—उत्तर प्रदेश ने कोरोना प्रबन्धन का सबसे अच्छा मॉडल खड़ा किया
—उत्तर प्रदेश देश की दूसरे नम्बर की अर्थव्यवस्था
—भारतीय जनता पार्टी ने आयोजित किया प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन
लखनऊ /टीम डिजिटल : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि नेतृत्व पर निर्भर करता है कि वह देश को किस दिशा में लेकर जाना चाहता है। और अगर नेतृत्व ईमानदार है, चरित्रवान है, राष्ट्र के प्रति अपनी प्रतिबद्धताओं के लिए जाना जाता है, तो पूरा देश उसके पीछे-पीछे चल पड़ता है। प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व एवं मार्गदर्शन में ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ की परिकल्पना को साकार हो रही।
मुख्यमंत्री आज यहां भारतीय जनता पार्टी द्वारा आयोजित प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रबुद्ध समाज सम्पूर्ण समाज का नेतृत्वकर्ता होता है। उसकी राय, उसका चिन्तन और उसके द्वारा दिए जाने वाले विचार को समाज का एक बड़ा तबका फॉलो करता है, उनके आचरण के प्रति आगे बढ़ता है। जब भी प्रबुद्ध समाज का चिन्तन अवरुद्ध हुआ है, तो देश के सामने संकट आया है। पूरा देश आत्मविस्मृति की स्थिति में पहुंचा है और आत्मविस्मृति में पहुंचा हुआ समाज कभी अपनी स्वाधीनता की रक्षा नहीं कर पाता है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि अगर हमारा देश कमजोर होगा, तो कोई व्यक्ति मजबूत होकर कुछ नहीं कर सकता। अगर देश मजबूत होगा, तो सभी को अपने साथ मजबूत कर देगा। इसलिए हमारी व्यक्तिगत इच्छा, व्यक्तिगत शान-ओ-शौकत, व्यक्तिगत स्वार्थ, व्यक्तिगत उपासना विधि, व्यक्तिगत मत और मजहब की स्वतंत्रता, राष्ट्रधर्म के सामने गौड़ है और भारतीय जनता पार्टी अपने प्रत्येक कार्यकर्ता को यही बताती है कि हमारे लिए दल से महत्वपूर्ण देश है। व्यक्ति से महत्वपूर्ण दल है, लेकिन दल से महत्वपूर्ण देश है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना जैसी महामारी का सामना किस रूप में पूरे देश के अन्दर हुआ। भारत दुनिया का विकसित देश नहीं है। हम विकास की प्रक्रिया से जुड़कर विकसित होने की प्रक्रिया के साथ जुड़ रहे हैं। तेजी के साथ भारत विकास की प्रक्रिया के साथ आगे बढ़ रहा है। दुनिया में सबसे तेज उभरती अर्थव्यवस्था के रूप में भारत है। दुनिया के अन्दर सबसे बड़ी ताकत अमेरिका को माना जाता है। वह सबसे बड़ी आर्थिक व सामरिक ताकत है। लेकिन आपने अमेरिका का कोरोना प्रबन्धन देखा होगा। भारत का कोरोना प्रबन्धन भी आपके सामने है। अमेरिका के स्वास्थ्य ढांचे की तुलना में भारत में स्वास्थ्य सुविधाएं उतनी नहीं हैं।
भूख से एक भी मौत नहीं हुई
मुख्यमंत्री ने कहा कि लगभग 100 साल में महामारी आती ही आती है। वर्ष 1918 से वर्ष 1926 के बीच जब स्पैनिश फ्लू आया था, उस बीमारी से उतनी मौतें नहीं हुई थीं, जितनी भूख से मौत हुई थी। जनसंख्या की दृष्टि से देश का सबसे बड़ा प्रदेश, उत्तर प्रदेश है। 24 करोड़ की आबादी उत्तर प्रदेश में निवास करती है। उत्तर प्रदेश का कोरोना नियंत्रण एवं प्रबन्धन देश और दुनिया के सामने बेहतरीन रहा। साथ-साथ यह भी कह सकता हूं कि भूख से एक भी मौत नहीं हुई। क्योंकि सरकार ने प्रत्येक व्यक्ति को फ्री राशन देने की व्यवस्था उपलब्ध करायी। जिन गरीबों के लिए अपने छोटे खर्चे की आवश्यकता थी, उनके लिए भी उस प्रकार की सुविधा उपलब्ध करायी।
पहली लहर में तमाम संकटों के बावजूद हम सुरक्षित
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना की पहली लहर में तमाम संकटों के बावजूद हम सुरक्षित थे। चुनावी रैलियों के दौरान वह स्वयं कोरोना की चपेट में आ गए थे। उन्होंने कहा कि 12-14 दिन उनके लिए कठिन थे। निगेटिव रिपोर्ट आते ही वे फील्ड में निकल गया। एक-एक जनपद, गांव, कस्बे का निरीक्षण किया। लोगों से बातचीत की। वहां की समस्याओं के निस्तारण के सम्बन्ध में टीम को प्रोत्साहित किया जाता था। संसाधनों की समुचित व्यवस्था करायी गई। उत्तर प्रदेश ने दुनिया के अन्दर कोरोना प्रबन्धन का सबसे अच्छा मॉडल खड़ा किया। मॉडल खड़ा करने के लिए परिश्रम और टीम वर्क से कार्य किया गया है।
उत्तर प्रदेश देश की दूसरे नम्बर की अर्थव्यवस्था
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज उत्तर प्रदेश देश की दूसरे नम्बर की अर्थव्यवस्था है। यदि प्रयास न किए जाते तो, हम आज भी छठवें नम्बर पर ही होते, हो सकता है उससे भी पीछे चले जाते। प्रधानमंत्री जी ने देश में एक स्वस्थ प्रतिस्पर्धा खड़ी की है। उत्तर प्रदेश आज मजबूती के साथ इसमें आगे बढ़ रहा है। साढ़े चार लाख नौजवानों को सरकारी नौकरी दी गई है। एक भी नौकरी पर कोई प्रश्न नहीं खड़ा कर सकता। हर एक नौजवान को पूरी पारदर्शिता, ईमानदारी के साथ उसकी योग्यता व क्षमता के आधार पर नौकरी दी गई। प्रदेश के प्रत्येक जनपद के नौजवानों को नौकरी मिली है।