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Friday, November 22, 2024

मायूसी और तनाव के चलते बिखर रहे हैं पति-पत्नी के पवित्र रिश्ते

-अपने गुस्से को जाहिर करने के लिए गुस्सा नहीं शब्दों का सहारा लीजिए

(प्रीती पांडेय)

आजकल हर तरफ एक मायूसी-भरा वातावरण बना हुआ है। हर कोई किसी न किसी वजह से तनाव में है। ऐसे में तनाव के चलते अक्सर आप उन लोगों पर अपना गुस्सा जाहिर कर देते हैं जो लोग आपके सबसे ज्यादा दिल के करीब होते हैं और जिन्हें आप सबसे ज्यादा प्यार भी करते हैं। ऐसा ही एक रिश्ता है पति-पत्नि का जो की बाकी सभी रिश्तों से हमेशा ही अलग माना जाता है। एक-दूसरे को समझने और एक-दूसरे की मन की बात बिना कहे ही जान पाना इस रिश्ते की खासियत है। यही वह रिश्ता है जिसमें तमाम लड़ाईयों के बाद भी दोनों एक-दूसरे के साथ हमेशा खड़े रहते हैं। बाकी सभी रिश्तों से भले ही आप कन्नी काट लें, लेकिन इस रिश्ते को आप जीवन भर निभाते हैं और एक-दूसरे के साथ जीना चाहते हैं।

कहते हैं जहां प्यार होता है वहां तकरार का होना भी जरूरी है। इससे रिश्ता बहुत मजबूत बनता है लेकिन यह तकरार इतनी भी नहीं होनी चाहिए कि रिश्ते की आत्मा ही मर जाए और आप एक-दूसरे को समझना ही बंद कर दें। आईये जानते हैं कि कैसे आप छोटी-छोटी बातों का ध्यान रखकर अपने रिश्ते को मजबूत बना सकते हैं और बिना लड़ाई-झगड़ा किए एक-दूसरे को समझ सकते हैंः-

अपने पार्टनर को पूरा सम्मान दें

किसी भी रिश्तें में अगर आप अपने लिए सम्मान चाहते हैं तो आपको अपने पार्टनर को भी यह सम्मान देना ही होगा। बिना एक-दूसरे को नीचा दिखाए आप अपने मन की बात अपने पार्टनर से कह सकते हैं। जो काम गुस्सा नहीं करता वह काम कई बार प्यार कर दिखाता है।

आप हमेशा सही नहीं हो सकते

अगर आप दोनों ही इस बात को समझ लें कि आप हमेशा सही नहीं हो सकते तो शायद आप सामने वाले को समझने की कोशिश करें। अगर आप गलत हैं तो अपनी गलती मान लें उससे आप कभी छोटे नहीं होंगे बल्कि अपने पार्टनर की नजरों में और बड़े हो जाएंगे और वह भी अपनी गलती मानने से कभी पीछे नहीं हटेगा। लेकिन इस बात का भी ध्यान रखना है कि अगर कोई अपनी गलती मान लेता है तो इसका मतलब यह नहीं कि हमेशा वही गलत होगा या आप उसे उस गलती के लिए हर समय ताना मारते रहें। ऐसा करना बहुत गलत होगा और आगे वह आपका पार्टनर गलत होने पर भी अपने आपको कभी गलत नहीं मानेगा।

हमेशा चिल्लाने या गुस्सा करने पर रिश्तें में झूठ आ जाता है

अगर आप बात-बात पर अपने पार्टनर पर चिल्लाते रहते हैं तो आपका पार्टनर आपके चिल्लाने से बचने के लिए आपसे झूठ बोलना शुरू कर देता है। क्योंकि उसे लगता है कि आप उसे नहीं समझते इसलिए आपसे बेईज्जत होने और आपके चिल्लाने से बचने का उसे झूठ बोलना ही सबसे आसान रास्ता नजर आता है। साथ ही धीरे-धीरे आप अपने पार्टनर के मन में नफ़रत की जगह भी बनाते जाते हैं। इसलिए पार्टनर के साथ हमेशा प्यार से पेश आएं। उन्हें बराबर का सम्मान दें और बराबरी से बात करें। भले ही आपको उनकी स्पष्ट गलती दिखाई दे रही हो।

एक-दूसरे की अहमियत को समझना जरूरी

मायूसी और तनाव के चलते बिखर रहे हैं पति-पत्नी के पवित्र रिश्ते

रिश्ते कभी अकेले नहीं चलते। आप साथ हैं इसका मतलब ही यही है कि आप दोनों एक-दूसरे के लिए अहम हैं। इसलिए अपने जीवन में एक-दूसरे की अहमियत को समझें। अगर आपके या आपके पार्टनर के मन में ऐसी भावना आती है कि उनका आपके जीवन में कोई अहमियत ही नहीं है तो आप उन्हें इस बात का अहसास दिलाएं कि वे आपके लिए कितने खास हैं। क्योंकि कई बार जिस प्यार और अहमियम की उम्मीद उन्हें आपसे होती है वह आपके द्वारा न मिलने पर वह अंदर से टूट जाते हैं और आपके रिश्ते में कड़वाहट आ जाती है। ऐसे में वही अहमियत किसी अन्य के द्वारा मिलने पर आपका पार्टनर किसी दूसरे व्यक्ति की ओर आकर्षित हो जाता है।

एक-दूसरे की राय को महत्व दें

आप बेहद समझदार हैं लेकिन बावजूद इसके अगर आपका पार्टनर आपको कोई राय दे तो उसे बेवकूफ न समझें बल्कि उसे सुनें और समझें भी और अगर आपको लगता है कि आपका पार्टनर आपको एक अच्छी सलाह दे रहा है तो उसे जरूर मानें। वहां अपनी ईगों को आड़े न आने दें। अगर आप एक-दूसरे को बराबरी का अधिकार देते हैं तो आपके रिश्ते में बेशुमार प्यार होता है। लेकिन अगर आप हमेशा सामने वाले को दबाने की कोशिश करते हैं तो आपके पार्टनर के मन से आप धीरे-धीरे अपने लिए प्यार कम करते जाते हैं फिर आप साथ भले ही रहें लेकिन प्यार नहीं रहता जो एक रिश्ते के लिए सबसे ज्यादा जरूरी है।

एक-दूसरे की कमियों का मजाक न बनाएं

कोई भी इंसान परफेक्ट नहीं होता। हर किसी में कोई न कोई कमी और अच्छी बात होती ही है, ऐसे में आप कभी भी अपने पार्टनर की कमियों का मजाक न बनाएं। क्योंकि ऐसा करने से आपके पार्टनर का आत्मविश्वास टूट जाएगा। पूरी दुनिया आपके लिए क्या सोचती है इससे आपको कोई फर्क भले ही पड़े या न पड़े लेकिन आपका पार्टनर आपके लिए क्या सोचता है, इससे जरूर पड़ता है। आप उनकी कमियों को उनकी ताकत बनाने में मदद करें और उनकी हेल्प करें ताकि वह धीरे-धीरे अपने अंदर सुधार कर सके। लेकिन इसके लिए आपका साथ होना जरूरी है, आपके द्वारा मजाक उड़ाना या कमेंट करना नहीं। आप जैसे भी हैं, सामने वाला आपको वैसे ही प्यार करे। यही प्यार है।

लड़ाई की वजह को खत्म करें

अगर आप देख रहे हैं कि लगातार इसी बात को लेकर या आपकी इसी आदत को लेकर लड़ाई होती है तो आपको इस बारे में सोचना चाहिए। अगर थोड़े से सुधार से आपके रिश्ते में सुधार आ जाए तो इसमें कोई बुराई नहीं। अगर आपका पार्टनर आपसे गुस्सा है तो कभी कभी आपको भी अपने पार्टनर को मना लेना चाहिए तो कभी उसके मनाने पर मान भी जाना चाहिए। रिश्ते में ईगो का आना रिश्ते को धीरे-धीरे खोखला करती जाती है। अगर आप लंबे समय से साथ हैं और रिश्ता पुराना है, तो संभव है आपको कुछ खास बातें पता भी हों। जिनसे आपके पार्टनर को गुस्सा आता है। पार्टनर के गुस्सा होने पर इसके कारण का पता लगाना इसलिए जरूरी है, ताकि आप उस वजह को समाप्त कर सकें या अपनी सफाई दे सकें।

एक गरम तो दूसरे को नरम होना चाहिए

गुस्से में पार्टनर जो बोले उसे सुनें, लेकिन दिल पर न लें। जब आप लंबे रिश्ते में बंधते हैं, तो आपको ऐसी वजहें खुद ही खत्म करते हुए चलना चाहिए। जिनसे आपका रिश्ता टूट सकता है। इसलिए अगर आपके पति या पत्नी को बहुत ज्यादा गुस्सा आता है और वो गुस्से में आपको या आपके परिवार, नौकरी, काम को कुछ कहते हैं तो उन्हें चुपचाप सुन लें। आपको उस समय पटलकर जवाब देने या रिएक्ट करने की जरूरत नहीं है। जब गुस्सा शांत हो जाए तब आप उन्हें इस बारे में समझा सकते हैं। कई बार आपके तुरंत जवाब देने से उनका गुस्सा बढ़ जाता है और वो आपकी बातों का गलत मतलब भी निकाल सकते हैं। इसलिए दिमाग शांत होने के बाद ही बात करें। कई बार इंसान किसी और वजह से भी परेशान होता है और ऐसे में सारा गुस्सा आप पर ही निकल जाता है। ऐसी परिस्थिति में उन्हें समझें।

अपने अंदर झांक कर भी देखें

अक्सर हमें सामने वाले में ही गलती नज़र आती है और हम अपनी गलतियों को जज नहीं करते, इसलिए जरूरी है कि आप अपने आपको भी देखें कि क्या आप सही हैं? जरूरी नहीं कि हमेशा सामने वाला ही गलत हो। इसलिए अपने व्यवहार को भी परखें। अगर आपकी कोई ऐसी आदत या लत है जिस पर आपके पार्टनर अक्सर गुस्सा करते हैं, तो उसे छोड़ देना ही ज्यादा बेहतर है। अगर वो आदत छोड़ने लायक नहीं है, तो आप अपने पार्टनर से इस बारे में साफ-साफ शांत मन से बात कर सकते हैं। ध्यान रखें कि जो चीजें आपके पार्टनर में खीझ पैदा करती हैं, उन्हें बार-बार दोहराने से आपका रिश्ता ही खराब होता है।

प्यारा सा मैसेज लिखें

मायूसी और तनाव के चलते बिखर रहे हैं पति-पत्नी के पवित्र रिश्तेकई बार आप जो बात सामने नहीं कह पाते, उसे लिखकर कहना आसान होता है और खूबसूरत भी होता है। इसलिए अपने रूठे हुए पार्टनर को मनाने के लिए अपने अंदर के राइटर को जगाइए और एक प्यारा सा मैसेज लिखिए। इस मैसेज की शुरुआत आप अपनी गलती मानने से कर सकते हैं। इसके बाद आप यह बता सकते हैं कि झगड़े या ब्रेकअप के बाद आपको कैसे पार्टनर की इम्पॉर्टेंस समझ आई और यह भी बता सकते हैं कि आप अब दोबारा गलतियां नहीं करेंगे। इसके अलावा आप उन्हें इस बात का एहसास दिला सकते हैं कि वो आपके लिए कितने जरूरी हैं। अगर गुस्सा जाहिर कर सकते हैं तो प्यार भी करें तभी रिश्ते चलते हैं।

अपने आत्मसम्मान को जरूरत से ज्यादा भी न गिरने दें

कुछ रिश्ते ऐसे होते हैं जहां किसी भी तरह की ईगो या आत्मसम्मान के लिए कोई जगह नहीं होती। आप एक-दूसरे को इतना प्यार करते हैं कि एक-दूसरे को बिना सोचे-समझे कुछ भी बोल सकते हैं और आपको इतना भरोसा भी होता है कि सामने वाला इस बात का बुरा नहीं मानेगा। लेकिन ऐसा तभी संभव है जब आप सामने वाले को भी बराबरी का अधिकार दें। ताकि वह भी आपको कुछ भी बोल सके और आप उसकी बात का बुरा न मानें। साथ ही चीजें इतनी भी न बिगड़ जाए कि आप अपना आत्मसम्मान ही भूल जाएं क्योंकि जो इंसान आपको प्यार करता है वह आपको इतना जलील कभी नहीं करेगा कि आप अपनी ही नजरों से गिर जाएं। इंसान दूसरे की नजर से गिर कर तो रह सकता है लेकिन जब कोई अपनी ही नजर से गिर जाए तो वह अंदर ही अंदर खोखला होता जाता है। इसलिए एक-दूसरे की आत्मा को कभी न दुखाएं बल्कि एक-दूसरे को समझें।

सुलाह करने की जल्दबाजी न करें

छोटे-मोटे झगड़े की बात को छोड़कर यदि बात ज्यादा बढ़ती है तो आप जल्दी से सुलाह करने की जल्दबाजी न करें। बल्कि अपने रिश्ते को समझने के लिए एक-दूसरे को वक्त दें। एक-दूसरे की कमी को महसूस होने दीजिए, ताकि आपको अहसास हो कि आप सामने वाले को प्यार करते भी हैं या नहीं? ईगों को हटाकर साॅरी बोलना अच्छी बात है लेकिन हर बार नहीं कभी अपने पार्टनर को भी थोड़ा टाइम दें कि उन्हें भी अपनी गलती या आपसे दूर होने का एहसास हो। यही अहसास आपके रिश्ते की सच्चाई बयां करती है। अगर आपके रिश्ते की नींव मजबूत है तो आपको एक-दूसरे की कमी का यकीनन अहसास होगा और अगर नहीं तो समझ लीजिए कि आप एक जबरदस्ती का रिश्ता जी रहे हैं। जिसके होने से अच्छा है आप उस रिश्ते से बाहर निकलें। शादी एक प्यार का बंधन है इसे जीना है ढोना नहीं है। ऐसे रिश्ते से आप दोनों ही जीवनभर दुखी रहेंगे, इसलिए अपने रिश्ते को समझे और उसे प्यार से आगे बढ़ाएं।

पार्टनर जैसा है, वैसा ही स्वीकार करें

हर इंसान अलग-अलग होता है और हर इंसान की आदतें भी अलग-अलग होती हैं। अगर आप साथ हैं तो एक-दूसरे की इन्हीं आदतों के साथ रहना सीखें। हर रिश्ता समय मांगता है, इसलिए अपनी लाईफ को मैनेज करना सीखिए। अपने परिवार का समय किसी भी जगह और कहीं और का समय परिवार को देना, यह गलत है। क्योंकि जैसी आप आदत बनाएंगे, लोगों को वैसी ही आदत लगेगी। काम के समय काम और परिवार के समय की जगह उनका समय इसमें बैलेंस रखें।

ऊँची आवाज या गाली-गलोच से बात न करें

अगर आपको यह पसंद नहीं कि कोई भी या आपका पार्टनर आपके साथ ऊँची आवाज में बात न करे, तो आपको भी किसी के साथ ऊँची आवाज में बात नहीं करनी चाहिए। याद रखिए चिल्लाना या गाली देना वही करते हैं, जिनके पास शब्दों की कमी होती है। और आप अपनी बात मनवाने के लिए ऊँची आवाज को हथियार की तरह इस्तेमाल करते हैं। इस हथियार से भले ही शारीरिक रूप से चोट न लगे लेकिन मानसिक रूप से इसकी चोट बेहद गहरी होती है। अगर आप एक समझदार व्यक्ति हैं, तो आप अपनी बात को आम बोलचाल की भाषा में भी बोल सकते हैं। चिल्लाने से आपकी बात का कभी कोई असर नहीं होता, जितना कि प्यार से समझाने से होता है। ऊँची आवाज में बात करने से आपके रिश्ते पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।

रिश्ता आपका है उसे आप ही बना या बिगाड़ सकते हैं। इसलिए अपने रिश्तों को समझें और खुशहाली भरा जीवन जिएं।

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