–मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने बुलाई पर्यवेक्षकों की बैठक
–निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए आपसी सामंजस्य कायम करने का निर्देश
–चुनाव आचार संहिता लागू होने के बाद चुनावी तैयारियों की समीक्षा की
-आईएएस, आईपीएस, आईआरएस की हुई चुनाव के लिए तैनाती
(खुशबू पाण्डेय)
नई दिल्ली/टीम डिजिटल : केंद्रीय चुनाव आयोग (Central election commission) ने दिल्ली विधानसभा (Delhi Legislative Assembly) के आठ फरवरी को होने वाले चुनाव को देखते हुए पर्यवेक्षकों के साथ मंगलवार को बैठक की और शांतिपूर्ण एवं निष्पक्ष मतदान के लिए आवश्यक दिशा-निदे्रश दिए। मुख्य चुनाव आयुक्त (CEC) सुनील अरोड़ा के नेतृत्व में यहां हुई बैठक में भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS), भारतीय पुलिस सेवा (IPS) और भारतीय राजस्व सेवा एवं अन्य केंद्रीय सेवाअेां के 150 से अधिक अधिकारियों को चुनाव के लिए कारगर कदम उठाने एवं सुरक्षा तथा बेहतर तालमेल एवं समन्वय स्थापित करने के लिए दिशा-निर्देश दिए गए।
इसके अलावा सुनील अरोड़ा ने दिल्ली विधानसभा चुनाव में पिछले एक सप्ताह में इस्तेमाल के लिये अवैध नकदी और हथियारों सहित अन्य सामग्री की आवाजाही पर प्रभावी नियंत्रण नहीं हो पाने के मद्देनजर चुनाव अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। साथ ही स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव संपन्न कराने हेतु आपसी सामंजस्य कायम करने का निर्देश दिये हैं। दिल्ली विधानसभा चुनाव में तैनात किये गये 150 से अधिक पर्यवेक्षकों के साथ अरोड़ा की अध्यक्षता में मंगलवार को बैठक हुई। इस मौके पर चुनाव आचार संहिता लागू होने के बाद पिछले एक सप्ताह के दौरान चुनावी तैयारियों की समीक्षा की गई।
113 गैरलाइसेंसी हथियार जब्त, 111 व्यक्तियों को गिरफ्तार
बैठक में दिल्ली निर्वाचन कार्यालय के वरिष्ठ अधिकारियों के अलावा पुलिस, प्रशासनिक एवं राजस्व सेवा के अलावा अन्य केन्द्रीय सेवाओं के वरिष्ठ अधिकारियों ने हिस्सा लिया। साथ ही चुनाव आयुक्त अशोक लवासा और सुशील चंद्रा भी मौजूद थे। बता दें कि छह जनवरी को आचार संहिता लागू होने के बाद 13 जनवरी तक निगरानी दलों ने 53.38 लाख रुपये की नकदी जब्त की है। इसके अलावा हथियारों की धरपकड़ के मामलों में शस्त्र अधिनियम के तहत 100 आपराधिक मामले दर्ज कर 113 गैरलाइसेंसी हथियार जब्त करते हुये 111 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया है।
चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन के 45 मामले दर्ज
मतदाताओं को लुभाने के लिये इस्तेमाल किये जाने वाले अवैध तरीकों को रोकने के लिये आयोग द्वारा तैनात पर्यवेक्षकों की मौजूदगी वाले निगरानी दलों ने चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन के 45 मामले दर्ज कर 41 में एफआईआर दर्ज कर ली है। इस अवधि में 109.65 किलोग्राम नशीले पदार्थ भी जब्त कर आबकारी अधिनियम के तहत 267 एफआईआर दर्ज करते हुये 277 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया है।