परिवर्तन की आग का वाहक बने पश्चिम बंगाल की जनता
–गृहमंत्री अमित शाह ने किया बंगाल के लोगों का आह्वान
–वर्चुअल रैली कर तृणमूल सरकार पर जमकर हमला बोला
–किसानों को कहा, ममता दीदी ने सूची ही केंद्र को नहीं भेजी
-लोकतंत्र और राजनीति में हिंसा का कोई स्थान नहीं
(खुशबू पाण्डेय)
नई दिल्ली/ टीम डिजिटल : केंद्रीय गृह मंत्री एवं भारतीय जनता पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने मंगलवार को ‘पश्चिम बंगाल जन-संवाद अभियान के तहत वर्चुअल रैली कर पश्चिम बंगाल की तृणमूल सरकार पर जमकर हमला बोला। साथ ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार के विगत छ: वर्षों की ऐतिहासिक उपलब्धियों को गिनाया।
उन्होंने कहा कि आयुष्मान भारत योजना से देश के लगभग एक करोड़ लोग अब तक लाभ उठा चुके हैं,लेकिन पश्चिम बंगाल इस लाभ से अछूता है क्योंकि ममता दीदी ने इस योजना को राज्य में लागू ही नहीं होने दिया। ममता दीदी को पश्चिम बंगाल की जनता को अपने 10 वर्षों के कार्यकाल का हिसाब देना चाहिए।
तृणमूल सरकार पर हमला करते हुए अमित शाह ने कहा कि गरीब कल्याण पैकेज के तहत देश के 8.7 करोड़ किसानों को 16,347 करोड़ रुपये की राशि सीधे उनके बैंक अकाउंट में ट्रांसफर की गई है, लेकिन पश्चिम बंगाल के एक भी किसान को इसका फायदा नहीं मिल पाया है। ममता दीदी की सरकार ने किसानों की सूची ही केंद्र सरकार को नहीं भेजी है। अमित शाह ने ममता सरकार को कहा कि आप किसानों की सूची भेजिए, हम तुरंत ही किसानों के एकाउंट में पैसा ट्रांसफर करेंगे।
इस दौरान गृह मंत्री ने पश्चिम बंगाल की जनता से परिवर्तन की आग का वाहक बनने की अपील की। साथ ही कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आत्मनिर्भर भारत बनाना चाहते हैं। हम सभी 130 करोड़ देशवासी यह संकल्प लें कि हम स्वदेशी उत्पादों का ही उपयोग करेंगे, स्थानीय उत्पादों का उपयोग करेंगे और लोकल के लिए वोकल बनेंगे ताकि प्रधानमंत्री मोदी जी के नेतृत्व में आत्मविश्वास से जगमगाते आत्मनिर्भर भारत के स्वप्न को साकार कर सकें।
शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में विगत छ: वर्ष हर तरीके से हिंदुस्तान को आगे बढ़ाने, देश की समस्याओं के समाधान, दुनिया में भारतवर्ष को सम्मान दिलाने और देश के 60 करोड़ लोगों के जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाने के रूप में जाना जाएगा।
गृह मंत्री अमित शाह ने पश्चिम बंगाल में विचारधारा की लड़ाई लड़ते हुए राजनीतिक हिंसा के शिकार 100 से अधिक भाजपा कार्यकर्ताओं के बलिदान को नमन किया। साथ ही कहा कि सोनार बांग्ला के नव निर्माण में हमारे कार्यकर्ताओं का बलिदान स्वर्णाक्षरों में अंकित होगा। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र और राजनीति में हिंसा का कोई स्थान नहीं होना चाहिए। हम पश्चिम बंगाल में केवल आंदोलन या दल के विस्तार के लिए नहीं हैं बल्कि सोनार बांग्ला के निर्माण के लिए मैदान में हैं।
जन-संपर्क और जन-संवाद हमारी कार्य संस्कृति का हिस्सा रहा है और समय-समय पर जनता को अपने कार्यों का हिसाब देने की रही है। भाजपा के पूर्व अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि ममता दीदी की तानाशाही के खिलाफ खड़े होने की वजह से हमारे सौ से अधिक कार्यकर्ताओं की निर्मम हत्या कर दी गई है।
शरणार्थियों ने आपका क्या बिगाड़ा है ?
ममता बनर्जी को आड़े हाथों लेते हुए अमित शाह ने कहा कि ममता दीदी, आप बताएं कि मतुआ, नामशूद्र और बांग्लादेश से आये शरणार्थियों ने आपका क्या बिगाड़ा है जो आप इतना विरोध कर रही हैं? आपको पश्चिम बंगाल की जनता को इस विरोध का कारण बताना चाहिए। नागरिकता संशोधन कानून तो पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से धर्म, परिवार और जीवन की रक्षा भारत आये शरणार्थियों का अधिकार है जिसका वादा हमने 1947 में ही उनसे किया था। आज जब 2019 में मोदी सरकार ने इस वादे को पूरा किया तो आपको क्यों समस्या हो रही है? ममता दीदी, आप नागरिकता संशोधन कानून का विरोध तो कर रही हैं लेकिन देख लेना, चुनाव में पश्चिम बंगाल की जनता आपको राजनीतिक शरणार्थी बनाने वाली है।
प्रवासी की समस्या रूपी घाव पर नमक छिड़कने का पाप किया
तृणमूल सरकार पर हमला जारी रखते हुए गृह मंत्री ने कहा कि हमने प्रवासी मजदूरों के लिए जो विशेष ट्रेनें चलाई, उसे हमने श्रमिक स्पेशल ट्रेन कहा लेकिन ममता दीदी ने अपने ही राज्य के मजदूरों का अपमान करते हुए इन ट्रेनों को कोरोना एक्सप्रेस की संज्ञा दी। ममता बनर्जी की ‘कोरोना एक्सप्रेस टीएमसी के लिए पश्चिम बंगाल से बाहर जाने का ‘एक्जिट एक्सप्रेस बनेगी। इस वैश्विक संकट के समय ममता दीदी ने अपने ही राज्य के प्रवासी मजदूरों की समस्या रूपी घाव पर नमक छिड़कने का पाप किया है। पूर्व भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि हम हर कदम पर पश्चिम बंगाल की मदद कर रहे हैं लेकिन ममता दीदी कहती हैं कि भाजपा वाले आकर संभाल लें, हम और नहीं कर सकते। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में चुनाव हो जाने दीजिये, राज्य की जनता आपकी ये इच्छा भी जल्द ही पूरी कर देगी।
भारत का ग्रोथ इंजन हुआ करता था पश्चिम बंगाल
पश्चिम बंगाल एक समय भारत का ग्रोथ इंजन हुआ करता था, आजादी के समय देश की 25 फीसदी से भी ज्यादा उत्पादन पश्चिम बंगाल से होती थी जो आज 3 फीसदी पर आ गई है। एक समय था जब बंगाल समस्त भारत को दिशा दिखता था। पश्चिम बंगाल के बारे में कहा जाता था कि पश्चिम बंगाल जो आज सोचता है, वो भारत कल सोचता है। अब यह बात बीते कल की ही लगती है क्योंकि भ्रष्टाचार, तुष्टिकरण, हिंसा और परिवारवाद की राजनीति ने राज्य की प्रगति को अवरुद्ध कर के रख दिया है, राज्य को गरीबी के दलदल में धकेल दिया है।