नयी दिल्ली /अदिति सिंह । ने इटली के साथ प्रवासन और यात्रा संबंधी समझौते पर किये गये हस्ताक्षर और अनुमोदन को पूर्व प्रभाव से बुधवार को मंजूरी दे दी। इस समझौते के तहत भारतीय छात्रों को इटली में पढ़ाई के बाद एक साल तक के लिए अस्थायी निवास की अनुमति दी जाएगी, ताकि वे पेशेवर अनुभव हासिल कर सकें। इस समझौते पर गत दो नवंबर को विदेश मंत्री एस. जयशंकर और इटली के विदेश मंत्री एंटोनियो तजानी ने हस्ताक्षर किए थे। इसका उद्देश्य दोनों देशों के निवासियों के बीच पारस्परिक संपर्क बढ़ाना, छात्रों, कुशल श्रमिकों, कारोबारियों और युवा पेशेवरों के एक-दूसरे के यहां आने-जाने को बढ़ावा देना और दोनों पक्षों के बीच अनियमित प्रवासन से संबंधित मुद्दों पर सहयोग को मजबूत करना है। एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि इसमें वर्तमान इतालवी वीजा व्यवस्था को भी शामिल किया गया है।
— इटली के साथ हस्ताक्षरित प्रवासन, यात्रा संबंधी समझौते को मंजूरी
—विदेश मंत्री एस. जयशंकर और इटली के विदेश मंत्री एंटोनियो तजानी ने हस्ताक्षर किए
यह समझौता इटली में शैक्षणिक/व्यावसायिक प्रशिक्षण पूरा करने के बाद शुरुआती पेशेवर अनुभव हासिल करने के इच्छुक भारतीय छात्रों को 12 महीने तक के लिए इटली में अस्थायी निवास की अनुमति देता है। इटली ने पेशेवर प्रशिक्षण, पाठ्येतर इंटर्नशिप और पाठ्यक्रम इंटर्नशिप से संबंधित प्रावधानों को सूचीबद्ध किया है, जो भारतीय छात्रों/प्रशिक्षुओं को इतालवी कौशल/प्रशिक्षण मानकों में अनुभव प्राप्त करने की अनुमति देता है। यह समझौता एक संयुक्त कार्य समूह के माध्यम से इसकी निगरानी के लिए एक औपचारिक तंत्र प्रदान करता है जो समय-समय पर, सुविधाजनक तरीके से डिजिटल तरीके से या भौतिक मोड में बैठक करेगा और इसके कार्यान्वयन पर नजर रखेगा।