नई दिल्ली /खुशबू पाण्डेय : भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के मद्देनजर दो दिन चली मैराथन बैठक में 172 सीटों पर उम्मीदवारों के नाम तय कर लिए हैं। बहुत जल्द केंद्रीय चुनाव समिति (सीईसी) की बैठक में इन सभी नामों की घोषणा कर दी जाएगी। इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद मौजूद रहेंगे। भाजपा के केंद्रीय मुख्यालय में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की मौजूदगी में हुई हाईलेवल बैठक में पहले, दूसरे और तीसरे चरण के चुनाव वाली सभी सीटों के प्रत्याशियों पर नाम लगभग फाइनल कर दिए गए हैं। पहले चरण के चुनाव 10 फरवरी को 58 सीट, दूसरे चरण के 14 फरवरी को 55 सीट एवं तीसरे चरण की 20 फरवरी को 59 सीटों पर चुनाव होना है। बैठक में इस बार मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के चुनाव मैदान में उतारने पर चर्चा हुई है। पार्टी ने ऐसा संकेत भी दे दिया है। दोनों नेता वर्तमान विधान परिषद के सदस्य हैं। सूत्रों के मुताबिक पार्टी प्रदेश भाजपा अध्यक्ष स्वतंत्र देव और उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा को भी चुनाव लड़ाने पर विचार कर रही है। बैठक में इन 172 सीटों में जिनपर नाम फाइनल हुए हैं, उनमें 20 फीसदी सीटिंग विधायकों के टिकट काटे जाएंगे। इन सीटों पर कुछ नये चेहरों को मौका दिया जाएगा तो कुछ दूसरे दलों से आने वाले चुनाव जीतने की क्षमता रखने वाले प्रत्याशियों को उतारा जाएगा।
-पहले, दूसरे और तीसरे चरण की सभी सीटों पर नाम लगभग फाइनल
-मुख्यमंत्री योगी, केशव मौर्य, दिनेश शर्मा एवं स्वतंत्र देव को चुनाव लड़ाने की तैयारी
-यूपी में 30 से 40 विधायकों के टिकट कटने के संकेत, नए चेहरे उतारेंगे
-पंजाब के प्रत्याशियों का नाम 18 जनवरी को होगा फाइनल : सूत्र
उत्तर प्रदेश में सात चरणों में चुनाव होगा। इसकी शुरुआत 10 फरवरी को राज्य के पश्चिमी हिस्से के 11 जिलों की 58 सीटों पर मतदान के साथ होगी। दूसरे चरण में 14 फरवरी को राज्य की 55 सीटों पर मतदान होगा। जबकि तीसरे चरण में 20 फरवरी को 59 सीटों पर मतदान होगा। बैठक के बाद पत्रकारों से चर्चा में केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि पार्टी की बैठक में 172 सीटों पर विचार विमर्श हुआ। उन्होंने दावा किया कि इस बार के विधानसभा चुनाव में भाजपा 2017 से भी बड़ी जीत दर्ज करेगी।
बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, केंद्रीय मंत्री व उत्तर प्रदेश के प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान, राष्ट्रीय महासचिव संगठन बीएल संतोष, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव ङ्क्षसह सहित केंद्रीय चुनाव समिति के अन्य सदस्यों ने पार्टी मुख्यालय में बैठक में हिस्सा लिया। भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा, रक्षा मंत्री राजनाथ ङ्क्षसह, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी डिजिटल माध्यम से इस बैठक से जुड़े। ज्ञात हो कि नड्डा, राजनाथ और गडकरी पिछले दिनों कोरोना वायरस से संक्रमित हो गए थे।
दिल्ली के भाजपा मुख्यालय में पिछले दो दिनों से भाजपा में बैठकों का दौर जारी है। अब तक हुई बैठकों के दौरान भाजपा की चर्चाओं के केंद्र में उत्तर प्रदेश रहा। पार्टी ने जहां अपने उम्मीदवारों के नामों पर चर्चा की, वहीं अपने सहयोगियों को साधने की भी कोशिश की है। सूत्रों ने बताया कि इन बैठकों के दौरान पार्टी के भीतर योगी आदित्यनाथ को अयोध्या सीट से चुनाव लड़ाने को लेकर भी चर्चा हुई है, लेकिन इसके बारे में अंतिम फैसला पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति (सीईसी) पर छोड़ दिया गया है। योगी अभी विधानपरिषद के सदस्य हैं। वह पांच बार गोरखपुर से सांसद रह चुके हैं।
आदित्यनाथ को अयोध्या, मौर्य को सिराथू से मैदान में उतारा जा सकता
सूत्रों के मुताबिक आदित्यनाथ को अयोध्या और मौर्य को कौशांबी जिले की सिराथू से विधानसभा चुनाव के मैदान में उतारा जा सकता है। दिनेश शर्मा को राजधानी लखनऊ की किसी सीट से उम्मीदवार बनाया जा सकता है। सूत्रों के मुताबिक, बुधवार को अपना दल (एस) की नेता अनुप्रिया पटेल ने केशव प्रसाद मौर्य और स्वतंत्र देव ङ्क्षसह के साथ देर रात तक सीटों के तालमेल को लेकर चर्चा की, वहीं निषाद पार्टी के अध्यक्ष संजय निषाद ने अपने सांसद पुत्र प्रवीण निषाद के साथ अमित शाह से चर्चा की। सूत्रों ने बताया कि अनुप्रिया पटेल 20 सीटों की मांग कर रही हैं, लेकिन भाजपा इसके लिए तैयार नहीं है। सूत्रों के मुताबिक, भाजपा चाहती है कि पिछले विधानसभा चुनाव में अपना दल को जितनी सीटें मिली थी, वह उतनी ही सीटों पर चुनाव लड़े। पिछले विधानसभा चुनाव में अपना दल को गठबंधन के तहत 11 सीटें मिली थीं। पार्टी को नौ सीटों पर जीत मिली थी।
पंजाब को लेकर 18 जनवरी को भाजपा मुख्यालय में बैठक
बता दें कि उत्तर प्रदेश के साथ ही उत्तराखंड, पंजाब, गोवा और मणिुपर में चुनाव हो रहा है। उत्तराखंड, गोवा और पंजाब में 14 फरवरी को मतदान होगा जबकि मणिपुर में दो चरणों में 27 फरवरी और तीन मार्च को मतदान होगा। सूत्रों के मुताबिक पंजाब में 14 फरवरी को होने वाले मतदान के लिए 18 जनवरी को भाजपा मुख्यालय में बैठक होगी। इसी बैठक में पंजाब की सीटों पर प्रत्याशियों के नामों की घोषणा हो सकती है। भाजपा पंजाब में इस बार बड़ी पार्टी के रूप में चुनाव लडऩे जा रही है। जबकि, कैप्टन अमरिंदर सिंह की पार्टी पंजाब लोक कांग्रेस एवं सुखदेव सिंह ढींढसा की पार्टी के साथ गठबंधन होगा। भाजपा अभी तक अकाली दल के साथ मिलकर चुनाव लड़ती रही है।