नई दिल्ली/ खुशबू पांडेय : मिशन—2024 के मद्देनजर भारतीय जनता पार्टी (Bharatiya Janata Party) के अध्यक्ष जेपी नड्डा ने अपनी राष्ट्रीय टीम में व्यापक फेरबदल किया है। क्षेत्र, राज्य और सभी समीकरणों को देखते हुए शनिवार को नई टीम का ऐलान हुआ। इसमें 13 उपाध्यक्ष, नौ महासचिव, संगठन महामंत्री बीएल संतोष और 13 सचिव शामिल हैं। पार्टी के नौ महासचिवों में अब कोई महिला नहीं है, हालांकि नए राष्ट्रीय पदाधिकारियों की सूची में पांच महिला उपाध्यक्ष और चार महिला सचिव हैं। खास बात है कि राष्ट्रीय टीम में दो मुसलमानों को जगह दी गई है। उत्तर प्रदेश से ही पसमांदा मुसलमान समाज से ताल्लुक रखने वाले अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) के पूर्व कुलपति तारिक मंसूर को नया राष्ट्रीय उपाध्यक्ष नियुक्त किया गया है। मंसूर वर्तमान में उत्तर प्रदेश विधान परिषद के सदस्य (एमएलसी) हैं। उन्हें नयी टीम में शामिल करने के फैसले को पसमांदा मुसलमानों के लिए पार्टी की पहल का हिस्सा माना जा रहा है। इसके साथ ही राष्ट्रीय उपाध्यक्ष के पद पर दो मुसलमान हो गए हैं। केरल से ताल्लुक रखने वाले और इसी समुदाय से आने वाले अब्दुल्ला कुट्टी पहले से राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हैं।
—नई टीम में 13 राष्ट्रीय सचिव, 13 राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और 8 राष्ट्रीय महामंत्री नियुक्त
—वसुंधरा राजे, सरोज पांडेय सहित पांच महिलाएं बनी उपाध्यक्ष
—दो मुसलमानों को जगह, यूपी से तारिक एवं केरल से अब्दुल्ला को मौका
—कांग्रेस नेता एके एंटनी के बेटे अनिल एंटनी को बनाया राष्ट्रीय सचिव
—रवि, सैकिया, राधामोहन सिंह, सुनील देवधर, सोनकर, द्विवेदी की नड्डा की टीम से छुट्टी
—पीएम की पसंद पसमांदा समाज को तरजीह, तारिक मंसूर टीम नड्डा में शामिल
कर्नाटक के सी टी रवि और असम से लोकसभा सदस्य दिलीप सैकिया की राष्ट्रीय महासचिव पद से और पूर्व केंद्रीय मंत्री राधामोहन सिंह की उपाध्यक्ष पद से छुट्टी कर दी। वहीं, भाजपा की तेलंगाना इकाई के पूर्व अध्यक्ष बंडी संजय कुमार और उत्तर प्रदेश से पार्टी के सांसद राधामोहन अग्रवाल को नया महासचिव नियुक्त किया गया है। इसके साथ ही बंडी संजय को पिछले दिनों पार्टी की तेलंगाना इकाई के अध्यक्ष पद से हटा दिया गया था और उनकी जगह केंद्रीय मंत्री जी किशन रेड्डी को यह जिम्मेदारी सौंपी गई थी।
नई सूची में ज्यादातर पदाधिकारियों को उपाध्यक्ष, महासचिव और सचिव के पद पर बरकरार रखा गया है। सूची में 13 उपाध्यक्ष, 8 महासचिव, संगठन महामंत्री बीएल संतोष और 13 सचिव शामिल हैं। सांसद विनोद सोनकर और हरीश द्विवेदी के साथ ही सुनील देवधर को राष्ट्रीय सचिव पद से हटा दिया गया है। सोनकर और द्विवेदी उत्तर प्रदेश से लोकसभा सदस्य हैं। देवधर ने त्रिपुरा में भाजपा को पहली बार सत्ता में लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। इसके बाद पार्टी में उनका कद बढ़ा था। उन्हें राष्ट्रीय सचिव के साथ ही आंध्र प्रदेश का सह-प्रभारी बनाया गया था। उत्तर प्रदेश से राज्यसभा के सदस्य सुरेंद्र नागर को सचिव के रूप में पार्टी की राष्ट्रीय टीम में शामिल किया गया है। वहीं, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ए के एंटनी के बेटे अनिल एंटनी और असम से राज्यसभा सदस्य कामाख्या प्रसाद तासा को राष्ट्रीय सचिव नियुक्त किया गया है। उत्तराखंड से राज्यसभा सदस्य नरेश बंसल को पार्टी का नया सह-कोषाध्यक्ष बनाया गया है। वह मध्य प्रदेश के सांसद सुधीर गुप्ता की जगह लेंगे। गुप्ता गुजरात के सह-प्रभारी भी थे। राष्ट्रीय उपाध्यक्ष के पद से हटाए गए राधा मोहन सिंह के पास उत्तर प्रदेश जैसे महत्वपूर्ण राज्य का प्रभार था, जबकि राष्ट्रीय महासचिव के पद से हटाए गए सी टी रवि महाराष्ट्र, गोवा और तमिलनाडु के प्रभारी थे। चार बार के विधायक रवि कर्नाटक में हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव में करीबी मुकाबले में अपनी सीट हार गए थे। सैकिया के पास अरुणाचल प्रदेश का प्रभार था। छत्तीसगढ़ से राज्यसभा सदस्य सरोज पांडेय को उपाध्यक्ष बनाया गया है, जबकि पश्चिम बंगाल से लोकसभा सदस्य दिलीप घोष को इस पद से हटा दिया गया है। भाजपा संगठन में प्रभारी और सह-प्रभारियों की भूमिका अहम होती है। वे पार्टी की प्रदेश इकाई और केंद्रीय नेतृत्व के बीच कड़ी का काम करते हैं। छत्तीसगढ़ की आदिवासी नेता लता उसेंडी को भी उपाध्यक्ष के पद पर पदोन्नत किया गया है, जो चुनावी राज्य पर पार्टी के ध्यान को रेखांकित करता है, जहां कांग्रेस सत्ता में है। पार्टी ने हाल ही में महासचिव डी पुरंदेश्वरी को अपनी आंध्र प्रदेश इकाई का अध्यक्ष नियुक्त किया था।
पार्टी के नौ महासचिवों में अब कोई महिला नहीं
पार्टी के नौ महासचिवों में अब कोई महिला नहीं है, हालांकि नए राष्ट्रीय पदाधिकारियों की सूची में पांच महिला उपाध्यक्ष और चार महिला सचिव हैं। पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह, वसुंधरा राजे और रघुबर दास उन अनुभवी नेताओं में शामिल हैं, जिन्हें नयी सूची में उपाध्यक्ष के रूप में बरकरार रखा गया है। अरुण सिंह, कैलाश विजयवर्गीय, दुष्यंत कुमार गौतम, तरुण चुघ, सुनील बंसल और विनोद तावड़े भी महासचिव बने रहेंगे। भाजपा अध्यक्ष के रूप में नड्डा का कार्यकाल इस साल जनवरी में बढ़ा दिया गया था ताकि वह अगले लोकसभा चुनाव के दौरान पार्टी की कमान संभाल सकें। महासचिवों में सबसे ज्यादा ताकतवर पंजाब से जुडे तरुण चुघ हैं, जिन्हें पार्टी ने कई जिम्मेदारियां दे रखी है। पार्टी प्रवास, महाजनसंपर्क अभियान जैसे बडे पार्टी के अभियानों को पर्दे के पीछे रहकर संचालित कर रहे हैं।
यूपी से सबसे ज्यादा 6 नाम
भाजपा की नई राष्टीय टीम में उत्तर प्रदेश से सबसे ज्यादा 6 नाम हैं। सांसद सुरेन्द्र सिंह नागर, रेखा वर्मा, लक्ष्मीकांत बाजपेई और विधान परिषद सदस्य तारिक मंसूर हैं। तारिक अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर रहे हैं। इनके अलावा राधामोहन अग्रवाल, अरुण सिंह को भी जिम्मेदारी दी गई है। वहीं तेलंगाना से संजय बंदी को टीम शामिल किया गया है। मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, मिजोरम और तेलंगाना में इस साल के आखिर तक चुनाव होने हैं। मध्यप्रदेश से तीन नेताओं को उनके पद पर बरकरार रखा गया है। कैलाश विजयवर्गीय राष्ट्रीय महामंत्री बने रहेंगे। इसी तरह सौदान सिंह राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और ओमप्रकाश धुर्वे भी राष्ट्रीय सचिव के पद पर बरकरार रहेंगे।