नयी दिल्ली /खुशबू पाण्डेय । भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (ITBP) के कार्मिक संगठन की बहुप्रतीक्षित समीक्षा के लिए केंद्र से मंजूरी मिलने के बाद इस अर्धसैनिक बल (Paramilitary force) में सबसे निचले स्तर पर आने वाले रसोइये, पानी वाहकों, सफाईकर्मियों, नाइयों जैसे कर्मियों को पहली बार पदोन्नति दी जाएगी। आधिकारिक सूत्रों ने मंगलवार को बताया कि केंद्रीय वित्त मंत्रालय (Union Ministry of Finance) ने आईटीबीपी (ITBP) के ग्रुप सी ‘ट्रेड्समैन कैडर’ की पहली समीक्षा के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी जिसके तहत इन पदों के वास्ते हेडकांस्टेबल के 984 नये पद सृजित किये जाएंगे । भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (Indo-Tibetan Border Police) में फिलहाल ट्रेड्समैन श्रेणियों में दर्जी, मोची, माली, रसोइया, पानी वाहक, नाई, धोबी और सफाईकमी शामिल हैं। बल के करीब 90,000 कर्मियों में इन श्रेणियों के 7067 कर्मी हैं।
—ITBP के ग्रुप सी ट्रेड्समैन कैडर की पहली समीक्षा के प्रस्ताव को मंजूरी
—इन पदों के वास्ते हेडकांस्टेबल के 984 नये पद सृजित किये जाएंगे
—बल के करीब 90,000 कर्मियों में इन श्रेणियों के 7067 कर्मी हैं
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि सरकार ने जिस अंतिम प्रस्ताव को मंजूरी दी है उसमें कुछ वर्तमान पदों को खत्म कर दिया गया है और उनका इस्तेमाल पांच श्रेणियों के लिए हेड कांस्टेबल के रूप में पदोन्नत पदों के रूप में किया गया है। केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (central armed police force) के अधिकारी ने कहा कि ये ट्रेड्समैन आईटीबीपी (ITBP) समेत सीएपीएफ की किसी भी संचालनात्मक या प्रशासनिक इकाई के मेरूदंड हैं क्योंकि ये सुनिश्चित करते हैं कि लड़ाकू सिपाही किसी भी परिदृश्य में हर समय अपनी कार्रवाई या अपनी जिम्मेदारी के लिए तैयार रहें। उन्होंने कहा कि वे अग्रिम और विभिन्न स्थानों पर लड़ाकू इकाइयों के साथ रहते हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें भी हथियार चलाने का मूलभूत प्रशिक्षण और लड़ाई संबंधी सीख दी जाती है। गृह मंत्रालय (home Ministry) ने 2018 में कार्मिक स्वरूप परिवर्तन का आईटीबीपी का यह प्रस्ताव वित्त मंत्रालय को भेजा था। आईटीबीपी ने भावी चुनौतियों को ध्यान में रखकर इसे तैयार किया था।