नियुक्ति समिति (ACC) ने जया वर्मा सिन्हा, सदस्य (संचालन और व्यवसाय विकास), को रेलवे बोर्ड की अध्यक्ष और मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) के पद पर नियुक्ति को मंजूरी दे दी है। वह एक सितंबर या उसके बाद कार्यभार संभालेंगी और उनका कार्यकाल 31 अगस्त, 2024 तक होगा। सिन्हा एक अक्टूबर को सेवानिवृत्त होने वाली हैं, लेकिन उनका कार्यकाल समाप्त होने पर इसे पुन: बढ़ाया जाएगा।
118 साल में पहली बार रेलवे बोर्ड की अध्यक्ष महिला बनीं
—1988 बैच की आईआरटीएस जया वर्मा सिन्हा रेलवे बोर्ड की नई सीईओ एवं अध्यक्ष नियुक्त
—वह अनिल कुमार लाहोटी की जगह लेंगी, 31 अगस्त, 2024 तक होगा कार्यकाल
—भारतीय रेलवे की तेजतर्रार महिला अफसरों में हैं जया वर्मा
जया सिन्हा उत्तर रेलवे, दक्षिण-पूर्व रेलवे और पूर्वी रेलवे में काम किया। उन्होंने चार वर्षों तक बांग्लादेश के ढाका स्थित भारतीय उच्चायोग में रेलवे सलाहकार के रूप में भी काम किया। बांग्लादेश में उनके कार्यकाल के दौरान ही कोलकाता से ढाका तक चलने वाली मैत्री एक्सप्रेस का उद्घाटन किया गया था। उन्होंने अपने 35 साल के करियर में रेलवे के अहम पदों पर काम किया है और वे भारतीय रेलवे की तेजतर्रार महिला ऑफिसरों में हैं।
बता दें कि जया वर्मा ने रेलवे बोर्ड की सदस्य (संचालन और व्यवसाय विकास) के रूप में हाल में ओडिशा के बालासोर में हुई भीषण ट्रेन दुर्घटना के बाद जटिल सिग्नल प्रणाली के बारे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) को विस्तार से बताया था। बाद में मीडिया को भी जानकारी दी थी। सिन्हा कोरोमंडल एक्सप्रेस हादसे के दौरान अच्छी प्रशंसा पाई थी और उन्होंने इस हादसे के बाद स्थिति को संभाला था। हालांकि इस हादसे में लगभग 300 लोगों की मौत हो गई थी।
इलाहाबाद यूनिवर्सिटी की छात्रा रही हैं जया वर्मा
18 सितम्बर 1963 को जन्मी भारतीय रेलवे की अधिकारी जया वर्मा सिन्हा 1988 बैच में आईआरटीएस अधिकारी हैं। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत 1990 में की थी। उनकी नियुक्ति उत्तर रेलवे में कानुपर के अस्सिटेंट एरिया मैनेजर के तौर पर हुई थी। जया वर्मा सिन्हा ने अपनी शुरूआती पढ़ाई इलाहाबाद के सैंट मैरी कांवेंट स्कूल से की थी। हायर एजुकेशन इलाहाबाद यूनिवर्सिटी से हुई। रेलवे की नौकरी के अलावा उन्हें फोटोग्राफी का शौक है। उन्हें पशु-पक्षियों के लगाव है।
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