–भारतीय रेलवे ट्रेन सेवा अभी नहीं बंद करेगा, नहीं कम होगी ट्रेनें
–यात्रियों को कोविड निगेटिव सर्टिफिकेट की भी जरूरत नहीं
–यात्री घबराएं नहीं, जरूरत पडऩे पर बढ़ाई जाएंगी रेलगाडिय़ां
–रेलवे स्टेशनों पर भीड़भाड़ से संबंधित वीडियो एवं अफवाहों पर ध्यान नहीं दें
–रेलवे की अपील, पुराने वीडियो और गलत रिपोर्ट सोशल मीडिया पर साझा नहीं करें
नई दिल्ली/ अदिति सिंह : देशभर में कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए दोबारा लॉकडाउन की चल की खबरों के बीच आज यहां भारतीय रेलवे ने स्पष्ट किया है कि सकी रेल सेवाओं को रोकने या ट्रेनें कम करने की कोई योजना नहीं है। अभी कोई ट्रेन सेवा बंद नहीं होगी। बल्कि यात्रियों को जरूरत पडऩे पर अधिक ट्रेनें चलाए जाने की तैयारी है। इसके साथ ही रेलवे ने बड़ी संख्या में प्रवासी मजदूरों के रेलगाड़ी से अपने घरों को लौटने की खबरों को भी खारिज कर दिया है।
रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष सुनीत शर्मा ने यात्रियों को आश्वासन दिया कि रेलगाडिय़ों की कोई कमी नहीं होगी और रेलवे मांग बढ़ते ही कम समय में अतिरिक्त ट्रेनों की व्यवस्था करेगा।
भारतीय रेलवे की ओर से यह बयान ऐसे समय में जारी किया गया है, जब मुबंई, पुणे, दिल्ली, पंजाब जैसे कई बड़े शहरों से प्रवासी मजदूरों के घर लौटने की खबरें आ रहीं हैं।
रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष सुनीत शर्मा ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि रेल सेवाओं को रोकने या रेलगाडिय़ां कम करने की कोई योजना नहीं है। जितनी जरूरत होगी, हम उतनी रेलगाडिय़ां चलाएंगे। परेशानी की कोई बात नहीं है। गर्मियों में यात्रियों की संख्या सामान्य है और भीड़ कम करने के लिए हमने पहले ही अतिरिक्त रेलगाडिय़ों की घोषणा कर दी है। बता दें कि भारतीय रेलवे वर्तमान में प्रतिदिन 1402 विशेष रेलगाडिय़ों का संचालन कर रहा है। कोविड-19 के बढ़ते मामलों के मद्देनजर रेलगाडिय़ों में यात्रा करने वाले लोगों की संख्या में भी बढ़ोतरी हुई है। कुल 5381 उपनगरीय रेल सेवाएं और 830 यात्री रेलगाड़ी सेवाओं का भी संचालन हो रहा है। इसके अलावा भारी मांग के चलते 28 विशेष रेलगाडिय़ों का संचालन क्लोन के तौर पर किया जा रहा है।
रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष शर्मा ने कहा कि जो लोग यात्रा करना चाहते हैं, उनके लिए रेलगाडिय़ों की कोई कमी नहीं है, मैं सभी को आश्वस्त करना चाहता हूं कि मांग के अनुसार रेलगाडिय़ां चलाईं जाएंगी। रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष ने यात्रियों से कोरोना वायरस से संक्रमित ना होने की पुष्टि करने वाली रिपोर्ट मांगने की बात भी खारिज कर दी। साथ ही उन्होंने कहा कि वायरस के बढ़ते मामलों के मद्देनजर रेलगाडिय़ों की आवाजाही रोकने या उसे कम करने के लिए अभी तक महाराष्ट्र से कोई आधिकारिक परिपत्र नहीं मिला है।
सोशल मीडिया पर चल रही अफवाहों पर ध्यान नहीं देंयात्री
इस मौके पर दक्षिण रेलवे के महाप्रबंधक जॉन थॉमस ने लोगों से अपील की कि रेलवे स्टेशनों पर भीड़भाड़ से संबंधित सोशल मीडिया पर चल रही अफवाहों पर ध्यान नहीं दें। उन्होंने उनसे अपील की कि पुराने वीडियो और गलत रिपोर्ट सोशल मीडिया मंचों पर साझा नहीं करें। मुंबई में मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी (सीपीआरओ) ने संवाददाताओं को प्लेटफॉर्म के लाइव वीडियो दिखाए और कहा कि यह मीडिया के एक धड़े में दिखाई गई रिपोर्ट के विपरीत है, मुंबई क्षेत्र में स्टेशनों पर भीड़ नहीं है। दिल्ली में उत्तर रेलवे के सीपीआरओ ने मीडिया को नयी दिल्ली रेलवे स्टेशन का ²श्य दिखाया और कहा कि कोई भीड़भाड़ नहीं है।
माल ढुलाई में रेलवे ने रचा इतिहास
कोविड महामारी के कारण आर्थिक मंदी के बीच भारतीय रेल ने इतिहास रचते हुए गत माह समाप्त वित्त वर्ष में मालवहन के मामले में कीर्तिमान स्थापित किया है। भारतीय रेलवे ने वित्त वर्ष 2020-21 में अब तक का सर्वाधिक 123.264 करोड़ टन माल ढुलाई की और 117386 करोड़ रुपये का राजस्व अर्जित किया। पिछले वित्तर्ष 2019-20 में 121.046 करोड़ टन माल ढुलाई की थी और 113897 करोड़ रुपये कमाए थे।