नई दिल्ली, साधना मिश्रा: कोरोना वायरस महामारी के बीच विश्व प्रसिद्ध हिमालयी गंगोत्री धाम के कपाट आज अक्षय तृतीया के मिथुन लग्न की शुभ बेला पर खोल दिए गए। शनिवार की सुबह साढ़े सात बजे यह द्वार छ: महीनो के लिए खोला गया है। कोरोना वायरस के चलते देशभर में लॉकडाउन जारी है। जिसके कारण कोरोना प्रोटोकॉल (Corona protocol) के दिशा-निर्देशो के मद्देनजर पुरोहितों और प्रशासनिक अधिकारियों की मौजूदगी में द्वार खोले गए।
21 लोगों की मौजूदगी में खोले गए कपाट
कोरोना वायरस संक्रमण के कारण पिछले साल की तरह इस साल भी श्रद्धालुओं के बिना ही कपाट खोले गए। उद्धघाटन के शुभ मौके पर 21 लोग ही शामिल हो सके। वहीं गंगोत्री धाम के कपाट खुलने पर पहली पूजा देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) व प्रदेश के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत द्वारा भेंट स्वरूप भेजी गई 1101 रुपये की धनराशि के साथ हुई।
सुबह 7:30 बजे खुले गंगोत्री धाम के कपाट
बता दें कि गत शुक्रवार को शीतकालीन प्रवास मुखबा गांव से मां गंगा की डोली गंगोत्री के लिए रवाना हुई थी। रात्रि विश्राम के लिए डोली यात्रा भैरव घाटी स्थित भैरव मंदिर में पहुंची। रात्रि विश्राम के बाद भैरव मंदिर से शनिवार सुबह चार बजे गंगा की डोली यात्रा गंगोत्री के लिए रवाना हुई। साढ़े छह बजे गंगोत्री धाम में पहुंची। जिसके बाद साढ़े सात बजे गंगोत्री मंदिर के कपाट खुले।
छ: महीनों के लिए खुले युमनोत्री-गंगोत्री धाम
मालूम हो कि इसके पहले शुक्रवार यानी 14 मई 2021 को अक्षय तृतिया के पावन पर्व पर 25 पुरोहितों द्वारा विधिवत पुजा अर्चना के साथ 12 बजकर 15 मिनट पर यमुनोत्री धाम के कपाट छ: महीनो के लिए खोल दिए गए है।
श्रद्धालुओं के लिए की गई आनलाइन दर्शन की व्यवस्था
ऐसा दूसरी बार हुआ है जब कोरोना वायरस के चलते श्रध्दालुओं के बिना ही धाम के कपाट खोल दिए गए। वहीं कोविड के बढ़ते मामलों को देखते हुए चारधाम की यात्रा स्थगित की गई है। हालांकि इस साल भी श्रद्धालुओं की भावना का सम्मान करते हुए चारधाम के आनलाइन दर्शन की व्यवस्था की गई है। लोग घर पर बैठकर चारधाम के दर्शन कर सकते हैं।