—महिला को पीटने वाला वीडियो वायरल होने के बाद मांगी माफी
अहमदाबाद, भारतीय जनता पार्टी के एक विधायक ने राकांपा की एक महिला कार्यकर्ता को पीटने का वीडियो सामने आने के बाद अपने इस कृत्य के लिए माफी मांग ली है। महिला अहमदाबाद जिले में स्थित अपने इलाके में पानी की आपूर्ति बहाल करवाने का अनुरोध लेकर विधायक के पास गयी थी। इस घटना का एक कथित वीडियो वायरल होने के बाद कांग्रेस और राकांपा ने नरोदा विधानसभा क्षेत्र के विधायक बलराम थवानी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। हालांकि, थवानी ने इसके लिए माफी मांग ली। सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने भी इस घटना की निंदा की।
महिला नीतू तेजवानी ने संवाददाताओं को बताया कि विधायक ने उन्हें इतनी जोर से थप्पड़ मारा था कि वह नीचे गिर गईं और उसके बाद विधायक ने उन्हें लात से मारना शुरू किया। महिला ने बताया कि कुछ दिन पहले उन्होंने भाजपा विधायक के भाई किशोर थवानी (स्थानीय पार्षद) से नरोदा शहर में उनके क्षेत्र की पानी की आपूर्ति नहीं काटने को लेकर संपर्क किया था क्योंकि इसको बहाल करने के संबंध में कानूनी प्रक्रिया चल रही है।
उन्होंने बताया कि पार्षद ने भी उनके साथ अभद्र व्यवहार किया था और उनकी पिटाई की थी। उन्होंने बताया कि चार-पांच दिन तक जब इस संबंध में कोई कार्रवाई नहीं हुई तो वह अहमदाबाद के मेघानी नगर क्षेत्र में विधायक कार्यालय में अन्य महिलाओं के साथ गईं। महिला ने बताया, विधायक उस समय कार्यालय में नहीं थे लेकिन उनके समर्थकों ने उनके साथ अभद्र व्यवहार करना शुरू कर दिया। उन्होंने बताया, हमने किशोर थवानी के विरोध में वहां नारे लगाए।
जल्द ही बलराम भाई एक वाहन से वहां पहुंचे और बाहर आते ही उन्होंने मेरा मोबाइल फोन छीन लिया और मुझे जोर से थप्पड़ मारा। मैं नीचे गिर गई जिसके बाद उन्होंने मुझे लात से मारना शुरू किया। उन्होंने मुझे डंडे से भी मारा। महिला ने कहा, उन्होंने मेरे पेट पर लात से मारा और मेरे चेहरे पर अपना जूता रखा। उनके साथ छह – सात और लोग थे। जब मेरे पति ने उन्हें रोकने का प्रयास किया तो उनके लोग कार्यालय से बाहर निकले और मेरे पति की भी पिटाई की। हंगामे के बाद विधायक ने अपने कृत्य के लिये माफी मांगी और दावा किया कि उन पर एक समूह के लोगों ने उस समय हमला कर दिया जब वह उनसे सोमवार को मिलने की बात कह रहे थे।
थवानी ने कहा कि वह महिला से माफी मांगने उनके घर गए थे। उन्होंने दावा किया कि महिला ने उनके हाथ पर राखी बांधी और उन्हें माफ कर दिया। थवानी ने कहा, मैंने माफी मांगी और हमने मामला सुलझा लिया है। मैंने अपनी बहन (तेजवानी) से मेरे कृत्य के लिये माफ कर देने को कहा। मैंने उनसे वादा किया है कि मैं उनके साथ खड़ा रहूंगा। विधायक ने कहा कि यह बिना किसी इरादे के हुआ था। मैं किसी का अपमान या किसी को नुकसान नहीं पहुंचाना चाहता था। मैं गलती को सुधारूंगा और उनसे माफी माँगूंगी।
हालाँकि, इससे पहले विधायक महिला और उसके पति पर आरोप लगा रहे थे कि वे पहले से योजना बनाकर हमला करने आए थे। वहीं, कांग्रेस ने विधायक के खिलाफ कार्रवाई करने और भाजपा तथा मुख्यमंत्री विजय रूपाणी को माफी मांगने को कहा है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अमित चावड़ा ने कहा, वीडियो के वायरल होने के 12 घंटे के बाद भी मुख्यमंत्री और पुलिस मौन हैं। राकांपा नेता जयंत बॉस्की ने विधायक को विधानसभा से निलंबित करने और भाजपा से उन्हें निष्कासित किये जाने की मांग की। बॉस्की ने कहा, हमने राकांपा से जुड़ी महिला से बात की है-हम इसके खिलाफ अपील, प्रदर्शन करेंगे और लड़ेंगे। भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता भरत पांड्या ने इस घटना को शर्मनाक बताते हुए कहा कि उनकी पार्टी इसकी निंदा करती है।
विधायक से स्पष्टीकरण मांगा
पांड्या ने कहा, जैसे ही जीतूभाई वाघानी (प्रदेश भाजपा अध्यक्ष) ने वीडियो देखा, उन्होंने विधायक से स्पष्टीकरण मांगा और उन्हें माफी मांगने को कहा। उन्होंने कहा, इस तरह की हिंसा गांधी के गुजरात में नहीं होनी चाहिये। जन प्रतिनिधि के तौर पर उन्हें जनता के साथ सही तरीके से बर्ताव करना चाहिये। पार्टी ने मामले को गंभीरता से लिया है। पुलिस उपायुक्त नीरज बडगुजर ने कहा कि दोनों पक्षों की ओर से दायर शिकायत की जांच की जा रही है।
मुंबई में, राकांपा ने गुजरात में अपनी महिला नेता की पिटाई की निदां की और सवाल किया कि क्या पड़ोसी राज्य में जंगल राज है। पार्टी ने भाजपा विधायक की गिरफ्तारी की भी मांग की। राकांपा प्रवक्ता नवाब मलिक ने कहा कि इस तरह के मामले में माफी काफी नहीं होती है। सत्तारूढ़ पार्टी के विधायक और उनके समर्थकों के खिलाफ कानून को अपना काम जरूर करना चाहिए। मलिक ने कहा, भाजपा नेता और उनके समर्थक पार्टी की चुनावी जीत के बाद अनियंत्रित हो गए हैं। एक महिला की पिटाई कर दी गई।
विधायक को गिरफ्तार नहीं किया गया तो विरोध प्रदर्शन
यह कोई जंगल राज है क्या? उन्होंने चेतावनी दी कि अगर विधायक को गिरफ्तार नहीं किया गया तो उनकी पार्टी विरोध प्रदर्शन करेगी। राकांपा के वरिष्ठ नेता अजीत पवार और पार्टी की सांसद सुप्रिया सुले ने भी इस घटना की ङ्क्षनदा की। सुले ने एक टृवीट में कहा, लोकतंत्र में सभी को विरोध प्रदर्शन करने का अधिकार है। विपक्ष की आवाज दबाने के लिए हिंसा का सहारा लेना अस्वीकार्य है। महाराष्ट्र विधान परिषद में विपक्ष के नेता राकांपा के धनंजय मुंडे ने कहा, भाजपा सरकार की बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ योजना झूठा दिखावा है। उन्होंने कहा कि थवानी का यह व्यवहार भाजपा की संस्कृति को दिखाता है। उन्होंने विधायक को निलंबित करने की मांग की।