नई दिल्ली/ खुशबू पाण्डेय । रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव (Railway Minister Ashwini Vaishnav) ने शुक्रवार को कहा कि रेलवे के निजीकरण का कोई सवाल ही नहीं है और राष्ट्रीय परिवहन सेवा प्रदाता का ध्यान सभी को किफायती सेवा प्रदान करने पर है। रेल मंत्री ने यहां कहा कि इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि लोग 400 रुपये से कम खर्च में 1,000 किलोमीटर तक आराम से यात्रा कर सकें। उन्होंने यहां रेलवे सुरक्षा बल (Railway Protection Force) के स्थापना दिवस समारोह को संबोधित करते हुए कहा, अगले पांच वर्षों में रेलवे का पूर्ण कायाकल्प होगा। वंदे भारत, नमो भारत जैसी ट्रेनें, कवच ट्रेन सुरक्षा तंत्र की तैनाती इस बदलाव का नेतृत्व करेंगी। यह रेलवे के परिवर्तन का युग है।
अश्विनी वैष्णव बोले,रेलवे के निजीकरण का सवाल ही नहीं
—महिला कर्मियों की सुविधा के लिए क्षेत्रीय प्रशिक्षण केंद्र हाईटेक बनेंगे
—सभी यात्रियों को किफायती सेवा पर ध्यान दिया जा रहा: वैष्णव
—40वीं आरपीएफ स्थापना दिवस परेड में अश्विनी वैष्णव ने भाग लिया
वैष्णव ने कहा, रेलवे के निजीकरण का कोई सवाल ही नहीं है। मैं ऐसी अफवाहें फैलाने वालों से आग्रह करता हूं कि वे याद रखें कि रेलवे और रक्षा भारत की दो रीढ़ हैं और उन्हें हर तरह की राजनीति से दूर रखा जाना चाहिए। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सुनिश्चित किया है कि रेलवे का राजनीतिकरण बंद हो। उनका ध्यान प्रदर्शन, सुरक्षा, तकनीक और सभी को किफायती सेवा प्रदान करने पर है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में रेल बजट 2.5 लाख करोड़ रुपये है और पिछले 10 वर्षों में 31,000 किलोमीटर नयी पटरियां बिछाई गयी हैं, जो फ्रांस के नेटवर्क से भी अधिक है। आरपीएफ के बारे में उन्होंने कहा कि बल के क्षेत्रीय केंद्रों के उन्नयन के लिए 35 करोड़ रुपये निर्धारित किए गए हैं, जबकि सेवा नियमों और पदोन्नति से संबंधित विभिन्न मांगों पर विचार किया जा रहा है।
रेल मंत्री ने सुरक्षा उपायों को बढ़ाने में आधुनिक तकनीक को सक्रिय रूप से अपनाने के लिए रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) की सराहना की। साथ ही आश्वासन दिया कि आरपीएफ को अपने कर्मियों की सुरक्षा और दक्षता सुनिश्चित करने के लिए बुलेटप्रूफ जैकेट और बेहतर हेलमेट सहित आधुनिक सुरक्षात्मक गियर से लैस किया जाएगा। इसके अलावा, महिला कर्मियों के लिए सुविधाओं पर विशेष ध्यान देने के साथ आरपीएफ के क्षेत्रीय प्रशिक्षण केंद्रों के उन्नयन और आधुनिकीकरण के लिए 35 करोड़ के अनुदान की घोषणा की। तमिलनाडु में आरपीएफ डॉग स्क्वॉड के लिए क्षेत्रीय प्रशिक्षण केंद्र तैयार किया जाएगा।
पिछले वर्ष 5300 किलोमीटर नई रेल लाइनें बिछाई
अश्विनी वैष्णव ने कहा कि पिछले वर्ष 5300 किलोमीटर नई रेल लाइनें बिछाई गई हैं और पिछले 10 वर्षों में 31,000 किलोमीटर नई रेल लाइनें बिछाई गई हैं। उन्होंने कहा कि पिछले 10 वर्षों के दौरान 40,000 किलोमीटर लाइनों का विद्युतीकरण किया गया है, जो पिछले 60 वर्षों में किए गए कार्यों से दोगुना है।
वर्तमान में 12,500 सामान्य श्रेणी के डिब्बे बन रहे
अश्विनी वैष्णव ने कहा कि भारतीय रेलवे का लक्ष्य वंदे भारत और अमृत भारत जैसी नए युग की ट्रेनों के माध्यम से अच्छी, आरामदायक, तेज और सस्ती यात्रा प्रदान करना है, साथ ही देश के सभी लोगों के लिए सुरक्षित यात्रा अनुभव के लिए कवच जैसी आधुनिक सुविधाएं प्रदान करना है। उन्होंने यह भी कहा कि लोगों की सुविधा के लिए वर्तमान में लगभग 12,500 सामान्य श्रेणी के डिब्बे बनाए जा रहे हैं।