नई दिल्ली/ अदिति सिंह : रेल यात्रियों की सुविधा के लिए भारतीय रेलवे ट्रेनों में पका हुआ भोजना व्यवस्था फिर से बहाल कर दिया है। लंबी दूरी की ज्यादातर ट्रेनों में खानपान सुविधा पहले की तरह शुरू हो गई है। 14 फरवरी तक सभी ट्रेनों (100 फीसदी ट्रेनों) में पका हुआ खाना यात्रियों को मिलने लगेगा।
यह व्यवस्था भारतीय रेलवे खान-पान और पर्यटन निगम लिमिटेड (IRCTC) संभाल रही है। यात्रा करने वाले यात्रियों की आवश्यकताओं और देश भर में कोविड लॉकडाउन प्रतिबंधों में ढील के साथ आईआरसीटीसी ने ट्रेनों में पके हुए भोजन सेवाओं को पुन: शुरू करने के लिए पूरी तरह से तैयार है। इसको लेकर रेल मंत्रालय ने निर्देश भी जारी कर दिया है।
आईआरसीटीसी के प्रवक्ता के मुताबिक इस तरह की सेवाएं लगभग 428 ट्रेनों में पके हुए भोजन के रूप में बहाल की जा चुकी हैं। कोरोना में हो रही कमियों को देखते हुए 21 दिसंबर से ही करीब 30 फीसदी और 22 जनवरी तक 80 फीसदी पके हुए भोजन की सेवा की बहाली प्रारम्भ कर दी गई थी। बाकी शेष 20 फीसदी ट्रेनों में 14 फरवरी तक बहाल कर दिया जाएगा। प्रीमियम ट्रेनों (राजधानी, शताब्दी, दुरंतो) में पका हुआ भोजन पहले ही 21 दिसंबर को बहाल कर दिया गया था।
-कोविड के चलते बंद हुई थी देशभर की ट्रेनों में खानपान सेवा
-14 फरवरी से 100 फीसदी ट्रेनों में सेवा होगी बहाल, यात्रियों को मिलेंगे शुद्ध-सात्विक भोजन
बता दें कि 23 मार्च 2020 को कोरोना वायरस महामारी के कारण सुरक्षा उपायों को देखते हुए खान-पान सेवाओं को बंद कर दिया गया था। देश में कोविड के दरों में सकारात्मक गिरावट के साथ आरटीई भोजन 5 अगस्त 2020, से ट्रेनों में भोजन-सेवा प्रारम्भ की गई थी। यह सुविधा सभी यात्रियों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए सहजता से यात्रियों तक निरंतर पहुंचाया जा रहा है। इस महामारी को देखते हुए खान-पान की सुविधाओं में उच्च मात्रा में स्वास्थ्यवर्धक सामग्रियों को शामिल किया गया है, जिससे यात्रियों को पौष्टिक आहार मिल सके और वह सुरक्षित महसूस करें।