नई दिल्ली/ खुशबू पाण्डेय : रेलवे भर्ती बोर्ड की एनटीपीसी परीक्षा को लेकर कई जगह विरोध प्रदर्शन कर रहे प्रतिभागियों को अब रेलवे या सरकारी नौकरी नहीं मिलेगी। भारतीय रेलवे ने इस संबंध में नोटिस जारी कर दिया है। नोटिस में सख्त लहजे में चेतावनी देते हुए कहा कि ऐसे प्रतिभागियों की पहचान के लिए जांच एजेंसियों का सहारा लिया जाएगा। रेलवे ट्रैक और रेल संपत्ति को नुकसान पहुंचाने वाले प्रतिभागियों पर पुलिस कार्रवाई के साथ साथ नौकरी के लिए आजीवन प्रतिबंध लगाया जा सकता है।
रेलवे भर्ती बोर्ड की एनटीपीसी के लिए देशभर में करीब 1.25 करोड़ प्रतिभागियों ने आवेदन किया था। यह नॉन टेक्नीकल नौकरियों होती हैं। इसके लिए सीबीटी 1 की परीक्षा हो चुकी है। हालांकि नोटिस के अनुसार 2019 में प्रक्रिया पूरी होनी थी लेकिन कोरोना की वजह से प्रक्रिया में विलंब हो गया है। इसे लेकर अब पटना समेत कई जगह विरोध प्रदर्शन शुरू हुआ है।
-रेलवे की एनटीपीसी परीक्षा को लेकर हो रहा है विरोध प्रदर्शन
-रेलवे ने जारी किया सख्त नोटिस, होगी प्रतिभागियों की पहचान
-रेलवे ही नहीं तोडफ़ोड़ करने वाले को काई भी सरकारी नौकरी नहीं मिलेगी
प्रतिभागियों ने रेलवे ट्रैक पर प्रदर्शन कर रेल का संचालन पूरी तरह से ठप कर दिया। इसके अलावा रेलवे की संपत्ति को नुकसान पहुंचाया है। इसी को लेकर रेलवे बोर्ड सख्त हो गया है। बोर्ड ने नोटिस जारी कर ऐसे छात्रों पर रेलवे या किसी अन्य सरकारी नौकरी के लिए आजीवन प्रतिबंध लगाने की बात कही है।
रेल मंत्रालय ने कहा कि रेलवे नौकरी के इच्छुक उम्मीदवारों ने रेलवे ट्रैक पर विरोध प्रदर्शन, ट्रेन संचालन में बाधा, रेलवे संपत्तियों को नुकसान पहुंचाने आदि जैसी बर्बरता, गैरकानूनी गतिविधियों में लिप्त हैं। रेल मंत्रालय ने मंगलवार को जारी सार्वजनिक नोटिस में कहा गया है कि इस तरह की गुमराह करने वाली गतिविधियां अनुशासनहीनता का उच्चतम स्तर हैं, जो ऐसे उम्मीदवारों को रेलवे एवं किसी भी सरकारी नौकरी के लिए अनुपयुक्त बनाती हैं। ऐसी गतिविधियों के वीडियो की विशेष एजेंसियों की मदद से जांच की जाएगी और गैरकानूनी गतिविधियों में लिप्त पाए जाने वाले उम्मीदवारों पर पुलिस कार्रवाई के साथ-साथ रेलवे की नौकरी प्राप्त करने से आजीवन प्रतिबंध भी लगाया जा सकता है।
रेल मंत्रालय ने नोटिस में कहा है कि रेलवे भर्ती बोर्ड (आरआरबी) सत्यनिष्ठा के उच्चतम मानकों को बनाए रखते हुए निष्पक्ष और पारदर्शी भर्ती प्रक्रिया संचालित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। रेलवे नौकरी के इच्छुक उम्मीदवारों एवं उम्मीदवारों को सलाह दी जाती है कि वे गुमराह न हों या ऐसे तत्वों के प्रभाव में न आएं जो अपने स्वार्थ को पूरा करने के लिए उनका इस्तेमाल करने की कोशिश कर रहे हैं।
बता दें कि बिहार की राजधानी पटना में दो तीन दिन से बिहार के छात्रों बड़ा बवाल किया था। यहां तक की सोमवार को प्रदर्शनकारियों ने पटना कुर्ला एक्सप्रेस में आग लगा दी थी। इसके चलते राजधानी एक्सप्रेस सहित कई ट्रेनों को कैंसिल कर दिया गया था। इसको लेकर बिहार से ही आंदोलन शुरू हुआ है और देशभर में फैलता जा रहा है। इसी को देखते हुए भारतीय रेलवे ने आज आनन फानन में यह बड़ा ऐतिहासिक फैसला लिया है।