नई दिल्ली/ खुशबू पाण्डेय : रेल यात्रियों (railway passengers) की सुविधा और आसानी के लिए देश भर के सभी रेलवे स्टेशनों पर संकेतकों को रंग, फॉन्ट और चित्रलेखों के उपयोग के आधार पर मानकीकृत किया जाएगा। अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत पूरे भारत में 1,275 स्टेशनों का पुनर्विकास कर रहा भारतीय रेलवे यात्रियों के लिए इसे सुविधाजनक बनाने के वास्ते सभी स्टेशनों पर एक समान संकेत लगाने का प्रयास करेगा। इसे बुजुर्गों, महिलाओं, बच्चों और ‘दिव्यांगजन’ आदि सहित सभी यात्रियों की जरूरतों को ध्यान में रखकर बनाया गया है। भारतीय रेलवे के 17 जोनल रेलवे और 68 मंडलों में 7300 से अधिक रेलवे स्टेशनों पर विभिन्न प्रकार के संकेतक हैं, अब स्टेशनों के नामों का प्रदर्शन पूरे देश में एक ही मानक पर होगा।
—देशभर के 7300 से अधिक रेलवे स्टेशनों पर एक जैसे बोर्ड लगेंगे
—रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव ने जारी की पुस्तिका, बताए इसके फायदे
—रेल आधुनिक, मानक संकेतों को अपनाएगा जो ‘दिव्यांग’ के अनुकूल हैं
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव (Ashwini Vaishnav) ने सोमवार को इस परियोजना के विवरण से संबंधित एक पुस्तिका के विमोचन किया। इस मौके पर रेलमंत्री वैष्णव ने कहा, प्रधानमंत्री के नेतृत्व में भारतीय रेल रेलवे स्टेशनों पर यात्री सुविधाओं को बढ़ाने के लिए अथक प्रयास कर रहा है। यह महसूस किया गया कि स्टेशनों पर संकेतकों पर मानक दिशानिर्देश जारी किए जाएं जो सुसंगत और पर्याप्त होंगे। रेल मंत्री ने कहा भारतीय रेल आधुनिक, मानक संकेतों को अपनाएगा, जो ‘दिव्यांग’ के अनुकूल हैं। भारतीय रेल नेटवर्क के पास दुनिया में सबसे ज्यादा स्टेशन हैं।
Guidelines released for passenger friendly standardisation of signages across all railway stations in India. pic.twitter.com/zySSW8I4gX
— Ashwini Vaishnaw (@AshwiniVaishnaw) May 15, 2023
उन्होंने कहा कि यह महत्वपूर्ण है कि प्रत्येक यात्री की मानक संकेतक होने के कारण सुविधाओं तक आसानी से पहुंच हो। भारतीय रेलवे के स्टेशनों पर मानक संकेतक पर पुस्तिका में सरल भाषा, स्पष्ट फॉन्ट, आसानी से दिखने वाले रंगों और सहज चित्रलेखों को प्राथमिकता दी गई है। अश्विनी वैष्णव ने कहा, जैसा कि आप सभी जानते हैं कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में, भारतीय रेलवे अपने स्टेशनों पर यात्री अनुभव को बढ़ाने के लिए अथक प्रयास कर रही है। यह महसूस किया गया है कि स्टेशनों पर संकेतकों के बारे में ऐसे मानक दिशानिर्देश जारी किए जाएं जो सुसंगत और पर्याप्त हों।
इस मौके पर रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष एवं सीईओ अनिल कुमार लाहोटी(Anil Kumar Lahoti), रेलवे बोर्ड के सदस्य भी इस कार्यक्रम के दौरान उपस्थित थे। साथ ही जोनल रेलवे के महाप्रबंधक भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से इस कार्यक्रम में शामिल हुए।
बता दें कि स्टेशनों पर मानक संकेतकों के बारे में यह पुस्तिका सरल भाषा, स्पष्ट फ़ॉन्ट, आसानी से दिखने वाले रंगों, सहज चित्रलेखों को प्राथमिकता देती है। इसे सभी यात्रियों की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए बनाया गया है, जिनमें बुजुर्ग, महिलाएं, बच्चे, दिव्यांगजन आदि शामिल हैं। संकेतकों के रंग, फोंट के प्रकार और आकार को मानकीकृत किया गया है। तेजी से रास्ता तलाशने के लिए संकेतों के समूहीकरण की अवधारणा को प्रस्तुत किया गया है।
तिरंगी पृष्ठभूमि के साथ स्टेशनों के नाम प्रदर्शित करने वाले नए तृतीयक बोर्ड लगाए गए हैं। मुख्य निर्णय लेने वाले बिंदुओं पर सहज ज्ञान युक्त रास्ता खोजने और संकेतकों की उपलब्धता पर जोर दिया गया है। संकेतों के मानकीकरण पर भी जोर दिया गया है और मजबूत वास्तुकला शब्दावली वाले स्टेशनों के मामले में लचीलेपन की आवश्यकता को भी मान्यता दी गई है। तीन रेलवे स्टेशनों अर्थात रानी कमलापति, गांधीनगर कैपिटल और सर एम. विश्वेश्वरैया टर्मिनल को चालू कर दिया गया है। इन तीन स्टेशनों के अनुभव के आधार पर, अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत चुने गए 1275 स्टेशनों में प्रमुख शहरों, पर्यटन और तीर्थ यात्रा महत्व के स्थानों पर स्थित स्टेशन शामिल हैं। 88 स्टेशनों पर काम चल रहा है। 1187 स्टेशनों के लिए निविदा और योजना कार्य प्रगति पर है।