नयी दिल्ली /अदिति सिंह । दिल्ली पुलिस ने जी20 शिखर सम्मेलन के लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं, जिसके तहत कई सुरक्षा एजेंसियां और 19 दक्ष निशानेबाज महिला कमांडो की तैनाती के अलावा विशेष पुलिस आयुक्त स्तर के अधिकारी आयोजन स्थल के कमांडर के रूप में सुरक्षा व्यवस्था का हिस्सा होंगे। अधिकारियों ने बताया कि 50,000 से अधिक कर्मियों, के9 श्वान दस्तों और घुड़सवार पुलिस की सहायता से दिल्ली पुलिस शिखर सम्मेलन के दौरान कड़ी निगरानी रखेगी। एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, हवाई अड्डे से होटल तक और होटल से जी20 शिखर सम्मेलन के आयोजन स्थलों तक, विदेशी प्रतिनिधियों को शिखर सम्मेलन के दौरान दिल्ली पुलिस द्वारा कड़ी सुरक्षा प्रदान की जाएगी। व्यवस्थाओं को मजबूत करने के लिए दिल्ली पुलिस को भारतीय वायु सेना, राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एनएसजी) और केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों (सीएपीएफ) जैसी विशेष केंद्रीय एजेंसियों द्वारा भी सहायता दी जा रही है। मध्य प्रदेश के करेरा में भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) के प्रशिक्षण केंद्र में चार सप्ताह का विशेष प्रशिक्षण सत्र पूरा करने वाली कुल 19 निशानेबाज महिला कमांडों को भी शिखर सम्मेलन के दौरान तैनात किया जाएगा।
—50,000 से अधिक पुसिल कर्मियों, के9 श्वान दस्तों और घुड़सवार रहेंगे तैनात
—आलाकमान ने विशेष पुलिस आयुक्तों की तैनाती की
– सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये,घुसपैठ, आतंकवादी घटना या गड़बड़ी पर नजर
पुलिस ने पिछले जी20 शिखर सम्मेलन के दौरान अन्य देशों में विभिन्न अंतरराष्ट्रीय और स्थानीय समूहों द्वारा किए गए विरोध प्रदर्शनों का व्यापक मूल्यांकन भी किया है। ऐसे किसी भी विरोध-प्रदर्शन से निपटने के लिए भी दिल्ली पुलिस पूरी तरह तैयार है। जी20 नेताओं का शिखर सम्मेलन 9-10 सितंबर को यहां प्रगति मैदान में नवनिर्मित अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन और प्रदर्शनी केंद्र भारत मंडपम में आयोजित किया जाएगा। भारत जी20 के वर्तमान अध्यक्ष के रूप में इस प्रभावशाली समूह के शिखर सम्मेलन की मेजबानी कर रहा है। सम्मेलन में 30 से अधिक राष्ट्राध्यक्षों, यूरोपीय संघ और आमंत्रित अतिथि देशों के शीर्ष अधिकारियों और 14 अंतरराष्ट्रीय संगठनों के प्रमुखों के हिस्सा लेने की संभावना है। पुलिस ने कहा कि जहां तक आयोजन स्थल की सुरक्षा व्यवस्था का सवाल है, विशेष पुलिस आयुक्त रैंक के अधिकारी कमांडर के रूप में जबकि पुलिस उपायुक्त रैंक के अधिकारी जोनल कमांडर के रूप में तैनात रहेंगे। अधिकारियों ने कहा कि ऐसी व्यवस्था की गई है कि शिखर सम्मेलन के दौरान किसी तरह की घुसपैठ, आतंकवादी घटना या गड़बड़ी न हो।