–नई व्यवस्था के साथ 10 नवम्बर से खुलेंगे देशभर के संग्रहालय
–कोविड-19 के ऐहतियाती उपायों का पूरा पालन किया जाएगा
–मुख्य गेट पर होगी स्क्रीनिंग, वहीं मिलेगा एंट्री टिकट, तापमान ज्यादा तो एंट्री नहीं
–केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद पटेल ने किया राष्ट्रीय संग्रहालय का दौरा, लिया जायजा
(खुशबू पाण्डेय)
नई दिल्ली/ टीम डिजिटल : देशभर के संस्कृति एवं संग्रहालय प्रेमियों एवं सैलानियों के लिए एक बड़ी खुशखबरी है। कोरोना के चलते 8 महीने से बंद देशभर के राष्ट्रीय संग्रहालय मंगलवार 10 नवम्बर से दोबारा नई व्यवस्था के साथ खुल रहे हैं। इस दौरान बारीक कलाकारी को लेंस के जरिये देखा जा सकेगा। किसी भी कलाकृति को हाथ लगाने की अनुमति नहीं होगी। कोविड-19 के ऐहतियाती उपायों का पालन किया जाएगा। देशभर के सभी राष्ट्रीय संग्रहालयों के मुख्य द्वार पर ही लोगों का तापमान लिया जाएगा। टिकटों की बिक्री संग्रहालय की चहारदिवारी के बाहर काउंटरों पर तथा ऑनलाइन होगी। इसके अलावा सुरक्षा कर्मी मुख्य द्वार पर ही कोविड संबंधी जांच की प्रक्रिया को पूरा करेंगे। जांच में खरे नहीं पाए जाने पर आगन्तुक को अंदर प्रदेश नहीं करने दिया जाएगा।
केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल ने सोमवार को यहां राष्ट्रीय संग्रहालय का भ्रमण करके संग्रहालय को खोले जाने की तैयारियों का जायजा लिया। संग्रहालय की सभी वीथिकाओं में पूरी साफ सफाई की गई है। इस मौके पर संस्कृति मंत्रालय में सचिव योगेंद्र त्रिपाठी, संयुक्त सचिव निरुपमा कोटरु, राष्ट्रीय संग्रहालय के मुख्य कार्यकारी अधिकारी राघवेंद्र सिंह भी मौजूद थे। इस दौरान पटेल ने संग्रहालय की दो वीथिकाओं का भ्रमण भी किया। बाद में पत्रकारों से बातचीत करते हुए बताया कि कोविड-19 के ऐहतियाती उपायों के साथ मंगलवार 10 नवम्बर से देश भर के संग्रहालय खेाले जा रहे हैं। केंद्रीय मंत्री पटेल ने कहा कि राष्ट्रीय संग्रहालय देश के बाकी संग्रहालयों के लिए एक आदर्श माना जाता है और उसकी मानक प्रक्रिया को देश में नियम की तरह स्वीकार किया जाता है। इसलिए उक्त प्रक्रिया देश के सभी संग्रहालयों में अपनायी जाएगी।
बता दें कि 17 मार्च 2020 के आदेश के तहत संस्कृति मंत्रालय के प्रशासनिक नियंत्रणाधीन सभी संग्रहालयों और कला दीर्घाओं को बंद कर दिया गया था और वे तब से बंद पड़े हैं। चूंकि,्त्यौहारों का मौसम चल रहा है इसलिए 10 नवम्बर से सभी संग्रहालयों, कला दीर्घाओं और पदर्शनियों को फिर से खोले जाने का फैसला लिया गया है। जनता एक बार फिर भारत की समृदध सांस्कृतिक विरासत का आनंद ले सके।
गौरतलब है कि बंद स्थानों में अधिकतम 200 व्यक्तियों की सीमा सहित किसी हॉल की क्षमता के अधिकतम 50 प्रतिशत लोगों के एकत्र होने की अनुमति होगी। फेस मास्क का पहनना, आपस में सुरक्षित दूरी बनाए रखना, शारीरिक तापमान जांच (थर्मल एवं स्कैनिंग) तथा हाथ धुलाने के घोल (हैंडवाश) या सैनिटाइजर का इस्तेमाल करना अनिवार्य होगा।