नई दिल्ली/ अदिति सिंह : वैश्विक मंच पर हरियाणा को निवेशकों की पहली पसंद बनाने के लिए मनोहर सरकार द्वारा निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं। इसी उद्देश्य से गुजरात के गांधीनगर में चल रहे वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट-2024 गेटवे टू दि फ्यूचर में हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल विदेशी निवेशकों के साथ बैठक कर राज्य में निवेश करने के लिए आमंत्रित कर रहे हैं।
इसी कड़ी में गुरुवार को मुख्यमंत्री ने यूएस-इंडिया स्ट्रेटेजिक पार्टनरशिप फोरम (US-India Strategic Partnership Forum) के साथ राउंड-टेबल कॉन्फ्रेंस की और अप्रवासी भारतीयों को हरियाणा में पूरा सहयोग देने का आश्वासन देते हुए कहा कि हमारे यहां निवेश की अपार संभावनाएं हैं, यहां उपलब्ध विभिन्न सुविधाओं का लाभ उठाएं और राज्य में निवेश करें।
—मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने यूएस-इंडिया स्ट्रेटेजिक पार्टनरशिप फोरम के साथ की राउंड-टेबल कॉन्फ्रेंस
—वाइब्रेंट गुजरात समिट-2024ः
— ईज ऑफ डुइंग बिजनेस में हरियाणा देश के अग्रणी राज्यों में : मनोहर लाल
मनोहर लाल ने कहा कि ईज ऑफ डुइंग बिजनेस के मामले में हरियाणा देश के अग्रणी राज्यों में हैं। हमने उद्योगों पर पड़ने वाले कम्पलाइंस बर्डन को भी खत्म किया है। हरियाणा में निवेश की अपार संभावनाएं हैं, इसलिए अप्रवासी भारतीय यहां निवेश अवश्य करें। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने हरियाणा उद्यम एवं रोजगार नीति-2020 बनाई है, जिसके तहत निवेशकों को विभिन्न प्रकार के प्रोत्साहन दिए जाते हैं। इतना ही नहीं, निवेशकों को यहां उद्योग लगाने के लिए सभी प्रकार के अनुमोदन एक ही छत के नीचे प्रदान किए जाते हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हरियाणा दिल्ली के साथ तीन ओर से लगता है और इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का भी हमें पूरा लाभ मिलता है। इतना ही नहीं, यहां लॉजिस्टिक सुविधाएं लगातार सुदृढ् की जा रही हैं और हर जिला नेशनल हाईवे से जुड़ गया है। हरियाणा सरकार हिसार में अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट भी स्थापित कर रही है, जिसका उद्योगों को भी बहुत लाभ होगा। इस प्रकार से हरियाणा निवेश के लिए उत्तम गंतव्य है, जहां सड़क, रेल और हवाई नेटवर्क मजबूत है।
श्री मनोहर लाल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का स्वपन वर्ष 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने का है, जिसमें हरियाणा अपनी महत्ती भूमिका निभाएगा। उन्होंने कहा कि उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार अलग-अलग जोन के अनुसार निवेशकों को वित्तीय तथा अन्य कई प्रकार के प्रोत्साहन प्रदान कर रही है। हम बिजनेस टू बिजनेस (बी टू बी), बिजनेस टू सिटिजन (बी टू सी) के साथ-साथ हार्ट टू हार्ट (एच टू एच) कनेक्शन में विश्वास रखते हैं। इसलिए निवेशक हरियाणा में आएं और निवेश करें, उन्हें सरकार की ओर से पूरा सहयोग दिया जाएगा।
इस अवसर पर यूएसआईएसपीएफ के अध्यक्ष श्री मुकेश ने मुख्यमंत्री को भारत-अमेरिका के 75 वर्षों के पारस्परिक संबंधों पर आधारित पुस्तक भी भेंट की।
बैठक में हरियाणा उद्योग एवं वाणिज्य विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव आनंद मोहन शरण, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव वी उमाशंकर, हरियाणा राज्य औद्योगिक एवं अवसंरचना विकास निगम के प्रबंध निदेशक यश गर्ग सहित 20 से अधिक एनआरआई उपस्थित थे।