–BJP संसदीय बोर्ड ने देर रात जारी किए नाम जल्द जाएंगे असम, करेंगे विधायकों की बैठक
-गृह राज्य मंत्री जी किशन रेड्डी को तमिलनाडु का पर्यवेक्षक बनाया
-बंगाल में पार्टी के नेता का चुनाव के लिए रविशंकर प्रसाद एवं भूपेंद्र यादव पर्यवेक्षक नियुक्त
नई दिल्ली /नेशनल ब्यूरो : भारतीय जनता पार्टी (BJP) की संसदीय बोर्ड ने असम एवं तमिलनाडु में पार्टी के विधायक दल के नेता के चुनाव के लिए केंद्रीय पर्यवेक्षक की नियुक्त किए हैं। इसमें सबसे महत्वपूर्ण असम राज्य है जहां भाजपा की दोबारा सरकार बनने जा रही है। यहां नेता के चयन के लिए संसदीय बोर्ड ने केंद्रीय कृषि एवं ग्रामीण विकास मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर को केंद्रीय पर्यवेक्षक बनाया है। नरेंद्र सिंह तोमर बहुत जल्द असम जाएंगे और पार्टी एवं जीते हुए सभी विधायकों के साथ बैठक कर नेता का चुनाव करेंगे। इनके साथ पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव अरूण सिंह भी रहेंगे। बता दें कि भाजपा ने 126 सदस्यीय असम विधानसभा में 60 सीटों पर जीत दर्ज की है, जबकि उसकी गठबंधन सहयोगी असम गण परिषद से नौ और यूनाइटेड पीपुल्स पार्टी लिबरल ने छह सीटें जीतीं। इसी प्रकार पश्चिम बंगाल में पार्टी के विधायक दल के नेता का चुनाव करने के लिए भाजपा संसदीय बोर्ड ने केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद एवं पार्टी महासचिव भूपेंद्र यादव को केंद्रीय पर्यवेक्षक नियुक्त किया है। यह जानकारी देर रात पार्टी के मुख्यालय प्रभारी अरूण सिंह ने दी।
इसी प्रकार तमिलनाडु में पार्टी के विधायक दल के नेता के चुनाव के लिए केंद्रीय गृह राज्य मंत्री जी किशन रेड्डी को केंद्रीय पर्यवेक्षक नियुक्त किया है।
असम में BJP की दोबारा सरकार बनने जा रही है। यहां मुख्यमंत्री कौन होगा इसको लेकर पिछले तीन दिनों से कवायद तेज हो गई है।
असम के नए मुख्यमंत्री को लेकर लगाई जा रही अटकलों के बीच, राज्य में भाजपा के वरिष्ठ नेताओं निर्वतमान मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल और हिमंत बिस्व सरमा ने पार्टी अध्यक्ष जे पी नड्डा और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से यहां शनिवार को मुलाकात की। भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने असम में अगली सरकार के नेतृत्व को लेकर चर्चा करने के लिए शुक्रवार को असम के निवर्तमान मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल एवं स्वास्थ्य मंत्री हिमंत बिस्व सरमा को दिल्ली बुलाया था।
सूत्रों ने बताया कि दोनों नेता शनिवार सुबह दिल्ली पहुंचे, लेकिन पहले सरमा नड्डा और भाजपा महासचिव (संगठन) बी एल संतोष से मुलाकात करने नड्डा के आवास पहुंचे। बाद में शाह भी वहां पहुंचे। सरमा के जाने के बाद सोनोवाल ने भी भाजपा के शीर्ष नेताओं से मुलाकात की। इन बैठकों में इस बात पर भी मुख्य रूप से वार्ता हुई कि अगला मुख्यमंत्री कौन बनेगा। बैठकों में असम में अगली सरकार के गठन को लेकर चर्चा की गई।