- गोवा, महाराष्ट्र, केरल, कर्नाटक, दमन और दीव एवं गुजरात से की बात
- पदाधिकारियों को निर्देश, एहतियाती उपाय और राहत कार्यों में जुट जाएं
- कमेटियों के संपर्क में रहे सांसद, हर संभव मदद की व्यवस्था करें
नई दिल्ली, टीम डिजिटल: भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा (Jagat Prakash Nadda) ने चक्रवात ‘ताउते के मद्देनजर गोवा, महाराष्ट्र, केरल, कर्नाटक, दमन और दीव एवं गुजरात के भाजपा सांसदों, विधायकों और राज्य पदाधिकारियों को एलर्ट कर दिया है। साथ ही एहतियाती उपाय और राहत कार्यों को पहुंचाने के लिए सभी को मैदान में उतरने का निर्देश दिया है। नड्डा ने कहा कि चक्रवाती तूफान ताउते के रूप में एक संकट आया है, लिहाजा एक जिम्मेदार राजनैतिक दल के रूप में अपनी जिम्मेवारी को निभाना है। इसके लिए सभी लोग तत्काल मैंदान में उतर जाएं। तूफान प्रभावितों तक राहत कार्य और मदद अविलंब पहुंच सके और जान-माल की क्षति कम से कम हो।
उन्होंने कहा कि तूफान प्रभावित जिन-जिन राज्यों में भाजपा सरकारें हैं, वहां हमें सरकार के साथ मिल कर और जहां भाजपा सरकारें नहीं हैं, वहां स्थानीय स्तर पर प्रशासन के साथ मिल कर तुरंत एक ऐसा सिस्टम डेवलप करें, जिससे कि हम प्रभावितों तक सीधे कनेक्ट कर पायें और उन्हें फौरी तौर पर राहत उपलब्ध करा सकें।
जिला स्तर की को-ऑर्डिनेशन टीमें सार्वजनिक की जाए
भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि सबसे पहले यह सुनिश्चित करना है कि राज्य स्तर पर जो टीम पार्टी के राहत कार्यों को देख रही हैं या देखेंगी, वह सूची जल्द से जल्द जारी हो जाए ताकि समन्वय में कोई दिक्कत न हो। इसी तरह राहत प्रबंधन के लिए जिला स्तर की जो-जो को-ऑर्डिनेशन टीमें होगी, उसे भी तुरंत सार्वजनिक कर दिया जाना चाहिए जो चक्रवाती तूफान ताउते के दौरान और तूफान के बाद की स्थिति को देखेगी और राहत कार्यों को प्रबंधित करेगी।
नड्डा ने कहा कि डिजास्टर मैनेजमेंट की घटक टीमों जैसे प्रशासन, स्वास्थ्य, फायर सर्विस और सिविल ऑथोरिटी के लोगों के साथ हर स्तर पर समन्वय पहले से ही बना कर रखना है। जहां-जहां बीजेपी सरकारें हैं, वहां यह समन्वय तो बना ही होगा, लेकिन जहां बीजेपी सरकारें नहीं हैं, वहां तुरंत पार्टी की डिजास्टर रिस्पांस टीम को तैयार कर लें।
सांसद एवं विधायक मैदान में उतरें, कमेटियों से करें संपर्क
बीजेपी अध्यक्ष ने कहा कि तूफान प्रभावित तटीय क्षेत्रों में राहत के लिए सपोर्ट सिस्टम को पंचायत स्तर पर डेवलप करना पड़ेगा। इसलिए तटीय क्षेत्र के जो बीजेपी सांसद और विधायक हैं, वह पहले से ही अपने-अपने क्षेत्रों में पंचायत समिति के निर्वाचित सदस्यों और पार्टी संगठन के साथ तारतम्य बना लें। संगठन स्तर पर कई कमिटियां इसके लिए तैयार हो चुकी हैं, यह बताया गया है। पर, इसके साथ-साथ भाजपा विधायक एवं सांसद अपनी-अपनी जिम्मेवारी समझते हुए जिला परिषद्, पंचायत, बीडीसी आदि के सदस्यों के साथ व्यक्तिगत रूप से संपर्क पहले से स्थापित कर लें, ताकि राहत कार्यों में कोई परेशानी न हो और रीयल टाइम मदद पहुंचाई जा सके।