- कोविड के मद्देनजर भारतीय रेलवे ने की पूरी तैयारी
- कंफर्म, आरएसी को ही यात्रा की इजाजत, वेटिंग को नहीं
- पहले दिन ज्यादातर चर्चित ट्रेनों सभी सीटे फुल
- तत्काल और प्रीमियम तत्काल बुकिंग की अनुमति नहीं
- यात्रियों को प्रवेश और यात्रा के दौरान फेस कवर एवं मास्क पहनना अनिवार्य
- एयरपोर्ट की तरह होगी चेकिंग, पहले पहुंचना होगा स्टेशन
(खुशबू पांडेय)
नई दिल्ली/ टीम डिजिटल : भारतीय रेलवे की ओर लॉकडॉउन के बीच देश भर में कल 1 जून से 200 प्रमुख ट्रेनें शुरू हो रही हैं । इन सभी ट्रेनों की ज्यादातर सीटें फुल हो चुकी हैं। नई दिल्ली से पहली ट्रेन दोपहर 2:30 बजे ऊना जनशताब्दी होगी । जबकि नई दिल्ली आने वाली पहली ट्रेन सुबह 11:30 बजे देहरादून जनशताब्दी होगी। नई दिल्ली रेलवे स्टेशन से आखिरी ट्रेन रात 10.15 बजे छूटेगी। भारतीय रेलवे ने सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं।
इन ट्रेनों में वेटिंग टिकट तो दिया जाएगा, लेकिन वह ट्रेन में यात्रा नहीं कर सकेगा। यात्रा के लिए कंफर्म टिकट एवं आरएससी वाले यात्री को ही फिलहाल अनुमति दी गई है। वेटिंग वाले को आखिरी समय में अगर टिकट कंफर्म नहीं होता है तो उसे स्टेशन के भीतर भी प्रवेश नहीं दिया जाएगा। इन सभी 200 ट्रेनों में यात्री 120 दिनों की एडवांस बुकिंग करवा सकेंगे।
बड़ी बात यह है कि पहले की ही तरह आरएसी और वेटिंग टिकट इन सभी ट्रेनों में उपलब्ध होगा। रेल मंत्रालय के मुताबिक वर्तमान आरक्षण ट्रेन के निर्धारित प्रस्थान से पहले 2 बजे तक ऑनलाइन उपलब्ध होगा। इन ट्रेनों में कोई भी तत्काल और प्रीमियम तत्काल बुकिंग की अनुमति नहीं दी जाएगी।
ट्रेनों की टाइमिंग व स्टॉपेज नियमित ट्रेनों की तरह रहेगा। इनमें से लगभग 36 जोड़ी ट्रेनें ऐसी हैं जो कि राजधानी दिल्ली के विभिन्न रेलवे स्टेशनों से चलेंगी जबकि कई ट्रेनें ऐसी भी हैं जो कि दिल्ली से पास होकर गुजरेंगी।
ट्रेनों में सफर करने वालों के लिए कोरोना के सभी नियम कानून अनिवार्य किए गए हैं। केवल कन्फर्म टिकट वाले यात्रियों को ही रेलवे स्टेशन में प्रवेश करने की अनुमति होगी। सभी यात्रियों को प्रवेश के दौरान और यात्रा के दौरान फेस कवर एवं मास्क पहनना चाहिए। स्टेशन पर थर्मल स्क्रीनिंग की सुविधा के लिए यात्री कम से कम 90 मिनट पहले स्टेशन पहुंचेंगे। केवल उन यात्रियों को जो ठीक पाए जाते हैं उन्हें यात्रा करने की अनुमति होगी। यात्री स्टेशन और ट्रेनों दोनों पर सामाजिक दूरी का पालन जरूरी है।
बता दें कि भारतीय रेलवे ने कोरोना के चलते देशभर में हुए लॉकडाउन में फंसे श्रमिकों एवं अन्य लोगों को उनके घर पहुंचाने के लिए 1 मई से श्रमिक एक्सप्रेस शुरू किया। उसके बाद 12 मई से वीआईपी लोगों के लिए स्पेशल राजाधानी एक्सप्रेस शुरू हुई। अब मध्यम वर्गीय लोगों के लिए 1 जून से प्रमुख रूटों की प्रमुख ट्रेनों को शुरू किया जा रहा है।
जनरल बोगी में होगा रिजर्वेशन
यात्रा के दौरान किसी भी यात्री को कोई अनारक्षित (यूटीएस) टिकट जारी नहीं किया जाएगा और न ही कोई टिकट जारी किया जाएगा। टिकट केवल ऑनलाइन ई-टिकटिंग आईआरसीटीसी वेबसाइट या मोबाइल ऐप के माध्यम से किया जाएगा। जनरल कोच में बैठने के लिए आरक्षित सीट भी होगी। ट्रेन में कोई भी अनारक्षित कोच नहीं होगा। किराया सामान्य होगा और जनरल (जीएस) कोच के लिए आरक्षित होने के नाते, दूसरा बैठने (2 एस) का किराया लिया जाएगा और सभी यात्रियों को सीट प्रदान की जाएगी।
यात्रियों को नहीं मिलेगा कंबल एवं चादर
1 जून से चलने वाली 200 ट्रेनों में भी राजधानी एक्सप्रेस की तर्ज पर ट्रेन के अंदर कोई लिनन, कंबल और पर्दे उपलब्ध नहीं कराए जाएंगे। यात्रियों को अपने घर से चादर एवं कंबल लाना होगा।
स्टेशनों के फूड प्लाजा एवं स्टॉल खुलेंगे
1 जून से चलने वाली 100 जोड़ी ट्रेनों के भीतर चूंकि, भोजन नहीं परोसा जाएगा, इसके मद्देनजर यात्रियों की सुविधा के लिए देशभर के स्टेशनों पर फूड प्लाजा सहित स्टेशन के सभी खानपान स्टॉल खोल दिए गए हैं। यहां से यात्री केवल भोजन पैकिंग करवा सकेंगे। हालांकि कुछ स्टेशनों पर अभी वेंडरों ने अपनी दुकानें नहीं खोली है।
2 बार जारी होगा रिजर्वेशन चार्ट
इन सभी ट्रेनों में केवल ऑनलाइन ई-टिकटिंग आईआरसीटीसी वेबसाइट या मोबाइल ऐप के माध्यम से किया जाएगा। किसी भी रेलवे स्टेशन पर आरक्षण काउंटर पर कोई टिकट बुक नहीं किया जाएगा। इन स्पेशल ट्रेनों में पहले चार्ट को निर्धारित प्रस्थान से कम से कम 4 घंटे पहले तैयार किया जाएगा और दूसरे चार्ट को निर्धारित प्रस्थान से पहले कम से कम 2 घंटे (30 मिनट के वर्तमान अभ्यास के विपरीत) तैयार किया जाएगा। पहले और दूसरे चार्ट की तैयारी के बीच केवल ऑनलाइन वर्तमान बुकिंग की अनुमति होगी।
1 जून को 1.45 लाख यात्री करेंगे सफर
1 जून से शुरू हो रही भारतीय रेलवे की 200 प्रमुख ट्रेनों में करीब 1. 45 लाख यात्री ट्रेनों में सफर करेंगे। सभी यात्री पहले दिन चलने वाली ट्रेनों के गवाह बनेंगे। इनमें जनशताब्दी एक्सप्रेस, दुरंतो एक्सप्रेस, हमसफर एक्सप्रेस, सहित वह सभी रेगुलर ट्रेनें शामिल हैं जो लॉक डॉउन के पहले चलती थी। खास बात यह है कि 1 जून से लेकर 30 जून तक ज्यादातर ट्रेनों की सभी क्लास के टिकट बिक चुके हैं। आज सुबह तक 26 लाख यात्री ने टिकट बुक करा लिया है। इन सभी ट्रेनों में केंद्रीय गृह मंत्रालय की ओर से जारी कोरोना को लेकर दिशा-निर्देश का पूर्णता पालन किया जाएगा।