नई दिल्ली /खुशबू पाण्डेय : अयोध्या में 22 जनवरी को हो रहे भगवान श्री रामलला की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर देशभर में जश्न का माहौल है। राज्य से लेकर केंद्र सरकार के विभिन्न मंत्रालय अपने अपने स्तर पर काम कर रहे हैं। इसमें सबसे बड़ा रोल भारतीय रेलवे का है, जो देशभर के पर्यटकों एवं श्रद्धालुओं को अयोध्या दर्शन करवाने की योजना पर काम कर रही है। भारतीय रेलवे के भगवान ‘राम’ के नाम से जुड़े 354 रेलवे स्टेशनों को प्राण प्रतिष्ठा के दिन रोशनी से जगमग किया जाएगा। इसके लिए भारतीय रेलवे ने खास तैयारी कर रहा है। देशभर में भारतीय रेलवे के 8911 रेलवे स्टेशन हैं। इसमें ए, बी और सी सभी श्रेणी के स्टेशन हैं। इनमें से देशभर में 354 रेलवे स्टेशन ऐसे चिन्हित किए गए हैं जिनके नाम में शुरू या अंत में राम नाम जुड़ा है। इनमें उत्तर प्रदेश के भी कई स्टेशन हैं। इसके अलावा उत्तराखंड के रामनगर से लेकर तमिलनाडु के रामेश्वरम रेलवे स्टेशनों के नाम शामिल हैं। इन रेलवे स्टेशनों पर
रेलवे 22 जनवरी को खास आयोजन करेगा। रेलवे के वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक इन सभी स्टेशनों पर 21 और 22 जनवरी को विशेष दीपदान किया जाएगा और स्टेशनों को रोशनी से जगमग किया जाएगा। वैसे तो यह पूरा आयोजन रेलवे अपनी तरफ से करेगा, लेकिन इसमें स्थानीय लोगों की भी समहूलियत करवाई जाएगी।
—अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के मौके पर जगमग होंगे देशभर के स्टेशन
—सभी स्टेशनों पर 21 और 22 जनवरी को विशेष दीपदान किया जाएगा
—करीब 55 रेलवे स्टेशनों के नाम के शुरू में ‘राम’ जुड़ा हुआ है
—रामलला के नवीन विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा का मांगलिक उत्सव मनाएगी रेलवे
रेलवे अधिकारी के मुताबिक इस तरह करीब 55 रेलवे स्टेशनों के नाम के शुरू में राम जुड़ा हुआ है। इसी तरह 12 रेलवे स्टेशनों के नाम में सीता जुड़ा हुआ है। इसमें उत्तर प्रदेश के सीतापुर से लेकर बिहार का सीतामढ़ी स्टेशन शामिल है। अधिकारी के मुताबिक 55 रेलवे स्टेशनों में रामचंद्रपुर, राम चौरा रोड, राम चंद्रपुरम, रामगिरी, रामागुंडम, रमईपुर, राम कृष्णापुरम, राम कोना,राम कुंडा, रमन, राम नगरम, रामा नंद, राम नाथ पुरम, रमन्ना पुर, रामा नुजन पल्ली, रामापुरम, रामराज पल्ली, रामा वर पाडू, राम भद्रपुर, राम भवन हाल्ट, राम विशनपुर,राम चौरा, राम दास, राम दयालु नगर, राम देवरा, रामेश्वर नगर, रामेश्वरम, राम गंगा, राम गंज मंडी, राम गढ, रामगढ सेखावटी, रामगढ कैंट, राम गढवा, राम घाट, राम गोविंद, राम कनाली, राम केला आदि स्टेशन हैं।
बता दें कि ‘राम’ नाम से जुड़े ज्यादातर स्टेशन के नाम 1948 के विशेष सकुर्लर के आधार पर रखे गए थे। कुछ स्टेशन तो ऐसे हैं जो आजादी के पहले से बने हैं और भगवान ‘राम’ के नाम पर ही स्टेशन का नामकरण किया गया था। बाद में उन इलाकों के नाम भी स्टेशनों के नाम से ही जाना जाने लगा। एक अधिकारी की माने तो अंग्रेजों के समय भी कुछ अधिकारी ऐसे रहें होंगे जिनकी भगवान ‘राम’ में आस्था रही होगी, तभी उन स्टेशनों के शुरू या आखिर में ‘राम शब्द जोडा गया।
‘सीता’ के नाम पर भी 12 स्टेशनों का चयन, होंगे रोशन
भारतीय रेलवे के मुताबिक राम के अलावा देशभर के करीब 12 स्टेशनों की पहचान की गई है, जो भगवान राम की पत्नी ‘सीता’ से जुड़ा है। इसमें उत्तर प्रदेश का सीतापुर, बिहार का सीता मढ़ी एवं सीता पुरम आदि शामिल है। इन स्टेशनों पर भी स्थानीय लोगों की मदद से इस तरह से भारतीय रेलवे अयोध्या में राम जन्मभूमि मंदिर में रामलला के नवीन विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा का मांगलिक उत्सव मनाएगी।